
गौरी की बात सुनकर एक पल के लिए शिवा की हार्टबीट भी स्किप हो गई थी, वो बस गौरी की तरफ देख रहा था जिसकी आंखों में बेइंतहा आंसू थे।
शिवा के हाथ अब उसके कंधों पर आ गए, वो उसकी तरफ देखते हुए बोला "मुझे नहीं पता मैं तुझे कैसे समझाऊं? लेकिन तेरी ये बातें सुनकर मुझे लग रहा है कि तू पागल हो चुकी है और पागलों का कोई इलाज नहीं होता!”

Write a comment ...