
लीलाबाई का कोठा
शिवा की आग सी दहकती हुई नजरे गौरी की पीठ की तरफ थी, जो एकदम लाल नजर आ रही थी और उस पर हल्की-हल्के जख्म भी नजर आ रहे थे। मिर्च की जलन इतनी ज्यादा तेज थी कि गौरी की नाजुक सी स्किन पर जख्म भी होने लगे थे!

लीलाबाई का कोठा
शिवा की आग सी दहकती हुई नजरे गौरी की पीठ की तरफ थी, जो एकदम लाल नजर आ रही थी और उस पर हल्की-हल्के जख्म भी नजर आ रहे थे। मिर्च की जलन इतनी ज्यादा तेज थी कि गौरी की नाजुक सी स्किन पर जख्म भी होने लगे थे!
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