11

Chapter 31,32,33

रात का वक्त,

The Dark Villa,

रात के वक्त सब लोग डाइनिंग टेबल पर बैठे थे लेकिन व्योक्षा वहां पर नहीं थी!

वहीं दूसरी तरफ

व्योक्षा KV का इंतजार कर रही थी, कुछ वक्त पहले KV वहां पर आया था और उसे बोलकर गया था कि वो उसके साथ डिनर करना चाहता है लेकिन सबके सामने नहीं बल्कि रूम में अकेले! बस वो और व्योक्षा इसीलिए व्योक्षा डिनर करने नीचे नहीं गई थी…

कसक ने पहले सर्वेंट को भेजा तो व्योक्षा ने मना कर दिया और फिर खुद कसक आई थी, लेकिन व्योक्षा ने बोल दिया कि अभी फिलहाल उसका पेट दर्द है और जब उसका पेट ठीक होगा तब वो खुद-ब-खुद किचन में जाकर खाना ले लेगी!

कसक को भी उसकी बातों पर यकीन हो गया था, उसने उसे पेट दर्द की दवा दी और फिर वहां से चली गई लेकिन वो दवा तो यूं ही साइड टेबल पर रखी थी! व्योक्षा दवा क्यों ही लेती? जब उसका पेट दर्द हो ही नहीं रहा था!

उसे बेसब्री से KV का इंतजार था क्योंकि उसे हद से ज्यादा भूख लग रही थी, उसके लिए सबसे मुश्किल कामों में से एक काम था भूख बर्दाश्त करना और अभी फिलहाल अपने पेट पर हाथ रखकर वो यही कर रही थी।

तकरीबन डेढ़ घंटा यूं ही बीत गया और अब जब KV वहां पर नहीं आया और रात के लगभग से 11 बजने को हो गए तो व्योक्षा अपने रूम से बाहर निकली और रेलिंग से लगकर इधर-उधर अपनी नज़रें घुमाने लगी!

नीचे हॉल में सारी लाइट ऑफ थी, बस कुछ डिम लाइट्स जल रही थी जिससे साफ पता चल रहा था कि वहां पर अब कोई भी नहीं है!

व्योक्षा ने अब सामने की तरफ देखा जहां पर KV का रूम था, अभी वो KV के रूम की तरफ जाने का सोच ही रही थी कि तभी उसके कानों में किसी के हंसने की आवाज सुनाई दी!

उसने तुरंत नीचे की तरफ देखा जहां कृतिका का हाथ अपने हाथ में थाम कर KV अंदर की तरफ आ रहा था, वो दोनों काफी टाइम से गार्डन में थे और यूं ही टहल रहे थे!

कृतिका KV से बातें कर रही थी, उसे बता रही थी कि कैसे वो अपना फाइनल एग्जाम दिए बिना ही इंडिया आ गई लेकिन अब उसे स्टडी से कोई लेना देना नहीं क्योंकि अब बस उसे KV से शादी करके उसकी वाइफ बनना है और फिर हाउसवाइफ बनकर घर संभालना है, उसे किसी तरह के प्रोफेशन में कोई इंटरेस्ट नहीं!

वो दोनों हंसते हुए अंदर आ रहे थे और उन्हें यूं देखकर व्योक्षा को बहुत अजीब लगा, उसका चेहरा एकदम उतर गया था!

वहीं KV और कृतिका की नजरे भी उसके ऊपर थी, उसे देखकर कृतिका ने KV का हाथ और भी ज्यादा कसकर पकड़ लिया!

वहीं KV के चेहरे पर परेशानी झलकने लगी थी, वो नहीं चाहता था कि कृतिका और व्योक्षा ज्यादा एक दूसरे के आमने-सामने आए इसीलिए उसने व्योक्षा को रूम में रहने को ही कहा था! ये लालच दिया था कि वो उसके साथ ही डिनर करेगा लेकिन अब तो व्योक्षा ने उसे कृतिका के साथ देख लिया था! वो कुछ रिएक्ट करता उससे पहले ही व्योक्षा अपनी आंखों में नमी लिए अंदर अपने रूम में चली गई!

कृतिका KV की तरफ देखते हुए बोली “तुमने नोटिस किया कैसे उसका चेहरा उतर गया था KV? आई मीन वो होती कौन है हमें देखकर ऐसे रिएक्ट करने वाली? तुमने सही कहा था कि जरूर उसके दिल में तुम्हारे लिए कुछ ना कुछ है इसीलिए तो वो हमें देखकर चिढ़ जाती है! अब तो मुझे भी लगता है कि हमारी शादी में उसे होना ही चाहिए ताकि उसे समझ में आए कि तुम उसकी औकात से बहुत बाहर हो!”

उसकी बात पर KV मुस्कुराया और उसने अपना हाथ कृतिका से छुड़ाते हुए कहा “एक काम करो अब तुम अपने रूम में जाओ, मैं भी अपने रूम में जा रहा हूं! मुझे बहुत नींद आई है… कल सुबह मुझे एक इंपॉर्टेंट काम है तो मुझे जल्दी उठना होगा!” ये बोलकर वो वहां से जाने लगी!

कृतिका ने अचानक ही उसका हाथ पकड़ लिया और बेहद इंटेंस वॉइस में बोली "तीन दिन बाद हमारी शादी है KV…

KV ने हैरानी से पूछा “तो?”

कृतिका उसके बिल्कुल करीब हुई और बोली "आई मीन तीन दिन बाद तो हम दोनों एक साथ ही रहेंगे, हमारा दिन भी एक साथ होगा और रातें भी लेकिन क्या आज की रात हम दोनों एक दूसरे के साथ… ये बोलते हुए उसने अपना हाथ KV के सीने पर रख दिया था और अब वो धीरे-धीरे अपना हाथ उसकी गर्दन की तरफ लेकर जा रही थी!

उसकी बात सुनकर KV हैरान रह गया था, उसने तुरंत उसकी कमर पर अपना हाथ रखा और बोला "मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है! अगर तुम चाहती हो आज ही हम दोनों ये सब… तो तुम मेरे साथ मेरे रूम में चल सकती हो!”

ये बोलते हुए वो कृतिका की गर्दन पर झुक चुका था और कृतिका को उसकी गर्म सांसे अपने चेहरे पर महसूस हो रही थी!

अगले ही पल कृतिका ने उसे हल्का सा धक्का दिया और बोली "मैं तो बस यूं ही तुम्हें टेस्ट कर रही थी कि तुम क्या जवाब दोगे? लेकिन जैसे मैं पागल हूं तुम्हारे लिए, मुझे लगता है तुम भी मेरे लिए बिल्कुल वैसे ही पागल हो इसलिए तो एक बार भी मुझे मना नहीं किया! पर सॉरी KV हम दोनों के बीच वो सब कुछ शादी के बाद ही होगा, अगर ज्यादा टाइम होता शादी में तो शायद मैं सोचती लेकिन अब तो सिर्फ तीन दिन है! तीन दिन तो तुम मेरे बिना रह सकते हो… ये बोलते हुए वो अपनी उंगली KV के गाल पर घूमा रही थी!

KV ने कुछ नहीं कहा, बस अपनी गहरी नजरों से उसे देखता रहा!

कृतिका ने अब उसका हाथ चूमा और बोली “गुड नाइट!”

KV ने मुस्कुराते हुए कहा “गुड नाइट!” और कृतिका अब अपने रूम में चली गई!

उसके जाने के बाद KV ने एक गहरी सांस ली और फिर ऊपर व्योक्षा के रूम की तरफ देखा! उसने अपने रूम की लाइट भी ऑफ कर ली थी लेकिन KV बहुत अच्छी तरह से जानता था कि अगर एक बार KV के नाम की चिंगारी किसी के दिल में लग जाए तो वो आग बिना उसके पानी डाले शांत नहीं होती!

वहीं दूसरी तरफ

व्योक्षा बेड पर लेटी थी, बेशक से उसने लाइट बंद कर ली थी लेकिन उसकी आंखों में नींद नहीं बल्कि आंसू थे! ऐसा नहीं था कि उसे कृतिका के साथ KV को देखकर बुरा लगा, उसके हिसाब से तो कृतिका KV की बहन थी… उसे इस बात पर बुरा लग ही नहीं सकता था लेकिन बुरा उसे इस बात पर लग रहा था कि वो यहां पागलों की तरह KV का इंतजार कर रही थी और KV अपना एंजॉय कर रहा था! सबके साथ खिल खिलाकर हंस रहा था जबकि वो पिछले 2 घंटे से उसके लिए भूखी प्यासी इंतजार कर रही थी!

अब बेचारी मासूम सी रोए ना तो और क्या ही करें? तभी रूम का दरवाजा खुला, व्योक्षा ने अपनी बाहों में पकड़ रखे पिलो को अपनी बाहों में और भी ज्यादा कस लिया! उसे KV अपने करीब आता हुआ महसूस हो रहा था…

वही KV ने ट्रे सामने टेबल पर रखी, डिम लाइट में उसे सब चीज अच्छे से नजर आ रही थी! अगर डिम लाइट भी नहीं होती तो भी उसे रूम में चलने फिरने में कोई प्रॉब्लम नहीं होती… यूं ही वो अपने दुश्मनों की नींदें हराम नहीं करता था! जो किसी को रोशनी में भी ना दिखे KV अंधेरे में भी वो चीज अच्छे से देख सकता था…

अब वो व्योक्षा के बिल्कुल बगल में आकर लेटा और अगले ही पल उसने उसकी कमर पर अपना हाथ रख दिया, व्योक्षा ने बिल्कुल बच्चों की तरह उसका हाथ अपनी कमर से हटाया और बोली "मुझे आपसे कोई बात नहीं करनी!”

KV ने दोबारा अपना हाथ उसकी कमर पर रखा और बोला “क्यों नहीं करनी?”

व्योक्षा मासूमियत से बोली "क्योंकि मैं नाराज हूं आपसे!” ये बोलते हुए इस बार उसने KV का हाथ अपने ऊपर से नहीं हटाया था!

KV तुरंत बोला “कम से कम मेरी तरफ चेहरा तो घुमाओ, तभी तो मैं तुम्हारी नाराजगी दूर कर पाऊंगा!”

व्योक्षा मुंह बनाते हुए बोली "मुझे कोई नाराजगी दूर नहीं करवानी!” ये बोलते हुए वो खुद ही KV की तरफ घूम गई थी!

KV ने उसके गालों पर आए हुए बालों को उसके कान के पीछे किया, व्योक्षा का चेहरा पूरी तरह से उसके सामने था और उसकी आंखों में अभी भी मोटे-मोटे आंसू थे! उसके गालों पर भी आंसुओं के निशान थे और अब KV ने अपने अंगूठे से उसके गाल को सहलाया और बोला "इतना कौन रोता है?”

व्योक्षा अपना नाक ऊपर की तरफ खींचते हुए बोली "मैं रो नहीं रही हूं, आंसू खुद ब खुद आ रहे हैं! मुझे नहीं पता मुझे इतना बुरा क्यों लग रहा है? लेकिन मुझे बुरा लग रहा है Little Don, अश्क के साथ आपको देखकर मुझे कभी बुरा नहीं लगता लेकिन पता नहीं क्यों कृतिका के साथ आपको देखकर मुझे बहुत अजीब सा लगता है? मैं रोना नहीं चाहती लेकिन पता नहीं क्यों मुझे रोना आ रहा है? यहां मैं कितने टाइम से आपका इंतजार कर रही थी और आप हो कि दूसरों के साथ बिजी थे, आपको पता है मुझे कितनी भूख लगी है? मेरे पेट में हाथी चूहा घोड़े सब कूद रहे हैं और आप दूसरों के साथ खी खी कर रहे हो!”

उसकी बात सुनकर KV हंसने लगा था और ये हंसी कोई ड्रामा नहीं थी, उसे सच में व्योक्षा पर हंसी आ रही थी! उसने कहा था कि उसे कोई नाराजगी दूर नहीं करवानी लेकिन अब उसने अपनी एक ही बात में सारी बातें बोल दी थी और जितनी क्यूट वो इस वक्त लग रही थी कोई चाह कर भी उस पर से अपनी नजर नहीं हटा सकता था!

KV उसकी तरफ देखते हुए बोला "आई एम सो सॉरी Butterfly लेकिन मैं थोड़ा सा बिजी था, मैं कृतिका से शादी को लेकर डिस्कशन कर रहा था! अगर शादी को लेकर डिस्कशन करूंगा नहीं तो फिर हम दोनों की शादी होगी कैसे?”

व्योक्षा ने अब तुरंत पूछा “आप उसके साथ क्या डिस्कस कर रहे थे?”

KV ने उसे दोबारा कमर से पकड़कर अपनी तरफ खींचा और फिर बेहद इंटेंस वॉइस में बोला "वो सब छोड़ो! पहले तुम ये बताओ कि अब तुम मुझसे नाराज तो नहीं हो ना?” ये बोलते हुए उसने अपना पैर व्योक्षा के पैर पर रख दिया था और व्योक्षा को कुछ-कुछ होने लगा था!

उसकी धड़कनें बढ़ने लगी थी! उसके दिल में मचती हुई खलबली उसके चेहरे पर ही दिखाई देने लगी थी और KV अब उसके चेहरे के बिल्कुल करीब अपना चेहरा करते हुए बोला "बताओ ना Butterfly तुम मुझसे नाराज तो नहीं हो ना?”

व्योक्षा बेहद मासूमियत से बोली "मैं आपसे नाराज तो थी Little Don लेकिन पता नहीं अब मेरी नाराजगी कहां गई? अब मुझे आप पर बिल्कुल भी गुस्सा नहीं आ रहा, पर मुझे अभी भी बहुत भूख लगी है! प्लीज मुझे अपने हाथों से खाना खिलाओ ना…

जैसे ही उसने कहा KV ऊपर की तरफ उठा और अगले ही पल बिस्तर से नीचे उतरकर उसने व्योक्षा को अपनी गोद में उठा लिया, व्योक्षा ने अपनी बाहें उसकी गर्दन पर लपेट दी थी और अब KV उसे लेकर सोफे पर बैठ गया था जहां सामने ही व्योक्षा के लिए खाना रखा था! कभी किसी ने व्योक्षा को इतना पैंपर नहीं किया था जितना फिलहाल KV कर रहा था….

व्योक्षा उसकी तरफ देखते हुए बोली "मुझे एक बार फिर से रोना आ रहा है Little Don, क्या मैं थोड़ा सा रो लूं?”

KV ने हैरानी से पूछा “क्यों? अब क्यों रोना आ रहा है?”

व्योक्षा ने अपना लोअर लिप हल्का सा अंदर की तरफ दबा लिया कि वो क्या बताएं KV को कि उसे क्यों ही रोना आ रहा है?

The Dark Villa,

व्योक्षा की बात सुनकर KV ने हैरानी से पूछा कि “उसे रोना क्यों आ रहा है?”

वही व्योक्षा को समझ नहीं आ रहा था कि वो KV को क्या ही बताएं कि उसे रोना क्यों आ रहा है? आज तक कभी किसी ने उसे इतना पैंपर नहीं किया था जितना उसे KV कर रहा था! कभी किसी ने उसे इतना स्पेशल फील नहीं करवाया था इसलिए व्योक्षा को ये सब देखकर रोना आ रहा था!

वो अगले ही पल KV के सीने से लग गई और बोली "मुझे नहीं पता! बस इतना पता है कि मुझे रोना आ रहा है, लेकिन मुझे रोना नहीं है Little Don… मुझे बस आपके हाथों से खाना खाना है और फिर आराम से सोना है वरना मेरी आईज के नीचे डार्क सर्कल्स आ जाएंगे! आपको पता है एक बार अगर डार्क सर्कल्स आ जाए ना फिर जाते नहीं है, अगर डार्क सर्कल्स आ जाएंगे तो मैं शादी में बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगूंगी इसलिए आप बस मुझे जल्दी से खाना खिला दीजिए!” ये बोलते हुए अब वो उससे अलग हुई!

KV ने मुस्कुराते हुए उसकी तरफ देखा, उसकी मुस्कुराहट अलग थी और उसकी जो गहरी नजरे व्योक्षा के चेहरे पर थी वो कुछ अलग ही थी!

उसने अपने हाथ से निवाला बनाया और व्योक्षा के होठों की तरफ बढ़ा दिया, व्योक्षा ने भी बड़े प्यार से खा लिया!

KV ने धीरे-धीरे उसे पूरा खाना खिला दिया था और बाद में उसे पानी पिलाते हुए उसका मुंह नैपकिन से साफ भी किया!

व्योक्षा मुस्कुराते हुए उसकी तरफ देख रही थी, वो तो ये भूल ही गई थी कि उसे भी KV को खाना पूछना चाहिए! वो बस उसके हाथों से खुद खाए जा रही थी… उसे और किसी का कोई ख्याल ही नहीं था और फिर अचानक ही व्योक्षा उसकी गोद से उठी और फिर बालकनी का दरवाजा खोलते हुए बालकनी में आकर खड़ी हो गई!

अगले ही पल उसके मुंह से एक आवाज निकली, उसे burp (डकार) आया था जो वो KV के सामने तो बिल्कुल नहीं ले सकती थी।

वो एक गहरी सांस लेते हुए बोली "थैंक गॉड मैं टाइम रहते यहां पर आ गई, वरना उनके सामने Burp निकल जाता तो कितना अजीब लगता!”

ये बोलकर वो वापस अंदर जाने के लिए दरवाजे की तरफ घूमी! अगले ही पल उसकी आंखें बड़ी हो गई…

सामने KV खड़ा था जो हैरानी से उसकी तरफ देख रहा था!

वही KV का दिमाग एकदम से सटक गया था, जिस तरह से व्योक्षा भागते हुए बालकनी में आई उसे लगा कहीं उसे वॉमिट वगैरा तो नहीं आ गई? अभी तो उसने व्योक्षा के साथ कुछ किया भी नहीं था! कहीं वो छूने भर से ही तो प्रेग्नेंट नहीं हो गई? जितनी सेंसिटिव वो है उसके साथ तो कुछ भी पॉसिबल हो सकता है लेकिन अब व्योक्षा की बात सुनते हुए उसे हंसी आ रही थी! व्योक्षा तो दिमाग से नहीं सोचती थी, लेकिन उसे खुद पर अजीब फील हो रहा था कि वो अपना दिमाग कहां छोड़ आया?

व्योक्षा अब जल्दी से उसके करीब आई और उसकी तरफ देखते हुए बोली "आपने कुछ सुना तो नहीं ना?”

KV ने अपना चेहरा ना में हिला दिया और बोला "नहीं कुछ नहीं सुना, क्यों तुमने कुछ कहा क्या?”

व्योक्षा मुस्कुराते हुए अपना चेहरा ना में हिलाते हुए बोली “नहीं नहीं मैंने तो कुछ नहीं कहा!” ये बोलते हुए वो अंदर आ गई थी और आकर बेड पर बैठ गई थी और KV सोच रहा था कि कितनी बेवकूफ है वो, उसे इतनी छोटी सी चीज के लिए ऐसे बाहर भागने की क्या ही जरूरत थी? हां ये थोड़ा अजीब था लेकिन नेचुरल था तो इसे रोका भी नहीं जा सकता था!

KV जाकर व्योक्षा की बगल में लेट गया तो व्योक्षा हैरानी से उसकी तरफ देखते हुए बोली "आप यहां क्यों लेट रहे हैं?”

KV उसे गहरी नजरों से देखते हुए बोला "तो और कहां लेटना चाहिए मुझे?”

व्योक्षा थोड़ा हिचकिचाते हुए बोली "आप अपने रूम में नहीं जाएंगे क्या?”

KV अब उसके ऊपर झुका और बोला "तुम मुझे खुद से दूर भेजना चाहती हो?”

व्योक्षा ने अपना सर ना में हिलाया और बोली "नहीं नहीं ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, मैं तो बस इसलिए कह रही थी क्योंकि अगर किसी ने हमें एक साथ सोते हुए देख लिया तो प्रॉब्लम हो जाएगी ना?”

उसकी बात पर KV ने रिमोट उठाते हुए दरवाजा अच्छे से लॉक किया और बोला "अब तो कोई दरवाजा खोल कर अंदर भी नहीं आ सकता, क्या अब भी तुम्हें कोई प्रॉब्लम है?”

व्योक्षा ने अपना चेहरा एक बार फिर से ना में हिला दिया, अब वो पूरी तरह से बिस्तर पर लेट गई थी और KV भी उसे नीचे की तरफ सरकते हुए देख रहा था! वो जानता था कि इस वक्त व्योक्षा के दिमाग में क्या चल रहा होगा? लेकिन उसे वो तो करना ही नहीं था जो व्योक्षा के दिमाग में चल रहा है बल्कि उसे व्योक्षा को अपने हिसाब से चलाना था इसलिए वो हल्का सा मुस्कुराया और वापस अपनी जगह पर अच्छे से लेट गया!

व्योक्षा हैरानी से उसकी तरफ देखने लगी, उसे लगा KV उसके साथ कुछ कुछ करेगा! जब भी वो दोनों अकेले होते थे और खासकर रात में तो KV बेशक से अपनी लिमिट क्रॉस नहीं करता था, वो ज्यादा कुछ भी नहीं करता था लेकिन उसके साथ Cuddle तो जरूर करता था! उसे उसके गालों पर किस करता था, उसकी गर्दन पर किस करता था और उसे स्मूच भी करता था… वो इससे भी आगे जाता था लेकिन यहां तो आज वो आराम से बेड पर लेट गया था और उसने अपनी आंखें भी बंद कर ली थी!

व्योक्षा कुछ पल तो उसकी तरफ देखती रही और फिर सरक कर उसके करीब हुई और बोली "आप सच में सो रहे हैं क्या?”

KV के चेहरे पर डेविल स्माइल आ गई, एक्जेक्टली यही तो वो चाहता था लेकिन अभी और बहुत कुछ बाकी था!

उसने बिना अपनी आंखें खोले ही जवाब दिया “हां सोने की कोशिश कर रहा हूं, तुम भी सो जाओ Butterfly… तुमने कहा ना तुम्हारा सोना जरूरी है वरना तुम्हारी आंखों के नीचे डार्क सर्कल्स आ जाएंगे तो अब तुम आराम से सो जाओ!”

उसकी बात पर व्योक्षा ने अपना लोअर लिप अंदर की तरफ दबाया और फिर अपनी आंखें बंद कर ली, लेकिन वो बेचैन हुए जा रही थी तो उसे नींद आती कहां से?

अब वो KV के बिल्कुल करीब हुई और उसने अपना हाथ KV के सीने पर रखते हुए कहा “पता नहीं मुझे नींद क्यों नहीं आ रही Little Don?”

KV ने अब अपनी आंखें खोल कर उसकी तरफ देखा और बोला "तो फिर तुम्हें नींद कैसे आएगी?”

व्योक्षा मासूमियत से बोली "मुझे ये भी नहीं पता!”

KV चेहरे पर सेडक्टिव सी स्माइल लिए बोला "लेकिन मुझे पता है!”

व्योक्षा ने बड़े ही प्यार से पूछा “कैसे?”

KV उसके ऊपर थोड़ा और ज्यादा झुका और फिर उसकी गर्दन को चूमने लगा, व्योक्षा ने अपनी आंखें बंद कर ली! उसकी सांसों ने गहरा होना शुरू कर दिया था…

तकरीबन 1 मिनट KV उसकी गर्दन पर यूं ही अपने होठों को चलाता रहा, वो उसे हल्का-हल्का चूम रहा था!

अब उसने वापस अपना चेहरा व्योक्षा के चेहरे के सामने किया और बोला "शायद तुम्हें नींद ऐसे आएगी!”

व्योक्षा ने अपना चेहरा हां में हिला दिया, इस वक्त वो बेहद मासूम लग रही थी!

KV उसकी तरफ देखते हुए बोला "अब और कहां प्यार करूं?”

व्योक्षा एक बार फिर मासूमियत से बोली "मुझे ये भी नहीं पता!”

KV ने उसके राइट गाल पर अपनी उंगली रखी और बोला "यहां करूं?”

व्योक्षा ने अपना चेहरा हल्का सा घूमाते हुए वो गाल KV के आगे कर दिया और KV ने उसे प्यार से चूम लिया, व्योक्षा ने अब बिना कुछ कहे ही अपना लेफ्ट गाल आगे कर लिया तो KV ने उसे भी प्यार से चूम लिया!

उसके चेहरे पर इस वक्त बेहद सुकून सा नजर आ रहा था और अब उसने अपने होठों को KV के सामने किया लेकिन कुछ कहा नहीं!

KV उसके होठों की तरफ देखते हुए अपनी जीभ को अपने होठों पर गोल-गोल घूमाने लगा!

व्योक्षा को अपना गला सूखता हुआ महसूस हुआ, KV तो उसे किस कर नहीं रहा था लेकिन अब उसका खुद पर कंट्रोल करना मुश्किल हो रहा था!

उसने भी अपने होठों पर अपनी जीभ को घुमाना शुरू कर दिया था और अब KV बड़े ही प्यार से उसके चेहरे पर पूरी तरह से झुका और उसने बेहद सॉफ्टली व्योक्षा को किस करना शुरू कर दिया! अब जाकर व्योक्षा को कहीं सुकून मिला, अभी तो उसका KV के साथ इतना कुछ शुरू भी नहीं हुआ था लेकिन अभी से ही उसे KV की आदत होने लगी थी!

उसने भी अपने होठों को खोलते हुए KV को पूरी तरह से रिस्पांस देना शुरू कर दिया था, उसके नाजुक से होंठ KV के एकदम डार्क और हार्ड लिप्स के साथ खेलने की कोशिश कर रहे थे लेकिन कहां KV और कहां व्योक्षा? उसने व्योक्षा के होठों को तो अपने होठों के अंदर दबाया ही, उसके हाथों को भी कसकर पकड़ लिया और उसकी उंगलियों से अपनी उंगलियां उलझाते हुए उन्हें तकिए पर लगा दिया!

अब तो व्योक्षा के लिए सांस लेना भी मुश्किल हो रहा था किस करना तो दूर की बात, KV उसे लगातार पैशनेटली किस करता रहा! उसके मुंह को पूरी तरह से एक्सप्लोर करता रहा…

वो उसकी Tongue को भी लिक कर रहा था और उसे सांस लेने की इजाजत भी नहीं दे रहा था, लेकिन जब व्योक्षा की सांसे सच में बहुत ज्यादा उखड़ने लगी तो KV ने अपना चेहरा हल्का सा पीछे की तरफ किया और बोला "अब तुम्हें नींद आ जाएगी या फिर थोड़ा और चाहिए?”

व्योक्षा ने शर्म से अपनी नजर झुका ली और बोली "मैंने तो आपसे कुछ कहा ही नहीं था, वो तो आपने ही ये सब किया है!”

KV उसकी कमर पर अपना हाथ रखते हुए उसे तिरछी नजरों से देखते हुए बोला "तुम कुछ ज्यादा ही शरारती नहीं हो?”

व्योक्षा ने मासूमियत से अपना चेहरा ना में हिलाया, KV उसकी गर्दन पर झुका और उसे लव बाइट देने लगा! व्योक्षा की दर्द से आह निकल गई…

कुछ देर वो यूं ही उसे लव बाइट देता रहा जिसकी वजह से उसकी गर्दन पर गहरा लाल निशान हो गया था और अब KV ऊपर की तरफ हटा और फिर उसे देखते हुए बोला "अगर तुम मेरे साथ शरारते करोगी ना तो तुम्हारा यही हाल होगा!” ये बोलकर वो उसे वार्निंग भरी नजरों से देखते हुए वापस बिस्तर पर लेट गया और व्योक्षा कुछ पल तो खामोश रही लेकिन फिर अचानक ही वो भी KV के ऊपर झुकी और फिर दूसरे ही पल उसने उसकी गर्दन पर लव बाइट देना शुरू कर दिया!

KV की आंखें बड़ी हो गई, ये तो उसे बिल्कुल नहीं चाहिए था क्योंकि अगर कृतिका ये लव बाइट देख लेती तो प्रॉब्लम हो सकती थी! उसके चेहरे पर परेशानी झलकने लगी थी…

उसने तुरंत व्योक्षा के कंधों पर अपने हाथ रख दिए थे, लेकिन तब तक तो व्योक्षा अपना काम कर चुकी थी! अब वो भी उसे शैतानी सी नजरों से देखते हुए बोली "मैं आपकी तरह गैंगस्टर तो नहीं हूं लेकिन मुझे भी बदला लेना आता है, अब अगर आप मुझे लव बाइट देंगे तो मैं भी ऐसे ही आपको लव बाइट दूंगी!”

KV उसकी बात का कोई जवाब नहीं दे पाया, कुछ पलों के लिए वो एकदम खामोश था लेकिन फिर उसने खुद को नॉर्मल किया और व्योक्षा की तरफ देखकर मुस्कुराते हुए बोला "अब तुम आराम से सो जाओ! वरना अभी तो मैंने सिर्फ तुम्हें एक लव बाइट दी थी, अगर तुम अभी सोई नहीं तो मैं तुम्हारे पूरे बदन पर अपने होठों से निशान छोड़ दूंगा…

उसकी बात सुनकर व्योक्षा के रोंगटे खड़े हो गए थे, अब उसने तुरंत अपनी आंखें बंद कर ली थी!

कुछ पल KV उसकी तरफ देखता रहा और जब उसे रिलाइज हुआ कि व्योक्षा आराम से गहरी नींद में जा चुकी है तो वो अपनी जगह से उठा और मिरर की तरफ आया!

उसने वैनिटी लाइट ऑन की और फिर अपनी गर्दन की तरफ देखने लगा, जहां पर व्योक्षा की लव बाइट की वजह से काफी गहरा निशान हो चुका था!

अब उसे खुद पर गुस्सा आ रहा था कि उसे व्योक्षा को लव बाइट देने की क्या ही जरूरत थी? फ्रस्ट्रेटेड होते हुए अब वो वापस अपने रूम में आया और आकर एक दो सिगरेट पीने के बाद बेड पर आकर सो गया! इन सब चीजों के बारे में और ज्यादा सोचकर वो अपना दिमाग नहीं खराब करना चाहता था!

और अब सुबह का वक्त

तकरीबन 8 बजे

वो पीठ के बल बिस्तर पर लेटा हुआ था, तभी उसे ऐसा लगा जैसे किसी ने उसकी पीठ पर अपनी उंगलियां चलाई है!

उसकी आंखें एकदम से खुल गई, अगर कोई उसकी इजाजत के बिना उसके रूम में आए तो उसे हद से ज्यादा गुस्सा आता था इसलिए वो गुस्से में दूसरी तरफ घूमने को हुआ, लेकिन तभी उसे सामने मिरर में कृतिका नजर आई जो उसके ऊपर झुकी हुई थी और उसकी पीठ को अपनी उंगलियों से सहला रही थी!

उसे देखते ही KV की आंखें बड़ी हो गई और फिर हल्की सी अपनी नजरे नीचे झुका कर उसने अपनी गर्दन की तरफ देखा जहां पर कल रात वाला निशान और भी ज्यादा गहरा नजर आ रहा था!

अब उसकी फ्रस्ट्रेशन और ज्यादा बढ़ गई थी! कल रात भी फ्रस्ट्रेशन में ही उसने दरवाजा लॉक नहीं किया था और अब उसे समझ नहीं आ रहा था कि वो कृतिका की तरफ घूमें तो घूमें कैसे? और अब कृतिका भी उसकी तरफ देखते हुए बोली "क्या हुआ? आंखें खोल ली लेकिन फिर भी मेरी तरफ देख नहीं रहे हो, जरा मेरी तरफ देखो तो सही और बताओ मुझे कि मैं कैसे लग रही हूं?”

ये बोलते हुए कृतिका अपनी लटें अपनी उंगली पर घुमा रही थी!

The Dark Villa,

कृतिका KV के ऊपर झुकी हुई थी और KV के चेहरे पर परेशानी झलक रही थी क्योंकि उसकी गर्दन पर व्योक्षा की लव बाइट का निशान था जो हद से ज्यादा गहरा था, ऐसे में वो कृतिका के सामने कैसे ही घूम सकता था? और कृतिका लगातार उसे अपनी तरफ देखने के लिए बोल रही थी और अब जब तकरीबन से दो-तीन मिनट बीत गए थे तो कृतिका को भी गुस्सा आने लगा!

वो KV की तरफ देखते हुए बोली "क्या बात है KV? तुम मेरी तरफ देख क्यों नहीं रहे हो?”

KV कुछ कहता उससे पहले ही रूम का दरवाजा एक बार फिर से खुला और कसक अंदर की तरफ आई, उन दोनों को देखकर वो भी चौंक गई थी! उसे लगा शायद वो दोनों कल पूरी रात एक साथ ही थे लेकिन कृतिका अच्छे से रेडी हुई थी तो शायद ये पॉसिबल भी नहीं था!

वो अपने चेहरे पर सवालिया एक्सप्रेशंस लेकर खड़ी थी, उसके हाथ में KV के लिए उसकी फेवरेट ब्लैक कॉफी थी! कल उसकी और KV की जिस तरह से बात हुई उसे भी अजीब लगा, वो अब KV को प्यार से समझाने ही आई थी!

कृतिका उसकी तरफ देखते हुए बोली “गुड मॉर्निंग Pookie!”

कसक ने भी मुस्कुराते हुए ही कहा “गुड मॉर्निंग कृतिका! तुम सुबह-सुबह यहां?”

कृतिका अब उसकी तरफ घूमी और बोली "हां मैं कुछ देर के लिए बाहर जा रही थी तो जाने से पहले मैंने सोचा KV से मिलती जाऊं और उसे दिखाऊं कि आज मैंने इंडियन वियर पहना है और उसके मुंह से अपने लिए थोड़ी सी तारीफ सुनूं लेकिन देखिए ना KV तो मेरी तरफ देख भी नहीं रहा है!”

ये बोलते हुए वो वापस KV की तरफ घूमी लेकिन अगले ही पल उसकी आंखें बड़ी हो गई क्योंकि सामने KV था ही नहीं, वो वॉशरूम की तरफ जा रहा था और अब वॉशरूम के अंदर जाते ही उसने दरवाजा भी बंद कर दिया!

कसक और कृतिका दोनों हैरान रह गई, कृतिका अब थोड़ा गुस्से से मुंह बनाते हुए बोली "भला ये क्या बात हुई? मैं KV को खुद को देखने के लिए कह रही थी लेकिन KV ने तो मुझे देखा ही नहीं और अब वो वॉशरूम में चला गया, भला ऐसे कोई करता है क्या?”

कसक फीका सा मुस्कुरा कर बोली "शायद उसे कोई इमरजेंसी होगी, खैर KV का तो पता नहीं तुम्हारी तारीफ मैं कर देती हूं! तुम सच में बहुत अच्छी लग रही हो कृतिका, ये इंडियन वेयर तुम पर बहुत अच्छा लग रहा है…

कृतिका खुश होते हुए बोली "थैंक यू सो मच Pookie, अब आपके मुंह से तारीफ सुन ली ना! बस थोड़ी देर में KV भी बाहर आ जाएगा तो उसके मुंह से भी मुझे यही तारीफ सुननी है, उसके बाद मैं हॉपफुली अपने काम के लिए बाहर जा सकती हूं… एक तो इंडिया में मेरे इतने दोस्त है ना मुझे सबसे मिलना है और सबको शादी में पर्सनली इनवाइट भी करना है!”

कसक ने कॉफी का कप साइड टेबल पर रखा और हल्का सा मुस्कुराई, उसकी नज़रें अब वॉशरूम के दरवाजे पर थी!

वो कुछ पल तो वहीं पर खड़ी रही और फिर कृतिका की तरफ देखते हुए बोली "मैं बाद में आऊंगी!” ये बोलकर वो वहां से चली गई!

उसके जाने के तकरीबन 5 मिनट बाद KV वॉशरूम से बाहर निकला, कृतिका बेसब्री से उसका इंतजार कर रही थी और अब KV उसके सामने आकर खड़ा हुआ तो कृतिका की आंखें बड़ी हो गई!

वो उसकी गर्दन की तरफ देखते हुए बोली "ये क्या हुआ तुम्हें?” ये बोलते हुए उसने अपनी उंगलियों से उसकी गर्दन पर उस जगह पर छुआ जहां पर पहले व्योक्षा की लव बाइट के निशान थे लेकिन अब वहां पर बैंडेज लगी हुई थी!

KV ने हल्की सी सिसकी भरी और बोला "कुछ नहीं वो ब्लेड लग गया था तो बैंडेज लगाई है, ज्यादा कुछ नहीं!”

कृतिका जल्दी से बोली "पर ऐसे कैसे लग गया KV? तुम्हें अपना ख्याल रखना चाहिए ना, तीन दिन बाद हमारी शादी है और देखो तुमने अपने चोट लगवा ली! शादी में इस वजह से कोई प्रॉब्लम तो नहीं आएगी ना?”

KV हंसा और बोला "तुम पागल हो क्या? भला इतनी छोटी सी चोट की वजह से शादी में कोई प्रॉब्लम क्यों ही आएगी?”

कृतिका मुस्कुराई और अपनी बांहे उसकी गर्दन पर लपेटते हुए बोली "हां मैं पागल हूं और ये पागलपन तुम्हारे लिए है और पूरी जिंदगी मैं यूं ही पागल रहना चाहती हूं! तुम्हें मेरे पागलपन से कोई प्रॉब्लम है क्या?”

KV ने अपना चेहरा ना में हिलाया और फिर उसकी कमर पर अपना हाथ रखकर उसे अपने करीब खींचते हुए बोला "बिल्कुल भी नहीं और हां मैं तुम्हें एक बात तो कहना ही भूल गया!”

कृतिका ने हैरानी से पूछा “कौन सी बात?”

KV उसकी आंखों में आंखें डालते हुए बोला "इस वक्त तुम बेहद खूबसूरत लग रही हो, आई मीन खूबसूरत तो तुम हमेशा लगती हो लेकिन आज तो जैसे कयामत ढा रही हो!”

उसकी बातें सुनते हुए कृतिका के चेहरे पर लंबी सी स्माइल थी, यही तारीफ तो वो KV के मुंह से सुनना चाहती थी!

अब वो सीधा उसके सीने से लग गई और बोली "थैंक यू सो मच! मैं तो सोच रही थी पता नहीं तुम्हें मेरी ये लुक पसंद आएगी या नहीं? लेकिन अब फाइनली मुझे कंफर्म हुआ कि मैं सच में इस ड्रेस में खूबसूरत ही लग रही हूं!” ये बोलते हुए वो पीछे की तरफ हटी!

अगले ही पल उसकी नजर दरवाजे की तरफ गई जहां पर व्योक्षा खड़ी थी, व्योक्षा ने इस वक्त रॉयल ब्लू कलर का नाइट सूट पहना हुआ था और वो पहले तो काफी खुश थी लेकिन जब से वो वहां दरवाजे पर आकर पड़ी हुई थी उसका चेहरा उतर गया था!

KV और कृतिका की बातों के साथ-साथ जिस तरह से कृतिका उसके गले लगी हुई थी वो सब व्योक्षा को अजीब लग रहा था!

कृतिका की नजरे दरवाजे की तरफ देख KV भी उस तरफ घुमा, उसे लगा शायद वहां पर कसक होगी इसलिए वो जल्दी से बोला “क्या हुआ मॉम? आप वहां पर ऐसे क्यों खड़ी… ये बोलते बोलते वो चुप हो गया!

सामने व्योक्षा को देखकर उसके खुद के होश उड़े हुए थे, कल रात तो उसने उसे जैसे-तैसे समझा लिया था और कल रात तो व्योक्षा ने कुछ ज्यादा देखा भी नहीं था लेकिन अब तो कृतिका और KV के बीच की बातें सच में अजीब थी! भला अपनी लुक को लेकर कोई अपने भाई से इस तरह की तारीफ क्यों सुनना चाहेगा? क्यों वो इस तरह से अपने भाई के सीने से लगेगा?

व्योक्षा अंदर की तरफ आई और KV की तरफ देखते हुए बोली "वो मैं यहां पर आई थी क्योंकि मुझे आपसे पूछना था कि क्या मेरे डैड ने आपको कोई कॉल या मैसेज किया? आई मीन उन्होंने आपसे बात करने की कोशिश की? मेरे बारे में कुछ पूछने की कोशिश की क्या?”

कृतिका हंसी और बोली "तुम्हारे डैड के बारे में KV को कैसे ही पता होगा? और अगर सच में तुम्हारे डैड ने कुछ किया होता तो क्या वो तुम्हें नहीं बताता? वो ऑलरेडी तुम्हें बता चुका होता लेकिन अफसोस शायद तुम इस दुनिया की सबसे बदनसीब लड़की हो जिसके मॉम डैड तक उसे प्यार नहीं करते, यू नो व्हाट मेरे मॉम डैड बेशक से एक दूसरे के साथ नहीं रहते लेकिन वो मुझसे बहुत प्यार करते हैं! I m the lucky one और तुम्हारा तो कहना ही क्या?” ये बोलते हुए उसका लहजा काफी सारकास्टिक था और उसकी बातों से व्योक्षा को तकलीफ भी हो रही थी!

पहले तो सिर्फ उसकी आंखों में नमी थी लेकिन अब तो उसकी आंखों से आंसू बाहर की तरफ बहने लगे थे, वो तुरंत वहां से चली गई!

KV कृतिका की तरफ देखते हुए बोला "क्या जरूरत थी तुम्हें ये सब बोलने की?”

कृतिका ने हैरानी से उसकी तरफ देखा और बोली "तुम उसके लिए मुझे डांट रहे हो KV सीरियसली?”

KV ने एक गहरी सांस ली और बोला "बिल्कुल भी नहीं लेकिन सच में ये थोड़ा अजीब था कृतिका!”

वहीं दूसरी तरफ

व्योक्षा अपनी आंखों से बहते हुए आंसू साफ कर रही थी, कल रात तो उसे याद नहीं रहा लेकिन आज सुबह होते ही उसे याद आया कि आज उसका बर्थडे है! उसे लगा कि शायद उसके बर्थडे पर उसके पापा ने उसे कॉल या मैसेज किया होगा लेकिन अब तो उसका मूड और भी ज्यादा ऑफ हो चुका था! उसे और भी ज्यादा हर्ट हो रहा था…

वही कृतिका KV की तरफ देखते हुए बोली "देखो मैं तुमसे एक बात कहना चाहती हूं KV, आई नो वो लड़की तुम्हारे लिए थोड़ी इंपॉर्टेंट है क्योंकि तुमने उसे किडनैप किया था और उसे जबर्दस्ती अपने साथ रखा हुआ है तो उन सब का कोई रीज़न होगा, लेकिन प्लीज उसके लिए ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है! ऐसी लड़कियां तुम खुद से जितना दूर रखो उतना ही ज्यादा बेहतर होगा, खैर अब मैं चलती हूं… मैं अपनी कुछ फ्रेंड्स से मिलने जा रही हूं तो ब्रेकफास्ट उनके साथ ही करूंगी! अब मैं तुमसे लंच पर मिलूंगी… ये बोलकर वो ऊपर की तरफ उठी और अगले ही पल KV की गर्दन को हल्का सा चूमकर वहां से चली गई!

KV अब खुद पर इरिटेट होते हुए बोला "कृतिका ने Butterfly से जो कुछ कहा वो सब सुनकर मुझे क्यों बुरा लग रहा है? Why m feeling bad? बेशक से वो उसे कुछ भी कहे I don't care!” ये बोलकर अब वो काफी कैजुअल लग रहा था…

तकरीबन 5 मिनट बाद व्योक्षा के रूम का दरवाजा खुला और KV अंदर की तरफ आया, उसे देखते ही व्योक्षा दूसरी तरफ घूम गई थी!

KV उसे देखकर मुस्कुराते हुए बोला "उफ्फ इतना गुस्सा!”

ये बोलते हुए वो आकर बिस्तर पर उसकी बगल में लेट गया था, व्योक्षा तुरंत अपनी जगह से खड़ी हुई और सामने बालकनी की तरफ चली गई!

KV उसे गहरी नजरों से देख रहा था, इतना तो वो कभी किसी के आगे पीछे नहीं घूमा था जितना शायद व्योक्षा उसे घूम रही थी!

अब वो उसके सामने बालकनी में आकर खड़ा हो गया था, व्योक्षा ने एक नजर उसकी तरफ देखा और फिर तुरंत वहां से जाने लगी!

KV ने उसकी कलाई पकड़ कर उसे रोका और बोला "मुझे बात करनी है तुमसे!”

व्योक्षा ने अपना हाथ छुड़ाया और बोली "लेकिन मुझे नहीं करनी!” ये बोलकर वो सीधा वॉशरूम की तरफ बढ़ गई!

उसने दरवाजा बंद किया और आकर शॉवर के नीचे खड़ी हो गई, उसकी आंखों से आंसू एक बार फिर से बहने लगे थे और कुछ देर बाद वॉशरूम का दरवाजा खुला और KV अंदर की तरफ आया!

उसे अंदर आते हुए देख व्योक्षा का दिल जोरो से धक-धक करने लगा था, जैसे ही KV उसके करीब आया वो एक बार फिर वहां से जाने लगी लेकिन इस बार KV ने उसकी कलाई नहीं पकड़ी बल्कि सीधा उसे कमर से ही थाम लिया और पीछे दीवार से लगाकर उसके ऊपर झुक गया!

व्योक्षा की सांसों ने तेज होना शुरू कर दिया था, उसका सीना उफान लेने लगा था!

Write a comment ...

Moon Face ✨✨

Show your support

Please Support Me As Much As You Can Guyz!!!

Recent Supporters

Write a comment ...

Moon Face ✨✨

Pro
Niche Whstap Channel Link Hai! Don't forget To Follow!