
जब बरकत ने अपना फोन पीछे की तरफ फेंक दिया तो ड्राइविंग कर रहे ड्राइवर के चेहरे पर तिरछी मुस्कुराहट तैर गई थी, वो बस चुपचाप बरकत की तरफ देख रहा था और गाड़ी ड्राइव कर रहा था जबकि बरकत की आंखों से आंसू बह रहे थे! वो अधीर और मिस सुहाना के बारे में सोच रही थी, उन दोनों की नजदीकियां देखकर उसका दिल पूरी तरह से कांप रहा था और उसे पता ही नहीं चला कब ड्राइवर ने रास्ता बदला और वो ड्राइवर उसे एक सुनसान रास्ते पर ले आया जहां पर दूर-दूर तक कोई शख्स या कोई गाड़ी नजर नहीं आ रही थी!
सामने ही एक बड़ी सी बिल्डिंग थी जो अंडर कंस्ट्रक्शन थी लेकिन अभी भी बरकत ने उन सब चीजों पर कोई ध्यान नहीं दिया था!

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