
रावी हैरानी से अभिमन्यु की तरफ देख रही थी जिसने अभी-अभी उस लहंगे की तरफ देखकर कहा था कि वो जल्दी से उसे पहन कर तैयार हो जाए क्योंकि उनकी शादी होने वाली है।
रावी अब तक डर रही थी कांप रही थी लेकिन अब वो अपनी जगह से उठी और अभिमन्यु के सामने आकर खड़ी हुई, उसने खुद पर ब्लैंकेट लपेटा हुआ था।

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