
गौरी की बात सुनकर तन्वी के साथ-साथ बाकी सब लोग भी हैरानी से गौरी की तरफ ही देख रहे थे, गौरी ने अपने हाथ में पकड़े हुए डस्टिंग कपड़े को पूरी तरह से तन्वी के गिलास में निचोड़ दिया था! वो जूस जो पहले नीचे जमीन पर गिरा हुआ था अब वो वापस तन्वी के गिलास में आ चुका था, लेकिन इस बार वो जूस पीने लायक बिल्कुल भी नहीं था… उसमें धूल मिट्टी साफ नजर आ रही थी!
गौरी तन्वी की तरफ देखते हुए बोली "क्या हुआ? अब तुम्हें इसे पीना नहीं है क्या? मुझे तो लगा तुम ये वाला जूस पीती होगी!”

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