
ठाकुर हवेली
गौरी नीचे जमीन पर लेटी हुई थी और शिवा उसकी पीठ पर झुका हुआ उसकी पीठ को बेहद शिद्दत से चूम रहा था, बारिश की बूंदे उन दोनों पर गिर रही थी और गौरी ने तो हल्का-हल्का कांपना भी शुरू कर दिया था!

ठाकुर हवेली
गौरी नीचे जमीन पर लेटी हुई थी और शिवा उसकी पीठ पर झुका हुआ उसकी पीठ को बेहद शिद्दत से चूम रहा था, बारिश की बूंदे उन दोनों पर गिर रही थी और गौरी ने तो हल्का-हल्का कांपना भी शुरू कर दिया था!
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