
शिवा लगातार गौरी की कलाई मरोड़े जा रहा था और गौरी की कलाई में पहनी हुई चूड़ियां टूट रही थी और उसकी कलाई पर ही चुभ रही थी, लेकिन फिर भी ना शिवा रुका और ना ही गौरी!
अब शिवा ने अचानक ही उसे अपनी तरफ खींचा और अगले ही पल गौरी सीधा उसके सीने से आ टकराई, उसके दोनों हाथ शिवा के सीने पर थे और शिवा ने अब अपना हाथ उसकी कमर पर रख दिया था!

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