
ठाकुर हवेली
शिवा की बात सुनकर गौरी के बदन में करंट सा दौड़ गया था, वो अपनी इंटेंस नजरों से शिवा की तरफ देख रही थी और अब शिवा ने उसका दुपट्टा पूरी तरह उसके बदन से उतार दिया था जिसके बाद अब गौरी के बदन पर चोली और लहंगा था!

ठाकुर हवेली
शिवा की बात सुनकर गौरी के बदन में करंट सा दौड़ गया था, वो अपनी इंटेंस नजरों से शिवा की तरफ देख रही थी और अब शिवा ने उसका दुपट्टा पूरी तरह उसके बदन से उतार दिया था जिसके बाद अब गौरी के बदन पर चोली और लहंगा था!
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