
राठौर मेंशन
गौरी मुंह बनाते हुए किचन में आई लेकिन जब वो किचन में आई तो उसकी आंखें बड़ी हो गई क्योंकि राठौर मेंशन का किचन उसके महल से किचन से भी बहुत बड़ा था। वहां पर सारी चीजें एडवांस्ड टेक्नोलॉजी की लगी हुई थी। सामने तो कुछ दिखाई नहीं दे रहा था… ऐसा लग रहा था जैसे वो किचन न होकर सिर्फ एक नॉर्मल कमरा हो जहां पर सारा सामान क्लोजेट या कैबिनेट वगैरह में भरकर रखा हुआ है।

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