
बरकत केक के बारे में सोच रही थी कि अधीर ने उसके लिए कौन सा केक बनवाया होगा? उसके चेहरे पर एक्साइटमेंट साफ नजर आ रही थी!
अधीर उसकी तरफ देखते हुए बोला "अब तुम उस केक के बारे में ही सोचती रहोगी या फिर इस केक को कट भी करोगी? जल्दी करो ना जाना, इसके बाद हमें रूम में भी जाना है क्योंकि मुझे तुम्हारे साथ दूसरा केक इंजॉय करना है! वो भी पूरी तरह… ये बोलते हुए उसने अपनी tongue को हल्का सा बाहर की तरफ निकाला और फिर अपने होठों पर गोल घुमाया तो उसकी बातों का मतलब बरकत बहुत अच्छी तरह से समझ गई, मतलब आज वो उसके साथ केक से होली खेलने वाला था और वो उस केक को उसके कहां-कहां लगाने वाला था ये भी वो बहुत अच्छी तरह से जानती थी।

Write a comment ...