
अयांश ने अपना पूरा जोर लगाते हुए गाड़ी को पीछे की तरफ धकेला, कुछ पलों के लिए गाड़ी पीछे की तरफ हो गई थी लेकिन उतनी ही तेजी से वो गाड़ी वापस आगे की तरफ आई!
इतने ही वक्त में अयांश ने अपने पैर से एक बड़ा सा पत्थर सरका कर गाड़ी के टायर के आगे लगा दिया था जिससे गाड़ी कुछ वक्त के लिए तो रुक गई थी लेकिन ये गाड़ी रोकने का कोई परमानेंट सॉल्यूशन नहीं था! हालांकि ये सब करते हुए भी अयांश की नजरे महनूर पर ही थी, उसने एक पल के लिए भी अपनी नजरों को महनूर पर से हटाया नहीं था और अब उसने ड्राइविंग सीट की तरफ देखा और फिर दूसरे ही पल उसने अपनी नज़रें बैक सीट की तरफ घुमाई!

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