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Chapter 4,5,6

KV वॉशरूम की तरफ जा ही रहा था कि अचानक से उसका फोन बजने लगा, उसने अपने फोन की तरफ देखा जहां पर स्किन पर नंबर फ्लैश हो रहा था और नाम लिखा हुआ था “कृतिका… जिसके साथ एक हार्ट इमोजी भी बनी हुई थी!

उसने कॉल रिसीव किया और ब्लूटूथ से बात करते हुए अब वो अपनी बालकनी की तरफ बढ़ गया था, सामने से कृतिका की आवाज आई “मैं कब से तुम्हारे नंबर पर कॉल कर रही हूं KV, तुम मेरा कॉल रिसीव ही नहीं कर रहे हो! Is everything fine?”

KV मुस्कुराया और बोला "Everything is super fine baby, एक्चुअली एक लड़की है जिसे मैं जबर्दस्ती अपने पास विला में लेकर आया हूं! सो मेरा टाइम बस उस पर वेस्ट हो गया!

उसकी बात पर कृतिका हैरानी से बोली "क्या बात कर रहे हो तुम? कौन है वो लड़की और तुम उसे विला में क्यों लेकर आए?”

KV ने एक गहरी सांस ली और बोला "एक पॉलिटिशियन है अजय राठी, उसकी बेटी है वो… अजय कोशिश कर रहा था मेरे साथ खेलने की तो मैंने उसका मोहरा ही अपनी तरफ कर लिया! अब बेचारे को समझ में भी नहीं आएगा कि वो खेल खेले तो खेले कैसे? वैसे कहीं तुम्हें इनसिक्योरिटी तो फील नहीं हो रही ना? आई मीन आज तक इस विला में कभी इस तरह से कोई लड़की नहीं आई तो कहीं तुम्हें मुझ पर शक नहीं हो रहा?”

कृतिका हंसी और बोली "ओह प्लीज KV मैं तुम्हें तुमसे भी ज्यादा बेहतर तरीके से जानती हूं, मुझे पता है कि तुम्हारा इंटरेस्ट किस चीज में है और किस चीज में नहीं? तुम्हारे शौंक क्या है और तुम्हारी ज़रूरतें क्या है? तुम्हारी लॉयल्टी पर मैं कभी कोई सवाल उठा ही नहीं सकती और रही बात उस लड़की की तो आई डोंट नो वो कौन है और कौन नहीं? लेकिन अगर मैं उसके सामने होती तो उसे बस एक ही एडवाइस देती कि वो अपना मुंह बंद रखे, तुम्हे फालतू की बकबक करने वाली लड़कियां बिल्कुल नहीं पसंद और आजकल की लड़कियों को ना जाने क्या हो गया है बहुत बोलती हैं!”

उसकी बातें सुनते हुए KV की आंखों के सामने व्योक्षा का चेहरा घूमने लगा था! उसका वो लगातार बोलना जैसे अभी भी उसके कानों में गूंज रहा था!

कृतिका एक बार फिर से बोली "सीरियसली कभी-कभी तो बहुत इरिटेट करती हैं ऐसी लड़कियां, मेरे कॉलेज में भी दो-तीन लड़कियां हैं ऐसी… Only I know मैं उन्हें हैंडल कैसे करती हूं और I pray For that Girl कि वो तुम्हारे सामने खुद को संभाल कर रखें! वरना डोंट नो तुम गुस्से में क्या कर बैठोगे? वैसे तो तुम खुद को शांत रखते हो लेकिन प्लीज इस बार थोड़ा ज्यादा पेशेंस रखना, अब मैं कॉल रखती हूं! मुझे अपनी लास्ट क्लास अटेंड करनी है उसके बाद तो बस कुछ वक्त और, और मैं खुद ही तुम्हारे पास आ जाऊंगी… Then वो जो कोई भी है उसे मैं हैंडल कर लूंगी You just don't worry… I love You! Bye”

ये बोलकर उसने कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया और KV के चेहरे पर तिरछी मुस्कुराहट तैर गई, अब वो वापस अपने रूम में आया और आकर सीधा वॉशरूम में चला गया!

वहीं दूसरी तरफ

व्योक्षा टूटी हुई चेयर पर बैठी थी और उसे अपनी कमर में इस वक्त जोरों से दर्द महसूस हो रहा था, उसकी नाजुक सी कमर उस चेयर पर पूरी तरह से दब चुकी थी! उसके सामने ही एक आदमी खड़ा था जिसने अपने दोनों हाथ पीछे की तरफ बांध रखे थे और उसके चेहरे पर कोई एक्सप्रेशंस नहीं थे।

व्योक्षा उसकी तरफ देखते हुए बोली "तुम्हें इस तरह खड़े होने के कितने पैसे मिलते हैं?”

वो आदमी उसका सवाल सुनकर उसकी तरफ देखने लगा, लेकिन उसने उसे कोई जवाब नहीं दिया!

व्योक्षा गुस्से से मुंह बनाते हुए बोली "तुम लोग जिस तरह से मुझे इग्नोर कर रहे हो और जिस तरह से मुझे ऐसी सिचुएशन में रख रहे हो ना, पाप लगेगा तुम्हें देख लेना! तुम्हारा वो नंगू पंगु बॉस तुम्हें पैसे तो दे देगा लेकिन दुआएं कहां से लाओगे? और एक वक्त पर इंसान को सिर्फ दुआओं की जरूरत होती है, वो दुआएं तुम्हें सिर्फ मैं ही दे सकती हूं इसलिए प्लीज मेरा दूर का भाई बनकर मेरे पास आओ ना! प्लीज मेरे ये हाथ खोल दो, मेरी कमर टूट गई है… क्या तुम अपनी इस नन्ही सी बहन को वक्त से पहले बूढ़ा होते हुए देखना चाहते हो? प्लीज मुझ पर थोड़ी मेहरबानी कर दो!” ये बोलते हुए उसने सच में बेचारा सा मुंह बनाया हुआ था!

वो आदमी एकदम एक्सप्रेशनलैस होकर बोला "देखो मैं तुम्हारी कोई हेल्प नहीं कर सकता, बॉस के स्ट्रिक्ट ऑर्डर्स है कि तुम्हें बिल्कुल नॉर्मल लड़की की तरह ही ट्रीट करना है! तुम्हें कोई प्रिविलेज नहीं देना, कोई स्पेशल ट्रीटमेंट नहीं देना…

उसकी बात पर व्योक्षा जल्दी से बोली "मतलब तुम लोग लड़कियों को यूं किडनैप करते रहते हो? तभी बोल रहे हो कि मुझे भी बिल्कुल उनकी तरह ट्रीट करना, लेकिन तुम्हें नहीं लगता तुम्हारा बॉस बहुत गंदे काम करता है! ऐसे गंदे काम करके वो तो नर्क में जाएंगे ही, तुम भी उनके साथ ही लुढ़क जाओगे इसलिए प्लीज मेरे पास आकर पहले मुझे लुढ़कने से बचा लो… फिर मैं भी तुम्हारी हेल्प करूंगी अपने डैड से बोलकर, वो तुम्हें कोई अच्छी सी जॉब देंगे! तुम्हें इस तरह के गंदे काम नहीं करने पड़ेंगे, प्लीज अब तो मेरी मदद कर दो…

उसकी बात पर अब उस आदमी ने अपना चेहरा हल्का सा ऊपर की तरफ उठा लिया ताकि उसकी नजर भी व्योक्षा पर ना जाए और व्योक्षा उससे कुछ कहें भी नहीं!

व्योक्षा ने अब एक बार फिर से मुंह बनाया और बोली "हुंह! टकलू सा खुद को ना जाने क्या समझता है?”

वहीं दूसरी तरफ

KV अब अपने रूम से बाहर निकला, रात के तकरीबन 9 बज चुके थे और 9 बजे डिनर का टाइम होता था इसलिए डाइनिंग टेबल पर उसके लिए डिनर लग चुका था।

रिवान उसके सामने आकर खड़ा हुआ और बोला "एक्चुअली मुझे पूछना था बॉस कि उस व्योक्षा का क्या करना है? आई मीन क्या उसे भी खाना…. आपने कहा था कि उसे कोई स्पेशल ट्रीटमेंट नहीं देना है तो क्या उसे वही खाना देना है जो नॉर्मल लोगों को दिया जाता है? पर क्या वो उसके लिए कुछ ज्यादा हार्ड नहीं हो जाएगा?”

KV ने तिरछी मुस्कुराहट के साथ कहा “एक काम करो आज तुम थोड़ी महानता दिखाओ रिवान, जो खाना तुम खाने वाले हो वो तुम उस लड़की के लिए ले जाओ और जो खाना उसे सर्व होना चाहिए वो आज तुम खा लेना! एक काम क्यों नहीं करते? उसकी जगह पर उस चेयर पर तुम बैठ जाओ और मेरा काम करने के लिए उस लड़की को बोल दो, अच्छा आईडिया है ना?”

ये बोलते हुए उसके चेहरे पर सारकास्टिक स्माइल थी, रिवान ने तुरंत अपना चेहरा झुकाया और बोला "मैं समझ गया बॉस, मैं उसे अभी वहां पर रखे जाने वाले लोगों का खाना सर्व करवा देता हूं!” ये बोलकर वो तुरंत वहां से जाने लगा लेकिन फिर अचानक ही KV ने आवाज लगाई “1 मिनट रुको!”

रिवान ने तुरंत पलट कर उसकी तरफ देखा, KV चेहरे पर हल्की सी मुस्कुराहट लिए बोला "मैं इतना पत्थर दिल भी नहीं हूं! हां एक गैंगस्टर जरूर हूं लेकिन गैंगस्टर भी तो इंसान ही होते हैं ना? और कभी-कभी उनकी भी इंसानियत जाग जाती है तो एक काम करो, जाओ जाकर उस लड़की को यहां मेरे पास लेकर आओ!”

रिवान की आंखें बड़ी हो गई, KV एक बार फिर से बोला "आज वो लड़की डिनर मेरे साथ बैठकर करेगी!”

रिवान को लगा शायद उसने कुछ गलती कर दी इसलिए वो जल्दी से बोला “इट्स ओके बॉस मुझे समझ में आ गया है कि हमें उसे कौन सा खाना देना है? आप टेंशन मत लीजिए मैं अभी…

उसकी बात पूरी होती उससे पहले ही KV बेहद सर्द आवाज में बोला "मुझे एक ही बात तुम्हें बार-बार क्यों कहनी पड़ रही है रिवान? अगर तुम्हारा काम में मन नहीं लग रहा तो तुम मुझे बता सकते हो, मैं तुम्हें दो-चार दिन की लीव दे दूंगा!”

उसकी बात पर रिवान जल्दी से बोला "आई एम सो सॉरी बॉस, मैं अभी व्योक्षा को यहां पर लेकर आता हूं!”

ये बोलकर वो जल्दी से बाहर की तरफ चला गया, KV के चेहरे पर डेविल स्माइल आ गई!

सर्वेंट उसे खाना सर्व करने के लिए आगे आई, लेकिन KV ने अपना हाथ दिखाकर उसे रोक दिया और बोला "तुम जाओ यहां से!”

वो सर्वेंट तुरंत वहां से किचन की तरफ जाने लगी, KV जल्दी से बोला “किचन में नहीं अपने सर्वेंट क्वार्टर में और सिर्फ तुम नहीं सभी सर्वेंट!”

उसकी बात पर वो सर्वेंट हैरान हुए, लेकिन दूसरे ही पल सभी सर्वेंट ने बाहर की तरफ जाना शुरू कर दिया था।

वहीं दूसरी तरफ

व्योक्षा अभी भी उस टूटी हुई चेयर पर बैठी थी, तभी उसकी नजर रिवान पर गई जो सीढ़ियां उतरते हुए नीचे की तरफ आ रहा था।

व्योक्षा उसे देखकर जल्दी से बोली "थैंक गॉड तुम आ गए, वरना ये टकलू तो मेरी किसी बात का जवाब ही नहीं देता!”

रिवान उसके सामने आकर खड़ा हुआ, व्योक्षा एक बार फिर से बोली "देखो मैंने तुम्हारा पूरा सपोर्ट किया, तुम लोगों ने मुझे किडनैप किया मैंने कुछ भी नहीं कहा! तुम लोगों ने मुझे यहां गंदी सी जगह पर लाकर बिठा दिया मैंने फिर भी कुछ नहीं कहा, एक अच्छी बच्ची की तरह चुप रही लेकिन अब बस बहुत हुआ! मेरी कमर दर्द हो रही है… अगर मैं कुछ वक्त और यहां पर यूं ही बैठी रही तो मुझे नहीं लगता कि मैं दोबारा कभी अपने पैरों पर चल भी पाऊंगी और अगर चली भी तो कमर मटका मटका कर चलूंगी, एक तो मैं पहले ही इतनी खूबसूरत हूं कि लड़के मुझे देखते रहते हैं और फिर मैं ऐसे मटक मटक कर चलूंगी तो अच्छा लगेगा क्या?”

अभी वो बोल ही रही थी कि रिवान ने उसके हाथों को खोलना शुरू किया, व्योक्षा का चेहरा एकदम से खिल गया! वो जल्दी से बोली "क्या तुम मेरे पैर भी खोलने वाले हो?”

रिवान ने एक नजर उसकी तरफ देखा और फिर उसके पैरों को भी खोल दिया, अगले ही पल व्योक्षा तुरंत चेयर से उठी लेकिन दूसरे ही पल उसकी दर्द से आह भी निकल गई… सच में उसकी कमर का कचुंबर बन गया था!

उसने अपनी कमर पर हाथ रखा और बड़ी ही गहरी सी आवाज में बोली "उफ्फ मेरी कमर!”

रिवान उसकी कमर की तरफ देखने लगा, लेकिन अगले ही पल उसने अपना सिर झटका!

व्योक्षा जल्दी से बोली "अब जब तुमने मुझे इस टूटी-फूटी चेयर से आजाद कर दिया है तो प्लीज खाने को भी कुछ दे दो, अब तो मेरा एक आधे बर्गर से कुछ बनेगा भी नहीं इसलिए प्लीज मेरे लिए पिज़्ज़ा ऑर्डर कर दो और हां बिग साइज करना, छोटे वाले का तो पता भी नहीं चलेगा गया कहां पर?”

अभी वो बोल ही रही थी कि रिवान ने अपने होठों पर उंगली रखी और बोला “चुप बिलकुल चुप! मेरी बात अब आप ध्यान से सुनिए, मैं आपको ऊपर बॉस के पास लेकर जा रहा हूं… वो डिनर कर रहे हैं तो आपको भी उनके साथ ही डिनर करना है! वहां पर आपको पिज़्ज़ा बर्गर तो नहीं लेकिन काफी अच्छा खाना मिलेगा पर उसके लिए आप एक बात मेरी कान खोल कर सुन लीजिए, वहां पर जाकर ज्यादा मत बोलिएगा वरना अभी तो बॉस आप पर मेहरबानी करके आपको अपने साथ खाना खिलाने के लिए बोल रहे हैं! लेकिन अगर उन्हें गुस्सा आ गया तो वो खाना कब वो आपके मुंह पर उठाकर फेंक कर मारे, आपको पता भी नहीं चलेगा इसलिए प्लीज वहां अपनी जुबान पर थोड़ा कंट्रोल रखिएगा!”

उसकी बात पर व्योक्षा ने अपना चेहरा हां में हिला दिया और बोली "ओके फाइन मैं कुछ भी नहीं बोलूंगी, एक शब्द भी अपने मुंह से नहीं निकालूंगी! अपना मुंह बिल्कुल बंद रखूंगी, कुछ भी नहीं कहूंगी…

रिवान हैरानी से उसकी तरफ देख रहा था, सिर्फ ये बोलने के लिए कि अब वो चुप रहेगी व्योक्षा ने चार लाइन बोल दी थी! अब आगे ना जाने वो क्या-क्या बोलने वाली थी? और फिर KV के गुस्से का पारा कहां जाने वाला था ये इमेजिन भी नहीं किया जा सकता था।

वो व्योक्षा को लेकर बाहर की तरफ आया और व्योक्षा सच में मटक मटक कर चल रही थी, उसकी कमर में दर्द हो रहा था तो उससे ढंग से चला भी नहीं जा रहा था लेकिन फिलहाल उसकी कमर जिस तरह से मटक रही थी उसकी बैक बेहद सेक्सी लग रही थी।

रिवान उसे लेकर अंदर की तरफ आया, अंदर आते ही व्योक्षा की नजर सीधा डाइनिंग टेबल पर गई! एक नजर भी उसने KV की तरफ नहीं देखा था, उसकी आंखें तो इतना सारा खाना देखकर ही खुल चुकी थी… पूरे दिन बाद उसने इतना सारा खाना एक साथ देखा था।

अपने होठों पर अपनी जीभ गोल-गोल घूमाते हुए वो डाइनिंग टेबल पर आकर बैठी और बोली "मैं तो यूं ही पिज़्ज़ा ऑर्डर करने के लिए बोल रही थी, इतना टेस्टी खाना हो तो पिज़्ज़ा कौन खाएगा? बस मुझे इसके बाद एक किंडर जॉय दे देना… मुझे खाने के बाद किंडर जॉय खाना बहुत अच्छा लगता है!”

KV उसकी तरफ देखते हुए बोला "उठो!”

व्योक्षा ने हैरानी से उसकी तरफ देखा!

KV एक बार फिर से बोला "I said उठो यहां से!”

रिवान भी चुपचाप वो सब देख रहा था, व्योक्षा अब गुस्से से मुंह बनाते हुए बोली "उस टूटी हुई चेयर पर तो पिछले 8 घंटे से बैठी हूं मैं और यहां पर 8 सेकंड भी नहीं बैठने दे रहे हो मुझे! मैं नहीं उठने वाली यहां से… पहले मैं खाना खाऊंगी और फिर उठूंगी, बार-बार मुझसे नहीं उठा बैठा जाता!”

KV उसे इंटेंस नजरों से देखते हुए बोला "बोल तो ऐसे रही हो जैसे मैं कहीं और ही उठने बैठने के लिए बोल रहा हूं!”

व्योक्षा भी जल्दी से बोली "कोई बात नहीं पहले खाना खा लूं, उसके बाद जहां पर उठक बैठक करवानी होगी करवा लीजिएगा… पर पहले मुझे खाना-खाना है!”

उसकी बात सुनकर रिवान की एकदम से खांसी छूट गई थी, अगले ही पल KV ने अपनी दो उंगलियों से उसे जाने का इशारा किया तो वो तुरंत वहां से चला गया!

KV व्योक्षा की तरफ देखते हुए बोला "मैंने तुम्हें यहां पर ये खाना एंजॉय करने के लिए नहीं बुलाया है!”

व्योक्षा मुंह बनाते हुए बोली "तो किस लिए बुलाया है? सिर्फ ये खाना देखने के लिए? एक तो पहले ही ना खाने की वजह से मेरी बुरी हालत हो चुकी है, अगर अब तुमने मुझे और परेशान किया ना तो मैं सच्ची बता रही हूं… मैं कोई गाली दे दूंगी तुम्हें!”

KV अपनी आईब्रो ऊपर की तरफ उठाते हुए बोला "अच्छा तो तुम गालियां भी देती हो? मैंने तो तुम्हें सीधी सादी सी समझा था, तुम तो प्रो प्लेयर निकली! तुम्हारी गालियों में मुझे कोई इंटरेस्ट नहीं है… उठो यहां से और पहले मुझे ये खाना सर्व करो! उसके बाद देखूंगा मैं कि तुम्हें खाना खाने के लिए देना है या नहीं?”

उसकी बात पर व्योक्षा का मुंह छोटा सा हो गया, एक तो पहले ही उसे सच में बहुत ज्यादा भूख लगी थी और ऊपर से अभी भी KV उसे खाना देने में नखरे दिखा रहा था… लेकिन कहीं वो पिछले 8 घंटे की तरह भूखी ना रह जाए ये सोचकर उसने अब अपनी जगह से उठकर KV को खाना सर्व करना शुरू किया!

उसने जैसे ही बाउल पर से ढक्कन हटाया अगले ही पल वो मुंह बनाते हुए बोली "ये क्या है?”

KV ने अजीब सी नजरों से देखा, व्योक्षा ने अब वो बाउल हल्का सा टेढ़ा किया और बोली "ये तो कद्दू है! कद्दू कौन खाता है? तुम कद्दू खाते हो? तभी तुम दिखते भी कद्दू की तरह हो…

उसकी बात पर KV की आंखें बड़ी हो गई और उसका चेहरा गुस्से से कांपने लगा, आज तक कभी किसी लड़की ने उसके साथ इस तरह से बात नहीं की थी! वो इसी साल मोस्ट सेक्सियस्ट एंड अट्रैक्टिव मेल ऑफ द ईयर अनाउंस किया गया था और व्योक्षा उसे कद्दू बोल री थी।

गुस्से से उसके जबड़े कस रहे थे और अब व्योक्षा ने एक और बाउल उठाया और जैसे ही उसने उसका ढक्कन निकाला अगले ही पल उसने पूरा दूसरा हाथ अपने मुंह पर रखा और वोमिट जैसा मुंह बनाया!

KV की गुस्से से मुट्ठियां कस गई, व्योक्षा मुंह बनाते हुए बोली "तुम बैंगन भी खाते हो? तभी बैंगन की तरह एकदम सड़े हुए हो!”

KV ने अब अपना कंट्रोल खो दिया, वो तुरंत अपनी जगह से उठा!

वही व्योक्षा ने अब तीसरा बाउल उठाया और अब तो उसने अपने माथे पर अपना हाथ रख लिया और बेहोश होने को हुई क्योंकि इस बार उसके सामने तोरी (तुरई) थी…

लेकिन वो कुछ कहती उससे पहले ही KV उसके बिल्कुल करीब हुआ और अगले ही पल उसने नीचे से उसे बाउल को हाथ मारते हुए उसे एक झटके से ऊपर की तरफ फेंका और फिर गुस्से से व्योक्षा की तरफ देखते हुए बोला "खबरदार अगर अब तुमने अपना मुंह भी खोला तो, वरना मैं अभी इसी वक्त तुम्हारी जान ले लूंगा!”

ये बोलते हुए उसने

अपनी कमर से गन निकाली और सीधा व्योक्षा के माथे पर पॉइंट कर दी, व्योक्षा की आंखें बड़ी हो गई!

Well Socha Tha Kal 2 Chapters dungi but kal ke comments dekh kr himmat nahi hui!

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जैसे ही KV ने व्योक्षा के माथे पर गन रखी उसकी आंखें बड़ी हो गई, उसका चेहरा एकदम सुन्न हो चुका था और वो अपनी बड़ी-बड़ी आंखों से KV की तरफ देखे जा रही थी।

KV एक बार फिर से उसे गुस्से भरी नजरों से देखते हुए बोला "क्या हुआ? अब तुम चुप हो गई? अब चलाओ तुम अपनी जुबान, कितना बकवास करती हो तुम… कैसे बोल लेती हो तुम इतना सब कुछ? तुम्हारी जुबान दर्द नहीं होती क्या? सुबह से मेरा दिमाग खराब करके रखा है तुमने, अब करो तुम बकवास! मैं भी देखता हूं तुम कैसे अपनी जुबान खोलती हो?”

उसकी बात सुनते हुए व्योक्षा अपना नाक ऊपर की तरफ खींच कर बोली “ये गन मेरे ऊपर से हटाइए Little Don वरना मैं रो दूंगी!”

उसके मुंह से Little Don सुनकर KV की आंखें हैरत में फैल गई, वो मुंबई का ही नहीं बल्कि दुनिया के मोस्ट टॉप गैंगस्टर की लिस्ट में था और उसके सामने खड़ी 5 फुट 4 इंच की लड़की उसे Little Don बोल रही थी?

वो गुस्से से कांपते हुए बोला "तो तुम्हें मैं Little Don नजर आता हूं?”

व्योक्षा धीमे से बोली "डॉन तो बहुत गंदे गंदे होते हैं! कई से शक्ल के… लंबे-लंबे बाल, होंठ ऐसे जैसे किसी सड़क पर बना फ्लाईओवर लेकिन आप उनकी तरह बिल्कुल नहीं दिख रहे! आप थोड़े क्यूट से हो ना, आप तो बैंगन भी बिल्कुल नहीं हो… कद्दू भी बिल्कुल नहीं हो! आप तो एकदम स्ट्रॉबेरी की तरह हो एकदम रेड रेड दिखने वाले, छोटे से इसलिए मैंने आपको Little Don बोला!”

उसकी बात पर KV उसे तिरछी नजरों से देख रहा था, अभी वो उसे कद्दू तोरी कह कर बुला रही थी लेकिन जैसे ही उसने व्योक्षा के माथे पर गन रखी वो उसके लिए किसी स्ट्रॉबेरी की तरह हो गया! इतनी जल्दी तो उसने फोन के नेटवर्क बदलते हुए नहीं देखे थे जितनी जल्दी व्योक्षा बदली थी!

व्योक्षा अब एक बार फिर से बोली "प्लीज़ अब तो ये गन आप मेरे माथे से हटा लीजिए, वरना मैं रोने लगूंगी!”

KV तुरंत बोला “तुम मुझे धमकी दे रही हो? तुम्हें रोना है तो बेशक से रोती रहो, मुझे किसी के रोने से घंटा फर्क नहीं पड़ता!”

व्योक्षा तुरंत बोली "आप ही पछताएंगे! मैं एक बार फिर से कह रही हूं कि प्लीज आप ये गन मेरे माथे से हटा लीजिए!”

 जैसे ही उसने कहा KV ने अब अपनी गन पर और भी ज्यादा पकड़ कस ली और बोला "अब तो मैं भी देखता हूं कि तुम कैसे मुझे पछताने पर मजबूर करती हो? तुम्हें जो करना है करो!”

जैसे ही उसने कहा व्योक्षा ने तुरंत रोना शुरू कर दिया, उसका रोना कुछ इस तरह से शुरू हुआ था जैसे उसका कोई स्विच लगा हो जो एकदम से ऑन हुआ और अगले ही पल उसके रोने की आवाज आने लगी! वो रो रही थी लेकिन उसकी आंखों से आंसू एक भी बाहर नहीं आ रहा था, बस रोने की आवाज आ रही थी! अपना मुंह पूरी तरह से खोलते हुए वो लगातार रोए जा रही थी और उसकी रोने की आवाज इतनी ज्यादा इरिटेटिंग थी कि KV को आज तक इससे ज्यादा इरिटेशन किसी चीज से नहीं हुई थी और व्योक्षा का रोना लगातार बढ़ते ही जा रहा था।

KV गुस्से से चिल्लाया “चुप बिलकुल चुप! अब अगर तुमने एक बार भी रोने की आवाज निकाली तो मैं सारी गोलियां सीधा तुम्हारे हलक में उतार दूंगा!”

 ये बोलते हुए अब उसने व्योक्षा के माथे से गन हटाकर सीधा उसके होठों के बीचों बीच दबा दी थी, व्योक्षा की आंखें अब और भी ज्यादा बड़ी हो गई! अब तो वो KV को ये नहीं बोल सकती थी कि वो उसके सीने पर गन रख ले क्योंकि अब तो उसके होठों पर से लिपस्टिक हट चुकी थी और जब लिपस्टिक लगी ही नहीं हुई थी तो खराब क्या होती?

वो व्योक्षा की तरफ देखते हुए बोला "आज तक मैंने बहुत सारी लड़कियां देखी है, लेकिन तुमसे ज्यादा इरिटेटिंग लड़की मैंने कहीं नहीं देखी!”

ये बोलते हुए अब उसने उसके मुंह से गन हटा ली, व्योक्षा जल्दी से बोली "आपको ही इरिटेटिंग लगती हूं! बाकी सब तो मुझे क्यूट बोलते हैं और मेरी क्लास के लड़के तो मुझे पंपकिन बोलते हैं!”

 उसकी बात पर KV की आईब्रो एक बार फिर से उठ गई, वो उसकी तरफ देखते हुए बोला "सीरियसली? तुम्हारी क्लास के लड़के तुम्हें पंपकिन बोलते हैं?”

व्योक्षा ने अपना चेहरा हां में हिलाया और बोली "हां लेकिन वो वाला पंपकिन नहीं जिसकी सब्जी आप खाते हो, वो वाला पंपकिन जो क्यूट होता है… Hello pumpkin pumpkin you my honey bunny!” ये बोलते हुए वो पूरा म्यूजिक में सुर ताल लगा रही थी!

KV को एक बार फिर से उस पर गुस्सा आ रहा था, लेकिन अब उसने एक गहरी सांस ली और व्योक्षा की तरफ देखते हुए बोला "मैं आखिरी बार कह रहा हूं तुमसे, मेरे सामने ज्यादा जुबान मत चलाओ!”

व्योक्षा तुरंत बोली "ठीक है नहीं चलाऊंगी लेकिन प्लीज मुझे कद्दू बैंगन के अलावा कुछ और खाने को देदो प्लीज़! मैं आपको दुआएं दूंगी…

 उसकी बात पर KV के चेहरे पर डेविल एक्सप्रेशंस आ गए, वो एकदम से व्योक्षा के ऊपर झुका तो व्योक्षा तुरंत पीछे दीवार से लग गई और अब KV ने अपना एक हाथ दिवार पर रखा और पूरी तरह से व्योक्षा के चेहरे पर झुक कर बोला "अपनी सो कॉल्ड दुआएं अपने पास रखो, I don't need Them…

व्योक्षा चुपचाप उसकी तरफ देख रही थी, उसके होंठ हल्के हल्के फड़फड़ा रहे थे और अब उसकी आंखों से आंखें हटाकर KV ने उसके होठों की तरफ देखा! एकदम पिंक लिप्स जो सुबह तो लिपस्टिक से सने हुए थे लेकिन अब उन पर कोई लिपस्टिक नहीं थी, लेकिन फिर भी वो बेहद पिंक नजर आ रहे थे और फड़फड़ाते हुए तो वो और भी ज्यादा अट्रैक्टिव लग रहे थे और फिर KV की नजर गई उसकी गर्दन पर… लंबी सी गार्डन जिस पर पसीने की एक बूंद अब ऊपर से नीचे सरकते हुए सीधा व्योक्षा के सीने पर कपड़ों के बीच कहीं जाकर गुम हो गई!

KV ने अपने लोअर लिप को हल्का सा अंदर की तरफ दबा लिया और फिर उसे इंटेंस नजरों से देखते हुए पीछे की तरफ हट गया!

 व्योक्षा ने एक गहरी सांस ली, KV जाकर डाइनिंग टेबल पर बैठा तो व्योक्षा भी जल्दी से आकर उसके सामने बैठी!

जैसे ही उसने अपनी प्लेट में खाना रखना चाहा KV उसकी तरफ देखते हुए बोला “मैंने तुम्हें यहां पर खाना खाने के लिए नहीं बुलाया था, मैंने यहां पर तुम्हें खुद को खाना सर्व करने के लिए बुलाया था! लेकिन अब तुम्हारी वजह से मेरा सारा खाना खराब हो गया इसलिए उठो जाओ किचन में और जाकर मेरे लिए खाना बनाओ!”

उसकी बात पर व्योक्षा के चेहरे की हवाइयां उड़ गई, वो जल्दी से बोली "लेकिन मुझे कुछ नहीं बनाना आता! आई मीन बनाना आता है लेकिन जो मुझे बनाना आता है आप वो खा नहीं सकते!”

KV तुरंत बोला “इट्स ओके तुम्हें जो भी बनाना आता है जाओ और जाकर किचन में बनाओ!”

व्योक्षा एक बार फिर से कुछ बोलने को हुई लेकिन KV ने अपनी गन को टेबल से उठाया और व्योक्षा की तरफ पॉइंट करने लगा तो व्योक्षा तुरंत वहां से गायब हो गई!

 KV के चेहरे पर डेविल स्माइल आ गई, उसने वो सारे खाने की तरफ देखा जो अभी भी खाया जा सकता था लेकिन KV का मन अब व्योक्षा को परेशान करने का था! वो पहले तो उससे सिर्फ खाना सर्व करवाने वाला था लेकिन अब तो वो उसके हाथों से बना हुआ खाना खुद इंजॉय करने वाला था और उसे भूखा रखने वाला था।

वहीं दूसरी तरफ 

राठी हाउस 

अजय राठी अपने घर में इधर-उधर टहल रहे थे, उनके सामने एक आदमी खड़ा था जिसका नाम निरंजन था! निरंजन अजय जी का राइट हैंड था…

वो उनकी तरफ देखते हुए बोला "लेकिन इससे तो हमारी पार्टी पर गलत असर पड़ेगा सर, लोग कहेंगे कि आपको अपनी ही बेटी की परवाह नहीं है! अब तक तो पूरी मुंबई में ये खबर फैल चुकी है कि उस KV ने व्योक्षा बेटी को किडनैप कर लिया है, अगर हमने उसे नहीं छुड़ाया तो सब लोग आपके बारे में बहुत बातें करेंगे!”

अजय जी गुस्से से कांपते हुए बोले “करते हैं तो बेशक से करते रहे, लेकिन मैं उसे छुड़ाने के लिए उस KV के पास बिल्कुल नहीं जाने वाला! एक तो उस KV की वजह से मेरा सारा बिज़नस प्लान चौपट हो गया, मैं उस Robert के साथ मिलकर ड्रग्स की स्मगलिंग करने वाला था लेकिन उस KV की वजह से सब कुछ बर्बाद हो गया और अब तुम कह रहे हो कि मैं उस सिर दर्द को KV के पास से लेने जाऊं? बिल्कुल भी नहीं और वैसे भी मुझे नहीं लगता वो KV उसे ज्यादा देर तक बर्दाश्त कर पाएगा, वो खुद आकर उस सिर दर्द को मेरे पास छोड़कर जाएगा बिकॉज उसे हैंडल करना कितना मुश्किल है सिर्फ मैं जानता हूं… ना काम की ना काज की दुश्मन अनाज की!”

ये बोलकर अब वो जल्दी से अपने कमरे की तरफ चले गए और निरंजन जी के चेहरे पर परेशानी झलकने लगी, अजय जी तो व्योक्षा से बिल्कुल भी प्यार नहीं करते थे लेकिन निरंजन के दिल में व्योक्षा के लिए एक सॉफ्ट कॉर्नर था! वो बहुत ज्यादा इनोसेंट थी और ऐसे में KV की हैवानियत उसके साथ क्या करेगी? ये सोचकर ही उनके रोंगटे खड़े हो रहे थे।

वहीं दूसरी तरफ 

व्योक्षा किचन में आ गई थी और काउंटर पर खड़ी तरह-तरह के मुंह बना रही थी, कभी वो लेफ्ट साइड अपना नाक सिकोड़ती तो कभी राइट साइड!

वहीं दूसरी तरफ 

KV डाइनिंग टेबल पर बैठा था और अब उसने अपना फोन ऑन किया और उस पर किचन की फुटेज देखने लगा जहां पर व्योक्षा उसे सिवाय मुंह बनाने के कुछ भी करती नजर नहीं आ रही थी।

उसे देखकर KV हैरान हो रहा था, व्योक्षा कह कर गई थी कि उसे कुछ खास बनाना नहीं आता लेकिन कुछ तो बनाना आता है! हालांकि वो चीज KV खा नहीं पाएगा लेकिन उसे कुछ बनाना तो आता है… पर वहां तो वो कुछ बनाने का ट्राई करती हुई भी नजर नहीं आ रही थी।

 तकरीबन 15 से 20 मिनट बीत गए और व्योक्षा वहां पर खड़ी खड़ी बस मुंह बनाती रही, KV का चेहरा गुस्से से कांपने लगा था! अब तो उसे भी हद से ज्यादा भूख लगने लगी थी…

वो अपनी जगह से उठकर किचन की तरफ आया, जैसे ही व्योक्षा ने कदमों की आहट सुनी उसने पलट कर दरवाजे की तरफ देखा और फिर KV को देखते हुए अपना नाक सिकोड़ते लगी!

 कभी अपने होठों को बाहर की तरफ निकालते हुए पाउट बनाती तो कभी अपनी आंखों को रोल करती!

KV गुस्से से उसे देखते हुए उसके बिल्कुल सामने आकर खड़ा हुआ और बोला "What the Hell Is this? तुमने अभी तक कुछ बनाना शुरू क्यों नहीं किया?”

व्योक्षा तुरंत बोली "मैं तो कब की बनाते बनाते थक गई, लेकिन समझ नहीं आ रहा कि मैं अब ये आपको सर्व कैसे करूं?”

KV और भी ज्यादा भड़कते हुए बोला "तुम्हें मैं पागल नजर आता हूं क्या? तुमने ऐसा बनाया ही क्या है जो तुम मुझे सर्व करने वाली हो?”

व्योक्षा ने अचानक ही अपना हाथ ऊपर की तरफ कर चुटकी बजाई और फिर अपनी उंगली अपने चेहरे की तरफ पॉइंट कर दी!

पहले उसने अपनी राइट आइब्रो ऊपर की तरफ उठाई और फिर एक curve के साथ उसे नीचे की तरफ किया और फिर अगले ही पल दोबारा ऊपर की तरफ उठा दी! अब उसने अपनी दूसरी आईब्रो ऊपर की तरफ उठाई और उसे भी कर्व के साथ किसी सांप की तरह लहराया और वापस नीचे की तरफ किया और फिर रिदम के साथ दोनों एक साथ ऊपर की तरफ उठाई जैसे कोई म्यूजिक बज रहा हो और फिर हल्का सा अपना नाक सिकोड़ा!

उसके नाक में पहनी हुई वो नोज रिंग भी हल्की सी ऊपर की तरफ उठी और फिर उसने अपना लोअर लिप हल्का सा अंदर की तरफ दबाया और फिर बाहर की तरफ पाउट बनाते हुए निकाला!

KV जो गुस्से से कांप रहा था अब एकदम सुन्न उसकी तरफ देखता ही रह गया!

व्योक्षा ने अब अपने होठों को नॉर्मल किया और धीमी सी आवाज में लेकिन वो आवाज हद से ज्यादा सेडक्टिव थी, वो KV की तरफ देखते हुए बोली "बस इतना ही बनाना आता है, अब आप बताइए

मैं ये आपको कैसे सर्व करूं?”

KV की हार्टबीट एक पल के लिए फास्ट हुई!

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The Vohra Villa,

KV हैरानी से व्योक्षा की तरफ देख रहा था जो तरह-तरह के मुंह बना रही थी, उसे देखते हुए KV की हार्टबीट भी एक पल के लिए फास्ट हो गई थी लेकिन दूसरे ही पल उसने अपना सर झटकाया और गुस्से से व्योक्षा की तरफ देखते हुए बोला "बातें तो तुम एक सेकंड में हजार कर लेती हो, लेकिन खाना बनाना तुम्हें नहीं आता और मैं तुमसे उम्मीद भी क्या कर सकता हूं? पर आई डोंट केयर… तुम मेरे लिए जैसे मर्जी खाना बनाओ मुझे खाने से मतलब है! अगर तुमने मुझे खाना बना कर नहीं दिया तो पूरी रात तुम यहीं पर बैठी रहोगी, बेसमेंट में कम से कम तुम्हें टूटी हुई चेयर तो मिली हुई थी यहां पर तो तुम्हें वो भी नहीं मिलेगी! इस किचन से अब तुम तभी बाहर जाओगी जब तुम मुझे खाना सर्व करोगी, वो खाना जो सच में खाया जाता है ना कि… ये बोलते हुए उसने अपनी पलकों को बार-बार झपकाया!

वो तो बस व्योक्षा की एक्टिंग कर रहा था लेकिन व्योक्षा जल्दी से बोली "अरे ऐसे नहीं! ऐसे नहीं होता ये… ऐसे होता है!”

ये बोलते हुए अब उसने अपनी पलके झपकानी शुरू की, KV तो बहुत स्पीड से अपनी पलकों को झपका रहा था! एक सेकंड में ना जाने कितनी ही बार उसने अपनी पलकों को झपका दिया था लेकिन व्योक्षा धीरे-धीरे अपनी पलकों को झपका रही थी! वो अपनी आंखों को बंद करती और फिर खोलती, बंद करती और फिर दोबारा खोलती… ऐसा लग रहा था जैसे कोई फूल अपने आप में बंद हो रहा हो और फिर दोबारा उसकी पंखुड़ियां खुल रही हो!

उसे देखते हुए KV एक बार फिर से उसमें खो गया था लेकिन दूसरे ही पल उसने गुस्से से कहा “Whatever… ये बोलकर वो अब तुरंत वहां से जाने लगा!

व्योक्षा ने गुस्से से मुंह बनाया लेकिन तभी अचानक ही वो जोरों से चिल्लाई, उसकी नजर सामने जमीन की तरफ थी और फिर वो तेजी से भागते हुए KV की तरफ गई!

KV पलट कर उसकी तरफ देखता उससे पहले ही व्योक्षा सीधा उसकी पीठ पर चढ़ गई, उसने अपने पैरों को KV की कमर पर लपेट दिया था और उसके हाथ KV की गर्दन पर थे।

KV एकदम शॉक्ड रह गया, वक्त रहते उसने व्योक्षा की बैक पर अपना हाथ रखते हुए उसे संभाल लिया था वरना व्योक्षा तो गिरती ही साथ में KV भी मुंह के बल नीचे जमीन पर गिरता! वो गुस्से से कांपते हुए बोला "ये क्या बदतमीजी है?”

व्योक्षा ने अपनी फिंगर सामने की तरफ की और बोली "वो देखो छिपकली! मुझे छिपकली से बहुत ज्यादा डर लगता है… प्लीज मुझे छिपकली से बचा लो, अगर वो मुझे खा जाएगी तो? मेरे बाकी के ख्वाब तो ख्वाब ही रह जाएंगे! मैं इतनी जल्दी नहीं मरना चाहती, अभी तो मेरी शादी भी नहीं हुई है… प्लीज मुझे छिपकली से बचा लो!”

KV गुस्से से दांत पीसते हुए बोला "पहले मुझे शक था लेकिन अब मुझे कंफर्म हो गया है कि तुम सच में पागल हो इसीलिए तो शायद तुम्हारा बाप तुम्हें छुड़ाने नहीं आया, वरना कौन बाप होगा जो अपनी बेटी को इस तरह से गैंगस्टर के साथ छोड़े? लेकिन अजय राठी? उसे तो मैं सेल्यूट करता हूं कि पता नहीं कैसे वो तुम्हें बर्दाश्त कर रहा था? अब उसका पीछा तो तुमसे छूट गया क्योंकि उसकी मुसीबत तो मैं अपने गले में बांधकर खड़ा हूं, लेकिन मैं यूं ही पूरी जिंदगी तुम्हें हैंडल नहीं करने वाला! चुपचाप नीचे उतरो और जाओ जाकर मेरे लिए खाना बनाओ वरना…

उसकी बात पूरी होती उससे पहले ही व्योक्षा बोली "मैं उस छिपकली को देखकर पानी की एक बूंद नहीं बना सकती, आप खाना बनाने की बात कर रहे हैं?”

KV को उस पर अब हद से ज्यादा गुस्सा आ रहा था, भला पानी की बूंद कौन बनाता है? उसके चेहरे पर इरिटेशन साफ नजर आ रही थी।

व्योक्षा अब उसके कान के पास अपने होठों को कर बेहद धीमी आवाज में बोली "आप एक काम कीजिए इस छिपकली को कहिए कि मुझे आपके लिए खाना बनाना है और आपको सच में बहुत ज्यादा भूख लगी है, क्या पता आपकी बात सुनकर इस छिपकली का दिल पिघल जाए और ये यहां से चली जाए? फिर मैं आपके लिए पक्का कुछ बनाऊंगी, ज्यादा तो नहीं लेकिन जैसे-तैसे मैगी तो मैं बना ही लूंगी! बस आप खा लीजिएगा फेंकिएगा मत… अगर आपने फेंका तो मेरा दिल टूट जाएगा! मेरा दिल बहुत नाजुक है, उसे कभी तोड़िएगा मत…

उसकी बात सुनते हुए KV पलट कर उसकी तरफ देख रहा था और उसकी इस बात पर उसकी नज़रें व्योक्षा पर थोड़ी गहरी हो गई थी!

व्योक्षा भी मासूम सा मुंह बनाते हुए उसकी तरफ देख रही थी, KV अब अपने कदम पीछे की तरफ लेने लगा! वो व्योक्षा को लेकर काउंटर के करीब पहुंचा और उसने व्योक्षा को काउंटर पर उतारा… एक तो पहले ही भूख की वजह से उसका दिमाग खराब हो रहा था और ऊपर से अब सामने जमीन से चिपकी हुई छिपकली की वजह से व्योक्षा उसके लिए खाना नहीं बना रही थी!

वो कुछ पल उस छिपकली की तरफ देखता रहा और फिर उसने अपनी कमर से गन निकाली, व्योक्षा जो उसके पीछे ही खड़ी थी वो उसकी तरफ देखते हुए बोली "आप गन से छिपकली को डराने वाले हो? बेचारी कितनी मासूम है, अगर आप उसे गन से डराओगे तो कहीं उसका सुसु बीच में ना निकल जाए?”

ये बोलकर वो एकदम जोरों से चिल्लाई "मम्मी!!!” चिल्लाते हुए वो एक बार फिर से KV की पीठ पर चढ़ चुकी थी क्योंकि डर से उसकी हालत खराब हो रही थी, छिपकली का तो पता नहीं लेकिन उसका खुद का सुसु बीच में निकलने को हो गया था।

KV ने उस छिपकली को गन से डराया नहीं था बल्कि उसे गन से खत्म ही कर दिया था और अब व्योक्षा के होंठ थरथर कांप रहे थे! वो खुद भी पूरी कांप रही थी….

वो छिपकली जो उसे परेशान कर रही थी बेचारी के चिथड़े उड़ चुके थे, यहां लोगों से इंसानों पर निशाना नहीं लगता था लेकिन KV ने एक पल में उस छिपकली पर निशाना लगा दिया था।

KV में एक बार फिर से उसकी बैक पर अपना हाथ रखा और हल्का सा अपना चेहरा घूमाते हुए बोला "अब खाना बनेगा या नहीं?”

व्योक्षा जल्दी से अपना चेहरा हां में हिलाकर बोली "बनेगा बनेगा जरूर बनेगा! अब तो छप्पन भोग भी बनेंगे, बस फोन दे दीजिए… फोन में देख देख कर सब कुछ बना लूंगी!”

KV तिरछा मुस्कुराया और बोला “क्यों नहीं?” ये बोलकर उसने अपनी पॉकेट से फोन निकाला और व्योक्षा की तरफ बढ़ा दिया!

व्योक्षा ने तुरंत वो फोन लिया और KV ने अब एक बार फिर से उसे नीचे जमीन पर उतार दिया, वो खुद बाहर की तरफ आ गया और व्योक्षा उस छिपकली की तरफ देख रही थी जिसका राम नाम सत्य KV कर चुका था।

व्योक्षा को अपना गला सूखता हुआ महसूस हो रहा था, उसने जैसे तैसे उस छिपकली पर से अपनी नजर हटाई और KV के फोन की तरफ देखने लगी जिस पर ना कोई लॉक था ना कोई पासवर्ड…

उसने यूं ही स्क्रीन को स्वाइप किया तो फोन अनलॉक हो गया और अगले ही पल उसने युटुब खोला और उस पर गूगल सर्च में बोली "खाना कैसे बनाएं?”

वो इतनी ज्यादा आलसी थी कि मैसेज टाइप करने में भी उसे जोर आता था।

सामने से यूट्यूब पर वीडियो ऑन हुई, जैसे ही उसने पहली वीडियो ऑन की उस पर वीडियो की पहली लाइन थी “खाना बनाने से पहले आप अच्छे से मूड बनाएं कि आपको खाना बनाना क्या है? जितने अच्छे से आप मूड बनाएंगे उतने ही अच्छे से आपका खाना भी बनेगा!”

वो लाइन सुनते हुए व्योक्षा के चेहरे पर मुस्कराहट तैर गई, उसने तुरंत अपने हाथ में एक स्पेटुला उठाया और फिर अपने पल्लू को साइड में बांधते हुए बाहर की तरफ आई!

सामने टेबल पर ही उसे KV नजर आया जो अब स्मोक कर रहा था और सामने टेबल पर वाइन की बोतल भी खुली हुई थी।

व्योक्षा को देखते हुए उसने गिलास में वाइन डाली और बोला “इतनी जल्दी खाना बन भी गया?”

व्योक्षा अब उसके सामने आकर खड़ी हुई और बड़ी अदा से बोली "खाना तो मैं बाद में बनाऊंगी, पहले तो मैं आपका मूड बनाने आई हूं!” ये बोलते हुए उसने अपनी कमर को हल्का सा हिलाया…

KV जो वाइन पी रहा था अचानक ही उसके मुंह से वाइन बाहर निकलने को हो गई, लेकिन जल्दी ही उसने खुद को संभाला!

वो अपनी बड़ी-बड़ी आंखों से व्योक्षा की तरफ देखते हुए बोला "ये क्या बकवास है?”

व्योक्षा मासूमियत से बोली "बकवास नहीं कर रही हूं, आपसे पूछने आई हूं कि आपका क्या खाने का मूड है? पहले आप अच्छे से मूड बनाइए कि आपको खाना क्या है? फिर मैं उस रेसिपी की वीडियो निकाल कर खाना बनाऊंगी, प्लीज ज्यादा मेहनत मत करवाइए ना… मेरी कलाइयां दुख रही है और मेरी कमर भी! टूटी हुई चेयर पर बैठने का दुख आप क्या जानो रमेश बाबू? 100 आहें निकलती है तब भी ये दर्द नहीं जाता… ये बोलते हुए उसकी आवाज बहुत ज्यादा सेडिक्टिव थी।

KV जिस पर ऑलरेडी वाइन का नशा हल्का-हल्का हो चुका था, वो अब और भी ज्यादा इंटेंस नजरों से व्योक्षा की तरफ देखने लगा था।

वो मुस्कुरा कर बोला "तुम्हें बनाना क्या आता है?”

व्योक्षा ने अपने लोअर लिप को हल्का सा अंदर की तरफ दबाया, KV एक बार फिर से बोला "इसके अलावा क्या बनाना आता है?”

व्योक्षा ने कुछ सोचते हुए कहा “ब्रेड पर जैम लगा लेती हूं, आलू प्याज काट के नमकीन चाट बना लेती हूं! मैगी भी बना ही लेती हूं और साथ में शेक भी बनाने आते हैं…. मेरा फेवरेट स्ट्रॉबेरी है! आप अपना बता दीजिए?”

KV ने अब अपना लोअर लिप हल्का सा अंदर की तरफ दबाया, व्योक्षा तुरंत बोली "उफ्फफ आप तो मेरे कंपीटीटर निकले!”

KV एकदम इंटेंस वॉइस में बोला "चॉकलेट!”

व्योक्षा जल्दी से बोली "पक्का?”

KV ने अपना चेहरा हां में हिलाया, व्योक्षा एक बार फिर से बोली "फिर आप मुझे किंडर जॉय दिलाओगे?”

KV ने कुछ नहीं कहा, व्योक्षा मुस्कुराई और बोली "प्लीज दिला दीजिएगा! मैंने सुबह से नहीं खाया, डैड ने कहा था कि शादी के बाद वो मुझे पूरा बॉक्स दिलाएंगे… अब शादी नहीं हुई इसमें मेरी क्या गलती? मुझे तो किंडर जॉय मिलना चाहिए ना?”

KV ने अपनी पलकें झपका दी और व्योक्षा अब जल्दी से किचन में आई, उसने एक तरफ मैगी बनने के लिए रखी और दूसरी तरफ प्याज टमाटर काटने लगी! टमाटर तो उसने आराम से काट लिया लेकिन प्याज काटते वक्त वो अपनी विदाई से भी ज्यादा रो रही थी, पर अब उसे टेंशन नहीं थी क्योंकि उसका मेकअप ऑलरेडी स्पॉइल हो चुका था।

नमकीन बनाने के बाद अब वो शेक बनाने लगी, अपने लिए उसने स्ट्रॉबेरी शेक बना लिया था! अब वो चॉकलेट शेक बना रही थी…

उसके हाथ में चॉकलेट सिरप की बोतल थी जिससे वो जग में चॉकलेट डाल रही थी और अब उसने वो बोतल अपने होठों के पास ऊपर की तरफ की, जिससे चॉकलेट अब उसके होठों पर गिर रही थी!

जैसे ही वो चॉकलेट उसके होठों के बाहर गिरी उसने तुरंत बोतल को साइड में रखा और अपनी उंगली अपने होठों के पास रखकर चॉकलेट को रिमूव करने लगी, लेकिन तभी उसका हाथ पकड़ कर किसी ने उसे रोक लिया!

उसने सामने की तरफ देखा जहां KV खड़ा था और उसकी आंखें इस वक्त गहरी लाल थी, उसके अंदर से वाइन की जबरदस्त स्मेल आ रही थी और उसने अपना लोअर लिप हल्का सा अंदर की तरफ दबाया हुआ था! उसकी नज़रें व्योक्षा के होठों पर थी जहां से चॉकलेट सिरप नीचे की तरफ लुढ़क रहा था…

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