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Chapter 10,11,12

KV ने व्योक्षा को जो ऑफर दिया था, उसे सुनकर व्योक्षा के होश उड़े हुए थे लेकिन उसकी नज़रें सामने रखे हुए किंडर जॉय पर ही थी और वो अपनी जीभ बाहर की तरफ निकालते हुए अपने होठों पर गोल-गोल घुमा रही थी! इतना पानी तो फिलहाल वहां डाइनिंग टेबल पर रखा नहीं हुआ था जितना उसके मुंह में वो सारे किंडर जॉय देखकर आ रहा था।

KV के चेहरे पर डेविल एक्सप्रेशन थे, अभी तक व्योक्षा ने कुछ नहीं कहा था लेकिन वो व्योक्षा का डिसीजन पहले से ही जानता था और फिर बिल्कुल वही हुआ जो उसने सोचा था!

व्योक्षा ने तुरंत उन पांचों किंडर जॉय पर अपना हाथ रखा और उन्हें अपनी तरफ खींचते हुए बोली "मेरे डैड कमजोर नहीं है, वो बहुत ज्यादा स्ट्रांग है! आपको मुझे मेरे घर छोड़कर आने की कोई जरूरत नहीं है… वो खुद से मुझे लेने के लिए यहां आएंगे और देखना आपके आदमियों को अच्छे से सबक भी सिखाएंगे, जिन्होंने मुझे इतना परेशान किया! मुझे मेरे डैड पर पूरा ट्रस्ट है इसलिए मैं ये किंडर जॉय रख लेती हूं… जब तक डैड नहीं आते तब तक इंजॉय करूंगी!”

ये बोलते हुए उसने एक किंडर जॉय खोल भी दिया! अगले ही पल उसमें से एक छोटा सा गिफ्ट निकला जो कि एक टॉय कार थी, जिसके व्हील्स फिलहाल अलग थे लेकिन व्योक्षा ने किसी प्रो प्लेयर की तरह उन्हें जोड़ा और फिर डाइनिंग टेबल पर उस कार को चलाते हुए बोली "बड़ूम!!!!! बड़ूम!! शूरयूइयोंयों!!!”

KV हैरानी से उसकी तरफ देख रहा था, उसके पास वर्ल्ड की ऑलमोस्ट सभी टॉप मॉडल गाड़ियां थी लेकिन किसी में से भी इस तरह की आवाज नहीं आती थी जिस तरह की आवाज अभी-अभी व्योक्षा ने निकाली!

व्योक्षा KV की तरह देखते हुए बोली "आपको पता है ये मेरा फेवरेट टॉय है, सिर्फ इसी टॉय के लिए मैं बॉयज वाले किंडर जॉय लेती हूं वरना मैं कभी भी बॉयज वाले किंडर जॉय नहीं लेती! सिर्फ गर्ल्स वाले लेती हूं, उसमें जब डॉल निकलती है तो मुझे बहुत अच्छा लगता है….

KV उसकी बातें सुनते हुए हल्का सा मुस्कुराया और बोला "अच्छा तो फिर तुम उस डॉल के साथ क्या करती हो?”

व्योक्षा जल्दी से बोली "फिर मैं उसके साथ खेलती हूं, आपको पता है जब मैं छोटी थी तो मैं अपनी डॉल की शादी करवाती थी और अब भी जब मुझे कोई डॉल मिलती है तो मैं उसकी शादी करवा देती हूं… मुझे बड़ा मजा आता है! मेरी शादी तो आपने होने नहीं दी, आपने तो मेरे दूल्हे को ही मार दिया! अब मेरी शादी का तो कोई पता नहीं लेकिन मैं देखती हूं, अगर इस किंडर जॉय में से डॉल निकली तो मैं उसकी शादी करवाऊंग… उसके साथ घर-घर खेलूंगी!”

ये बोलते हुए उसके चेहरे पर अलग ही एक्साइटमेंट नजर आ रही थी, KV के चेहरे की वो स्माइल अब और भी ज्यादा इंटेंस हो गई!

अब उसने अपना एक हाथ टेबल पर रखा और दूसरा चेयर पर, वो पूरी तरह से व्योक्षा पर झुका और बोला "अगर मैं तुम्हें कहूं कि डॉल के साथ-साथ तुम मेरे साथ भी ऐसा ही कुछ खेलो तो क्या तुम खेलोगी?”

व्योक्षा ने अपना चेहरा हल्का सा पीछे कर लिया था, KV की आंखें इस वक्त बेहद गहरी लग रही थी! वो थोड़ा डरी सहमी बोली "अगर आप कहेंगे तो खेल लूंगी, लेकिन मेरी डॉल के लिए आप तो बहुत बड़े हो जाएंगे! मैं अपनी डॉल की शादी आपसे नहीं करवा पाऊंगी…

KV तुरंत बोला “डॉल की मत करवाना, बेशक से तुम भी मत करना पर जो शादी के बाद वाला प्रोग्राम होता है बस मुझे तो उसी में इंटरेस्ट है!” ये बोलते हुए उसकी आवाज अब और भी ज्यादा इंटेंस हो चुकी थी।

व्योक्षा सवालिया नजरों से उसे देख रही थी, उसने अब वापस किंडर जॉय अपने हाथ में उठाया और बोली "पहले मैं ये खा लूं?”

KV ने अपना चेहरा हां में हिलाया और पीछे की तरफ रिलैक्स होकर बैठ गया! वो अब व्योक्षा को किंडर जॉय खाते हुए देख रहा था, किंडर जॉय के साथ एक स्पून भी था लेकिन व्योक्षा ने उसे साइड में रख दिया और अपनी फिंगर से पहले बॉल्स को खाया और फिर चॉकलेट को लिक करने लगी!

KV की नजरे उस पर टिकी हुई थी और अब उसने अपनी जीभ को हल्का सा बाहर निकाला और अपने होठों पर गोल घूमाने लगा!

चॉकलेट लिक करते हुए ही व्योक्षा ने अपनी नजरे उठाकर KV की तरफ देखा, उसके एक्सप्रेशंस देखकर वो जल्दी से बोली "आपका भी किंडर जॉय खाने का मन कर रहा है क्या? आपको भी इसकी चॉकलेट अच्छी लगती है?”

KV ने उसके होठों की तरफ देखा हुआ जहां आस-पास पूरी चॉकलेट ही चॉकलेट फैली हुई थी, वो एकदम इंटेंस वॉइस में बोला “मन तो बहुत कर रहा है!”

जैसे ही उसने कहा व्योक्षा ने अपने बाकी के सारे किंडर जॉय अपने हाथों में उठा लिए और बोली "तो फिर आप अपना किंडर जॉय ले आइए, ये वाले तो मेरे हैं…. मैं आपको इसमें से नहीं दे सकती!”

KV तिरछा मुस्कुराया और बोला "मुझे इनमें से चाहिए भी नहीं!”

व्योक्षा हैरानी से बोली "तो फिर आपकी क्रेविंग सेटिस्फाई कैसे होगी?”

KV एक बार फिर से बोला "तुम अपनी चाकलेट एंजॉय करो, मुझे जो चाहिए वो मैं ले लूंगा!”

ये बोलते हुए अब भी उसकी नज़रें व्योक्षा के होठों की तरफ थी।

व्योक्षा ने अब एक के बाद एक वो सारे किंडर जॉय खोले और उनमें से टॉयज इकट्ठे करके एक साइड रख दिए और सारी चॉकलेट्स लिक करके खाने लगी!

आखिर में उसने एक गहरी सांस ली और बोली "अब मैं थक गई, लेकिन ये थोड़ी सी बची है! अगर आप खाना चाहते हैं तो खा सकते हैं… ये बोलते हुए उसने एक किंडर जॉय जिसमें बिल्कुल थोड़ी सी चॉकलेट थी, वो KV की तरफ बढ़ा दी!

KV ने अपना चेहरा ना में हिलाया और बोला "ये भी तुम ही खा जाओ!”

व्योक्षा ने अपने कंधे हल्के से ऊपर की तरफ उठाए और बोली "ठीक है!” ये बोलकर उसने तुरंत वो चॉकलेट लिक करना शुरू कर दी और अब उसने सारे किंडर जॉय एकदम खाली कर दिए थे, पर उसके हाथ और उसका मुंह चॉकलेट से भरा हुआ था!

KV जो अभी भी उसके होठों की तरफ देख रहा था, अब वो अपनी जगह से उठा! इससे पहले कि व्योक्षा डाइनिंग टेबल पर पड़ा हुआ नैपकिन उठाकर अपना मुंह साफ करती KV ने उसकी कमर पर अपना हाथ रखा और उसे एक झटके से ऊपर की तरफ उठा लिया!

व्योक्षा किसी बच्चे की तरह ऊपर उठ गई, उसके पैर अब नीचे जमीन पर नहीं थे! वो पूरी तरह से KV के सीने से लगी हुई थी और KV उसे यूं ही अपनी बाहों में उठाए हुए अंदर रूम की तरफ लेकर जा रहा था!

व्योक्षा बड़ी-बड़ी आंखों से KV को टुकुर-टुकुर देखते हुए बोली "आप मुझे कहां लेकर जा रहे हैं?”

KV उसके होठों की तरफ देखते हुए बोला "तुमने तो चॉकलेट खा ली, अब मेरी क्रेविंग सेटिस्फाई करने का वक्त आ गया!” ये बोलकर वो उसे सीधा बेड पर लेकर आया और फिर अगले ही पल उसने एक झटके से उसे बेड पर पटका…

व्योक्षा किसी बॉल की तरह बेड पर बाउंस हुई, KV अपनी इंटेंस नजरों से उसे देखने लगा! उसके वो गोरे पैर जिन पर पायल पहनी हुई थी, वो एकदम सेक्सी thighs और कर्व्स…. पेट जो एकदम अंदर की तरफ लगा हुआ था, बेहद नाजुक सा और फिर परफेक्ट फिगर जहां शर्ट के बटन खुले हुए थे और फिर बारी आई उसके चॉकलेट से सने हुए लिप्स की!

इससे पहले कि व्योक्षा अपनी जगह से उठती KV उसके ऊपर झुका और अगले ही पल उसने व्योक्षा के होठों के आसपास की चॉकलेट को लिक करना शुरू कर दिया था! उसकी tongue व्योक्षा के होठों पर चल रही थी और व्योक्षा को एकदम से गुदगुदी हो रही थी, उसने अपने हाथ KV के कंधे पर रख दिए!

KV इस वक्त शर्टलेस था और उसके हाथों की वो चॉकलेट KV के कंधों पर लग गई थी, KV ने पहले उसके होठों के आसपास लगी हुई चॉकलेट को साफ किया और फिर अपनी tongue से उसके होठों को खोलते हुए वो उसे अंदर तक स्मूच करने लगा!

व्योक्षा ने उसे खुद से दूर करने की कोशिश की लेकिन उसके चौड़े कंधों को ढंग से पकड़ पाना भी उसके बस की बात नहीं थी, उसे दूर करना तो उसके लिए लगभग से इंपॉसिबल ही था!

KV डिप्ली व्योक्षा को किस किए जा रहा था, उन दोनों की गहरी गर्म सांसे आपस में लड़खड़ा रही थी और व्योक्षा को KV का सलाइवा पूरी तरह से अपने होठों पर फील हो रहा था!

ये उन दोनों के बीच की सेकंड किस थी, कल रात मैगी खाते वक्त भी KV ने उसे यूं ही किस किया था और अब भी वो उसे इंटेंसली किस किए जा रहा था!

व्योक्षा ने एक बार फिर से उसे खुद से दूर करने की कोशिश की, लेकिन इस बार जैसे ही उसने हल्का सा जोर लगाया KV ने उसके लिप्स को बाइट कर लिया और व्योक्षा की दर्द से आह निकल गई लेकिन वो आह भी उसके होठों में दबकर रह गई थी और अब KV का हाथ उसकी कमर पर आ चुका था! वो हल्का-हल्का उसकी कमर को सहलाने लगा था…

व्योक्षा की धड़कनों ने तेज होना शुरू कर दिया था और फिर धीरे-धीरे उसे KV का हाथ अपने सीने की तरफ बढ़ता हुआ महसूस हुआ!

वोहरा विला,

KV व्योक्षा को पैशनेटली किस किए जा रहा था, उसने अभी-अभी व्योक्षा के होठों के आसपास लगी हुई सारी चॉकलेट को पूरी तरह से साफ कर दिया था और अब उसे किस करते हुए ही वो अपना हाथ उसके सीने की तरफ लेकर जाने लगा था!

व्योक्षा जो उस किस में पूरी तरह से खोई हुई थी, उसे तो कुछ समझ ही नहीं आ रहा था लेकिन अचानक ही KV का फोन बजने लगा तो उसका हाथ एकदम से रुक गया!

व्योक्षा के सिर के पास की उसका फोन पड़ा था, व्योक्षा के होठों से जैसे ही KV के होंठ हटे उसने राहत के सांस ली! इतना पागल होकर तो उसने वो किंडर जॉय नहीं खाया था जितना पागल होकर KV ने उसके होठों को खा लिया था!

वो अपनी उंगलियों से अपने होठों को सहला रही थी और साथ ही साथ KV की तरफ देख रही थी जो फोन पर बात कर रहा था!

फोन पर सामने से AV था, जो KV को बता रहा था कि कल कसक का बर्थडे है तो वो इस बार उसका बर्थडे ग्रैंड वे में सेलिब्रेट करना चाहता है और कल ही KV की लिटिल सिस्टर इंडिया वापस आने वाली है तो वो चाहता है कि ये सेलिब्रेशन और भी ज्यादा बड़ा हो!

KV हल्का सा मुस्कुराया और बोला "ओके डैड मैं पहुंच जाऊंगा!”

ये बोलकर उसने कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया, व्योक्षा जो पहले ये सोच रही थी कि वो KV को बोलेगी कि वो बार-बार उसे किस क्यों किए जा रहा है? वो भी बिना उससे पूछे ही वो सीधा पागलों की तरह उसे किस करने लग जाता है लेकिन अब वो किस वाली बात तो भूल ही गई थी!

वो KV की तरफ देखते हुए बोली "आपकी फैमिली कहीं बाहर रहती है क्या? आप उनके पास जा रहे है?”

ये बोलते हुए उसके चेहरे पर परेशानी झलक रही थी, उसे टेंशन इस बात की नहीं थी कि KV कहीं जा रहा है! उसे टेंशन इस बात की थी कि अगर KV जा रहा है तो पीछे से वो कहां जाएगी? अभी तो उसके डैड भी उसे लेने नहीं आए इसलिए वो एक बार फिर से बोली “क्या आप जाने से पहले मुझे मेरे डैड के पास छोड़कर जाओगे? लेकिन मैंने किंडर जॉय तो सारे खा लिए तो वो वाला ऑफर तो अब खत्म हो गया होगा ना?”

KV मुस्कुराया और बोला "एक्जेक्टली! मैं तुम्हें तुम्हारे डैड के पास छोड़ने नहीं जाऊंगा क्योंकि तुमने वो वाला ऑफर रिजेक्ट कर दिया और रही बात मेरी फैमिली की तो मेरी फैमिली घर पर ही रहती है!”

उसकी बात पर अब व्योक्षा के सवालिया एक्सप्रेशंस और भी ज्यादा गहरे हो गए थे क्योंकि कल रात से तो वो भी KV के साथ ही थी, उसके हिसाब से तो KV का घर वही था जहां पर KV रह रहा था लेकिन यहां पर तो उसने KV के अलावा और किसी को नहीं देखा था! बस एक-दो सर्वेंट को जो वहां पर काम वगैरह कर रही थी…

वो कुछ पूछने को हुई लेकिन अब KV उसके ऊपर से हट चुका था, व्योक्षा जल्दी से बोली "अगर आप मुझे मेरे घर नहीं छोड़ कर आओगे और मैं यहां से अकेली जा भी नहीं सकती फिर तो मेरा स्कूल भी मिस हो जाएगा! आपको पता है मैं एक भी दिन स्कूल मिस नहीं करती हूं, अगर मैं स्कूल नहीं जाती तो बच्चों का मन नहीं लगता!”

उसकी बात पर KV ने पलट कर उसे ऊपर से नीचे देखा और बोला "तुम स्कूल में बच्चों का मन लगवाने जाती हो?”

व्योक्षा ने हल्का सा खुद को हिलाया और बड़ी ही अदा से बोली "अब मैं हूं ही ऐसी कि जहां जाती हूं सबका मन खुद ब खुद लग जाता है और जब नहीं जाती हूं तो सब उदास हो जाते हैं!”

KV अजीब से एक्सप्रेशंस बनाते हुए बोला "शक्ल से ऐसी लगती तो नहीं हो तुम जैसी बातें कर रही हो, लेकिन आजकल लड़कियों का भरोसा भी नहीं है… चेहरा मासूम होता है और हरकतें कातिलों वाली!”

व्योक्षा अब जल्दी से उसके करीब आई और अपना लोअर लिप पहले उसने हल्का सा अंदर की तरफ दबाया, एकदम बच्चों की तरह क्यूट सा मुंह बनाया और फिर KV की तरफ देखते हुए बोली "देखिए वो तो मैंने सारे किंडर जॉय खा लिए तो मैं आपको ये भी नहीं बोल सकती कि आप वो सारे किंडर जॉय वापस ले लीजिए, लेकिन प्लीज आप बेशक से मुझे मेरे डैड के पास मत जाने दीजिए लेकिन आप मुझे मेरे स्कूल तो जाने दे ही सकते हैं ना? आपने अश्क NGO के बारे में तो सुना ही होगा ना? मुझे वहीं पर जाना है!”

उसकी बात सुनकर KV की आईब्रो ऊपर की तरफ उठ गई, वो उस NGO के बारे में सिर्फ जानता नहीं था बल्कि उसका उस NGO से एक खास रिश्ता भी था।

वो व्योक्षा की तरफ देखते हुए बोला "तुम्हें उस स्कूल में जाना है?”

व्योक्षा ने तुरंत अपना चेहरा हां में हिलाया, KV कुछ सोच कर बोला "ओके फाइन लेकिन अगर तुमने कोई चालाकी करने की कोशिश की तो तुम बहुत पछताओगी, ये बात तुम अपने दिमाग में अच्छे से डाल लेना!”

उसकी बात पर व्योक्षा ने अपनी दो फिंगर को अपने माथे की एक तरफ रखा और फिर उन्हें गोल घुमाया!

KV ने सवालिया नजरों से उसे देखा और बोला "ये क्या कर रही हो?”

व्योक्षा मासूमियत से बोली "दिमाग का ताला खोल रही हूं, उसमें आपकी बात डालूंगी ना ताकि फिर बाद में मुझे पछताना न पड़े!”

KV ने अब और भी ज्यादा अजीब मुंह बनाया, अब तो उसे व्योक्षा पागल सी लगने लगी थी!

वहीं व्योक्षा ने अब AV की बात दोहराई और बोली "अगर तुमने कोई चालाकी करने की कोशिश की तो तुम बहुत पछताओगी, ये बात मैं अपने दिमाग में अच्छे से डाल चुकी हूं!”

ये बोलकर अब वो KV की तरफ देखते हुए बोली "पर मेरे पास कपड़े तो है ही नहीं तो मैं वहां पर पहन कर क्या जाऊंगी?”

KV हल्का सा मुस्कुरा कर बोला "जो पहना हुआ है वही पहन कर चली जाओ!” ये बोलते हुए उसने उसका हाथ पकड़ कर उसे वापस अपने करीब खींच लिया!

एक पल के लिए व्योक्षा का दिल जोरो से धड़क उठा, उसने अपनी पलके बार-बार झपकाई!

KV ने एक बार फिर से अपना हाथ उसकी शर्ट को हल्का सा ऊपर की तरफ सरकाते हुए उसकी कमर पर रखा था तो उसे KV का हाथ पूरी तरह से अपने ऊपर फील हो रहा था!

वो तुरंत पीछे की तरफ हट गई और बोली "नहीं मैं वहां पर ऐसे कपड़ों में नहीं जा सकती क्योंकि वहां पर ऐसे कपड़े अलाउड नहीं, आप मुझे नॉर्मल से कपड़े दे दीजिए ना!” ये बोलते हुए उसने अपने हाथों को आगे की तरफ बढ़ाया और फिर अपनी उंगलियों को अपनी तरफ तीन-चार बार खींचा!

KV उसकी हरकत पर हंसा और बोला "ओके फाइन 15 मिनट में तुम्हारे लिए कपड़े आ जाएंगे!”

व्योक्षा हैरानी से बोली "ऐसे क्या कपड़े सिलने वाला आपके घर के बाहर ही बैठा था क्या?”

KV तुरंत बोला "तुम्हें सिर्फ कपड़ों से मतलब होना चाहिए!” ये बोलकर अब वो बाहर की तरफ चला गया…

व्योक्षा चुपचाप बेड पर बैठ गई, उसने अपने दोनों हाथों को अपने चेहरे के नीचे रखा हुआ था और तरह-तरह के मुंह बनाते हुए अब वो अपने लिए कपड़ों का इंतजार कर रही थी।

वहीं दूसरी तरफ

KV बाहर आकर सोफे पर बैठा और उसने एक बार फिर से स्मोक करना शुरू कर दिया था!

अब उसने अपना फोन लिया और कृतिका का नंबर डायल किया, जैसे ही दो-तीन बैल गई सामने से कॉल रिसीव हुआ और कृतिका की आवाज आई “थैंक गॉड तुमने मुझे कॉल तो किया! तुम्हें पता है मुझे तुम्हारी कितनी टेंशन हो रही थी, एक तो तुमने मेरा कॉल रिसीव नहीं किया और ऊपर से मेरे मैसेज का रिप्लाई भी नहीं किया! तुम ठीक तो हो ना KV?”

उसकी बात पर KV मुस्कुराया और बोला "मैं बिल्कुल ठीक हूं! एक्चुअली मैंने तुम्हें बताया था ना कि मैंने एक लड़की को ऑलमोस्ट किडनैप करके अपने पास रखा हुआ है तो बस मैं उसी में बिजी था…

कृतिका जल्दी से बोली “क्या वो लड़की तुम्हें इतना ज्यादा परेशान कर रही है? काश मैं तुम्हारे पास होती तो मैं उस लड़की को तुम्हारे करीब भी नहीं आने देती क्योंकि मैं ऐसी लड़कियों को बहुत अच्छी तरह से जानती हूं, जो बहाने बनाकर लड़कों के करीब आती है! उन्हें अपनी तरफ अट्रैक्ट करती है… कभी मासूमियत का दिखावा करती है तो कभी खूबसूरती को अपना हथियार बनाती है! अगर मैं तुम्हारे पास होती तो मैं उस लड़की को ऐसा सबक सिखाती कि वो हमेशा याद रखती….

KV उसकी बातों पर इंटेंस स्माइल के साथ बोला "लेकिन कहीं ऐसा ना हो कि मैं सच में उस लड़की की तरफ अट्रेक्ट हो जाऊं? आई मीन वो लड़की सच में बहुत ज्यादा खूबसूरत है!”

उसकी बात पर कृतिका हंसी और बोली "रहने दो! तुम पर मुझे पूरी तरह से यकीन है, तुम्हारी लॉयल्टी पर मैं कोई उंगली उठा ही नहीं सकती…. मुझे बस उस लड़की से प्रॉब्लम है! वो कोई फालतू की हरकतें ना करें, तुम प्लीज उससे थोड़ा दूर ही रहना!”

KV हल्का सा मुस्कुरा कर बोला "ओबवियसली बेबी मैं उससे दूर ही रहूंगा, उसके करीब तो मैं बिल्कुल नहीं जाऊंगा!” ये बोलते हुए उसके चेहरे की वो इंटेंस स्माइल अब और भी ज्यादा लंबी हो चुकी थी।

सामने से कृतिका की आवाज आई “ओके फाइन अब मैं तुमसे बाद में बात करती हूं और हां मैं तुम्हें बताना तो भूल ही गई कि बहुत जल्दी मैं इंडिया आ रही हूं, तो तुम्हें ज्यादा टेंशन लेने की जरूरत नहीं है! एक बार मैं इंडिया आ जाऊं उसके बाद तुम्हें और तुम्हारे आसपास की तितलियों को मैं अच्छे से हैंडल कर लूंगी! I know how to cut their wings… Now bbye See you soon!!”

ये बोलकर कृतिका ने कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया, KV चेहरे पर इंटेंस स्माइल लिए बेहद सेडक्टिव से वॉइस में बोला "Butterfly!!!”

तकरीबन 15 मिनट बीत गए और अब रिवान अपने हाथ में एक बैग लिए अंदर की तरफ आया, उसने वो बैग KV की तरफ बढ़ाते हुए कहा "क्या ये सब आपने व्योक्षा राठी के लिए मंगवाया है? मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा बॉस, आई मीन आपको तो लड़कियां बिल्कुल पसंद नहीं है तो ये सब कुछ? जबकि वो तो अजय राठी की बेटी है…. कहीं ऐसा तो नहीं कि एक ही दिन में उसके लिए आपके दिल में कोई फिलिंग्स…

उसकी बात पूरी होती उससे पहले ही KV सारकास्टिकली बोला "मेरे लिए काम करते हो तुम और मुझे ही नहीं जानते? क्या तुम्हें इतना भी नहीं पता कि मैं किसी लड़की की तरफ ऐसे अट्रैक्ट हो सकता हूं या नहीं? और वो भी ऐसी बेवकूफ लड़कियों के लिए सीरियसली?”

रिवान अब और भी ज्यादा कंफ्यूज हो गया था, उसे तो समझ नहीं आ रहा था कि अगर KV के दिल और दिमाग में ऐसा कुछ है नहीं तो वो व्योक्षा के साथ इस तरह से बिहेव क्यों कर रहा है? कभी उसे किंडर जॉय दिला रहा है तो कभी उसके लिए कपड़े मंगवा रहा है जबकि ऐसा कुछ तो KV ने सिर्फ अपनी लाइफ की दो लड़कियों के लिए किया था, एक उसकी मॉम और एक उसकी लिटिल प्रिंसेस…

व्योक्षा मुंह बनाते हुए रूम से बाहर निकली और बोली "15 मिनट तो कब के हो गए, और कितना इंतजार करना पड़ेगा कपड़ों के लिए? अगर और ज्यादा वक्त लगेगा तो आप मुझे अपने ही कपड़े दे दीजिए! मैं आपके कपड़े पहन कर चली जाऊंगी… ये बोलते हुए वो बहुत क्यूट लग रही थी!

तभी उसकी नजर KV के पास टेबल पर रखे हुए बैग पर गई, उसकी आंखें बड़ी हो गई!

वो जल्दी से बोली "क्या ये सब मेरे लिए है?”

KV मुस्कुराया और बोला "Yess Butterfly!!”

उसके मुंह से अपने लिए बटरफ्लाई सुनकर व्योक्षा हैरानी से उसकी

तरफ देखने लगी!

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Jinko lagta KV ko Vyoksha Se pyaar ho gya bhai galatfehmi me mat rehna!

Maana AV or RV ko pehli najar wala kuch kuch hua par yahan mamla bahut alag hoga !

The Vohra Villa,

KV के मुंह से अपने लिए Butterfly सुनकर व्योक्षा हैरानी से उसकी तरफ देख रही थी!

वही KV हल्का सा मुस्कुराया और बोला "हां ये सब तुम्हारे लिए ही है इसलिए जाओ जल्दी से इन्हें पहन कर तैयार हो जाओ, मैं तुम्हें स्कूल में ड्रॉप कर दूंगा!”

उसकी बात पर व्योक्षा ने अपना चेहरा हां में हिलाया और तुरंत वो बैग उठाकर अंदर की तरफ चली गई, उसने उस बैग को खोलकर देखा तो उसमें लगभग से वैसे ही कपड़े थे जैसे वो पहनती है! चूड़ीदार बॉटम और फ्रॉक स्टाइल अप्पर वेयर…

उसने तुरंत एक ड्रेस ली और उसे लेकर वॉशरूम में चली गई!

कुछ देर बाद वो मिरर के सामने खड़ी थी और अपने हाथों में चूड़ियां पहन रही थी, उसने अपने कानों में झुमके भी पहने हुए थे और वो बेहद खूबसूरत लग रही थी!

आखिर में अब उसने अपने सूट से मैचिंग करती हुई ब्लू कलर की छोटी सी बिंदी अपने माथे पर लगाई और फिर खुद को देखते हुए मुस्कुरा कर बोली "खूबसूरत तो बहुत हूं मैं!”

उसकी बात सुनते हुए KV की नजरे उस पर गहरी हो चुकी थी, वो अभी-अभी दरवाजे पर आकर खड़ा हुआ था!

वो उसकी तरफ देखते हुए बोला "गलतफहमी में हो तुम! तुमसे खूबसूरत लड़कियां भी है इस दुनिया में…

व्योक्षा ने पलट कर उसकी तरफ देखा और अब वो KV के सामने आकर खड़ी हुई और बोली "होगी बेशक से होगी, लेकिन मेरे सामने तो नहीं है ना? मेरे सामने तो सिर्फ मैं हूं जो बेहद खूबसूरत है और अगर आपको मेरी तारीफ नहीं करनी तो बेशक से मत कीजिए, लेकिन यू मेरी बेइज्जती तो मत कीजिए! आपको मैं खूबसूरत नहीं लगती, शायद कोई और आपको खूबसूरत लगती होगी लेकिन इसका मतलब ये तो नहीं कि मैं खूबसूरत नहीं!”

उसकी बात पर KV ने उसकी कमर पर अपना हाथ रखकर उसे अपने करीब खींचा और बोला "हां कोई है जो मुझे तुमसे भी ज्यादा खूबसूरत लगती है!”

उसकी बात पर व्योक्षा के एक्सप्रेशंस बदलने लगे, उसने तो यूं ही कहा था लेकिन KV तो अब सच में किसी और को व्योक्षा से ज्यादा खूबसूरत बता रहा था।

वो धीमी सी आवाज में बोली "अच्छा कौन है वो?”

KV हल्का सा मुस्कुरा कर बोला "क्यों बताऊं?”

व्योक्षा जल्दी से बोली "बता दीजिए ना! आपका क्या बिगड़ जाएगा?”

KV ने अपना लोअर लिप हल्का सा अंदर की तरफ दबाया और बोला "और अगर बता दूंगा तो मुझे कौन सा कुछ मिल जाएगा? या तो सामने से डील दो, फिर मैं देखूंगा कि मुझे तुम्हारी डील एक्सेप्ट करनी है या नहीं?”

व्योक्षा मुंह बनाते हुए बोली "मुझे तो समझ में नहीं आता कि आप है क्या? गैंगस्टर या कोई बिजनेसमैन? बात-बात पर तो आपको डील चाहिए होती है, कभी दूसरों को डील देते हैं तो कभी खुद के लिए डील मांगते हैं लेकिन मुझे ये सब नहीं आता! अगर आपको बताना है तो बता दीजिए क्योंकि मेरे पास तो ऐसा कुछ भी नहीं जो मैं आपको देने का ऑफर दूं!”

KV ने अब उसकी कमर पर रखा हुआ अपना हाथ सहलाया और बोला "ऐसा तो नहीं है कि तुम्हारे पास मुझे देने के लिए कुछ भी नहीं है, तुम्हारे पास मुझे देने के लिए बहुत कुछ है! अगर सोचोगी तो शायद तुम्हारे ध्यान में आ जाए…

उसकी बात पर व्योक्षा ने सच में सोचना शुरू किया, वो अपने माथे पर उंगली रखकर किसी छोटी बच्ची की तरह सोच रही थी और सोचते हुए तरह-तरह के मुंह बना रही थी।

अब तकरीबन 2 मिनट बाद उसने अपना चेहरा ना में हिलाया और बोली "मैंने बहुत सोचा लेकिन मुझे तो ऐसा कुछ समझ में नहीं आया, आप ही बता दीजिए ना मेरे पास आपको देने के लिए क्या है?”

उसकी बात पर KV की नजरे जो पहले उसके चेहरे पर थी, अब वो धीरे-धीरे उसकी गर्दन की तरफ देखने लगा और फिर उसकी नजर उसके सीने की तरफ जाने लगी।

व्योक्षा का दिल जोरो से धड़कने लगा, KV जिन नज़रों से उसे देखता था वो नजरे सच में बेहद कातिलाना होती थी! कोई भी लड़की उन नजरों पर फिसल जाए…

उसे अपने होंठ सूखते हुए महसूस हो रहे थे, वो जल्दी से बोली "आप मुझे ऐसे क्यों देख रहे हैं?”

KV हल्का सा मुस्कुराया और बोला "क्या अभी भी तुम्हें समझ में नहीं आया कि तुम्हारे पास मुझे देने के लिए क्या है?”

व्योक्षा जल्दी से बोली "आपको मेरा सूट चाहिए क्या? पर ये तो आपने मुझे दिया है तो आप ये क्यों वापस मांग रहे हैं? और ये सूट पहनकर आप बहुत अजीब लगेंगे!”

उसकी बात पर एक पल के लिए KV की आंखें बड़ी हो गई, जिन नज़रों से वो उसे देख रहा था कोई भी लड़की सामने से बोल देती कि हां जो KV को चाहिए वो उसे देने के लिए पूरी तरह से तैयार है लेकिन यहां पर तो व्योक्षा का दिमाग चला भी तो घुटनों से नीचे की तरफ से चला!

वो तुरंत मुंह बनाते हुए बोला "चलो मैं तुम्हें कॉलेज… आई मीन स्कूल में ड्रॉप कर दूं!”

व्योक्षा ने अपना चेहरा हां में हिलाया, KV आगे की तरफ बढ़ गया!

व्योक्षा भी चल रही थी लेकिन अचानक ही वो रुकी और KV को रोकते हुए बोली "1 मिनट!”

KV ने पलट कर उसकी तरफ देखा, व्योक्षा डरते हुए बोली “कहीं रास्ते में तो आप मुझसे ये सूट नहीं उतरवा लेंगे ना? देखिए अगर ऐसा है तो मैं अपना लहंगा साथ में ले लेती हूं, कम से कम मेरे पास पहनने के लिए कुछ तो होगा!”

KV ने अब गुस्से से उसकी तरफ देखा तो व्योक्षा जल्दी से आगे आई और बोली "ठीक है ठीक है… पर आपको कसम आपकी डोनगिरी की, अगर आपने रास्ते में मुझे ये कपड़े उतारने के लिए कहा तो! अब आप मुझे स्कूल छोड़ सकते हैं… ये बोलते हुए वो अब KV से भी आगे निकल चुकी थी।

KV ने एक गहरी सांस ली और बाहर की तरफ आया, व्योक्षा पार्किंग एरिया में खड़ी थी!

KV जाकर गाड़ी की ड्राइविंग सीट पर बैठा तो व्योक्षा भी तुरंत आगे की सीट पर बैठने लगी, KV उसे रोकते हुए बोला "आगे नहीं पीछे बैठो!”

व्योक्षा ने हैरानी से पूछा “लेकिन क्यों? पीछे तो तब बैठती ना जब आप मेरे ड्राइवर होते, आप तो मेरे किडनैपर हो तो आपके साथ तो मैं आगे बैठ सकती हूं!”

KV उसकी तरफ देखते हुए बोला "मैंने कहा ना पीछे बैठो!”

व्योक्षा ने मुंह बनाया और बोली "लेकिन क्यों? कम से कम इतना तो बता दीजिए!”

KV ने एक गहरी सांस ली और बोला "चलो ठीक है बैठ जाओ!”

व्योक्षा मुस्कुराई और बोली "आप प्रेग्नेंट है क्या? मैंने सुना है प्रेग्नेंट लोगों के ही इतने ज्यादा मूड स्विंग्स होते हैं, कभी आगे बैठने को बोलते कभी पीछे बैठने को बोलते! कहीं ऐसा तो नहीं आप प्रेग्नेंट हो?”

उसकी बात पर KV ने उसे घूर कर देखा, व्योक्षा ने अब तुरंत अपने मुंह पर उंगली रखी और बोली "अब मैं पक्का चुप रहूंगी!”

KV ने गाड़ी आगे बढ़ा दी! तकरीबन 20 मिनट बाद वो लोग अश्क NGO के बाहर थे…

उस NGO की तरफ देखते हुए KV के चेहरे पर हल्की सी मुस्कुराहट थी क्योंकि वो NGO उसके लिए भी बेहद खास था।

व्योक्षा KV की तरफ देखते हुए बोली "अब आप यहां से जा सकते हैं, मैं अंदर चली जाऊंगी और जब मेरा स्कूल खत्म हो जाएगा तो मैं आपको कॉल कर दूंगी… लेकिन 1 मिनट मेरे पास तो आपका नंबर नहीं है तो मैं आपको कॉल कैसे करूंगी Little Don?”

KV ने उसके मुंह से Little Don सुनकर अपनी आईब्रो ऊपर की तरफ उठाई और फिर गाड़ी से बाहर निकल गया!

व्योक्षा हैरानी से उसकी तरफ देख रही थी, वो भी गाड़ी से बाहर आई और KV की तरफ देखते हुए बोली "आपको मेरे साथ अंदर नहीं चलना है! यहां के लोग बहुत ज्यादा स्ट्रिक्ट हैं, अगर वो आपको मेरे साथ देखेंगे तो मुझे दो-चार बातें सुननी पड़ेगी और यहां पर तो मेरे डैड की धमकी भी नहीं चलती इसलिए प्लीज आप यहां से चले जाइए!”

अभी वो बोल ही रही थी कि KV ने अब उसका हाथ पकड़ लिया, जैसे ही उसने व्योक्षा का हाथ पकड़ा उसका दिल एक पल के लिए जोरों से धड़क उठा!

वो चुपचाप KV के साथ चल रही थी और KV अब उसे लेकर अंदर पहुंचा, जैसे ही वो अंदर आया अंदर के लोगों की नजरे KV पर टिक गई थी क्योंकि KV वहां पर बहुत कम आता था लेकिन सब लोग मुस्कुराते हुए ही उसे देख रहे थे!

एक आदमी उसे देखकर धीमी सी आवाज में बोला "KV बाबा?”

ये बोलकर वो KV के पास आया, लेकिन वो उसके सामने आकर कुछ बोलता उससे पहले ही व्योक्षा बोल पड़ी “बाबा ये मेरे ड्राइवर है, मेरे डैड ने कहा है कि आजकल किडनैपिंग बहुत ज्यादा होने लगी है इसलिए ये मुझे घर से स्कूल और स्कूल से घर छोड़ने का काम करेंगे! आप लोग कुछ गलत मत समझिएगा…

वो आदमी गोवर्धन जी हैरानी से व्योक्षा की तरफ देखने लगे!

वही व्योक्षा KV की तरफ देखते हुए बोली "और ड्राइवर अब तुम्हारा काम खत्म हुआ, अब तुम जाओ यहां से वरना मैं डैड को तुम्हारी शिकायत लगाऊंगी कि मेरे कहने के बाद भी तुम यहां से नहीं गए, मेरी क्लास का टाइम हो गया है!”

KV ने अजीब सी नजरों से उसे देखा, उसके ही अनाथ आश्रम में वो लड़की उसे ड्राइवर कहकर इंट्रोड्यूस करवा रही थी!

गोवर्धन जी एक बार फिर से कुछ बोलने को हुए लेकिन इस बार KV ने अपना हाथ दिखाकर उन्हें रोक दिया और फिर व्योक्षा की तरफ देखते हुए बोला "लेकिन बात तो आपको क्लास में छोड़ने की हुई थी ना मैडम जी तो आप चलिए अपनी क्लास की तरफ, मैं आपको आराम से क्लास में बिठाकर आऊंगा!”

उसकी बात पर व्योक्षा के चेहरे पर परेशानी और भी ज्यादा झलकने लगी थी, लेकिन अब वो अपने धीमे-धीमे कदमों से आगे की तरफ आई!

सामने ही एक क्लास रूम था जहां पर काफी बड़े-बड़े स्टूडेंट बैठे थे, लगभग से 9th और 10th क्लास के!

उस क्लासरूम के बाहर पहुंचकर व्योक्षा धीमी सी आवाज में KV से बोली "अब तो बाहर चले जाओ, क्यों मुझे मरवाने पर तुले हुए हो? अगर किसी ने आपको यहां पर ऐसे देखा तो आपको पता भी है कितनी तरह की बातें बनेगी? एक जवान लड़की अगर ऐसे जवान लड़के के साथ घूमेगी तो आपको पता है ना लोग कितनी गंदी गंदी बातें करते हैं!” ये बोलते हुए वो खुद मोहल्ले की किसी आंटी से कम नहीं लग रही थी….

KV ने अंदर बैठे हुए स्टूडेंट्स की तरफ देखा और बोला "तुम इस क्लास में पढ़ती हो?” ये बोलते हुए वो उन स्टूडेंट्स की तरफ देख रहा था जो व्योक्षा से उम्र में काफी छोटे लग रहे थे, लेकिन अगर उम्र को छोड़ दिया जाए तो व्योक्षा खुद उनसे काफी छोटी लग रही थी।

व्योक्षा जल्दी से बोली "अरे पढ़ती नहीं हूं पढ़ाती हूं, मैं इन स्टूडेंट्स की टीचर हूं!”

अभी वो बोल ही रही थी कि एक स्टूडेंट बाहर की तरफ आया जो व्योक्षा से हाइट में तकरीबन 3-4 इंच बड़ा होगा!

वो व्योक्षा की तरफ देखते हुए बोला "Hi Ma'am!! आप कैसी हो?” ये बोलते हुए वो व्योक्षा को बहुत ही अजीब नजरों से देख रहा था।

उसने व्योक्षा के चेहरे से लेकर उसके पैरों तक उसे गौर से देखा था, KV के चेहरे पर इंटेंस एक्सप्रेशंस आ गए थे!

व्योक्षा जल्दी से बोली "तुम चलो अंदर मैं अभी आती हूं!”

वो स्टूडेंट गौरव तुरंत क्लास के अंदर वापस चला गया, KV अब व्योक्षा को घूरते हुए बोला "तुम इतने बड़े-बड़े स्टूडेंट्स को पढ़ाती हो?”

व्योक्षा ने अपना चेहरा हां में हिलाया और बोली "क्यों नहीं पढ़ा सकती क्या?”

KV हल्का सा मुस्कुराया और बोला "अपनी लास्ट क्लास अच्छे से इंजॉय करना!” ये बोलकर उसने एक गहरी नजर से क्लास के अंदर देखा और फिर वहां से बाहर की तरफ आकर सीधा मैनेजमेंट रूम की तरफ बढ़ गया!

वहीं व्योक्षा हैरानी से ये सोच रही थी कि KV ने ऐसा क्यों कहा कि वो अपनी लास्ट क्लास इंजॉय करें?

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