जैसे ही व्योक्षा ने सामने टेबल पर रखे हुए केक की तरफ देखा, उसके चेहरे पर मुस्कुराहट तैर गई थी! वो दोनों केक उसकी पसंद के थे… एक बटरफ्लाई शेप का केक था तो दूसरा केक किंडर जॉय थीम और शेप का ही था!
वो पहले भी एक किंडर जॉय केक काट चुकी थी और अब उसके सामने दूसरा केक था, वो मुस्कुराते हुए बोली "आपको पता है Pookie ने भी मेरे लिए यही केक मंगवाया था और वो बहुत ज्यादा डिलीशियस था! ये भी मुझे बहुत टेस्टी लग रहा है Little Don, क्या हम जल्दी से इसे कट करें? मुझसे और ज्यादा वेट नहीं हो रहा…
उसके चेहरे की एक्साइटमेंट बता रही थी कि वो सच में वेट नहीं कर पा रही, KV ने साइड में रखा हुआ चाकू उठाया और फिर उसके हाथ में पकड़ा कर अपना हाथ उसके हाथ पर रख दिया और बोला “वेट तो मुझसे भी नहीं हो रहा!” ये बोलते हुए वो अपने गाल को व्योक्षा की गर्दन पर रगड़ने लगा था!
व्योक्षा का दिल एक बार फिर जोरों से धक-धक करने लगा, उसके चेहरे पर शर्म की लाली उभरने लगी थी और अब KV ने उससे वो केक कट करवाना शुरू किया!
वो खुद ही हल्का-हल्का मुस्कुराते हुए गा रहा था “हैप्पी बर्थडे टू यू, हैप्पी बर्थडे Butterfly… हैप्पी बर्थडे टू यू!”
दिन में तो केक काटने के बाद व्योक्षा ने तुरंत केक खाना शुरू कर दिया था बिना कसक और अश्क को खिलाए ही, लेकिन अब उसने केक खाया नहीं बल्कि जल्दी से KV की तरफ घूम गई!
KV ने उसकी कमर पर अपने हाथ कस लिए थे और फिर तभी उसे अपने कंधे पर कुछ गीला गीला महसूस हुआ और उसने रिलाइज किया कि व्योक्षा सुबक रही है!
उसने तुरंत उसे खुद से हल्का सा दूर किया, व्योक्षा की आंखों में मोटे-मोटे आंसू थे! एक पल के लिए KV का दिल भी जोरों से धड़क उठा…
उसने तुरंत व्योक्षा के गाल पर अपना हाथ रखा और बोला "तुम रो क्यों रही हो Butterfly? क्या हुआ? तुम्हें केक पसंद नहीं आए क्या? लेकिन तुमने तो कहा था कि ये दोनों केक तुम्हें अच्छे लगे और तुम बहुत ज्यादा एक्साइटेड हो! अब तुम रो क्यों रही हो?”
व्योक्षा ने अपना हाथ अपने नाक के नीचे रखा और उसे ऊपर की तरफ खींचते हुए बोली “क्योंकि आज तक कभी किसी ने मेरा बर्थडे ऐसे सेलिब्रेट नहीं किया Little Don जैसे आप कर रहे हो, कभी किसी ने मुझे इतना स्पेशल फील नहीं करवाया जैसे आप करवा रहे हो! आपको पता है आप बहुत अच्छे हो बहुत-बहुत अच्छे… मैं तो ऐसे ही परेशान हो रही थी कि आपने मुझे किडनैप किया और ना जाने आप मेरे साथ क्या कुछ करेंगे? लेकिन जब से मैं आपके साथ रहने लगी हूं तब से मुझे रिलाइज हुआ कि आप सच में बहुत अच्छे इंसान हो! आई लव यू Little Don आई लव यू सो मच… ये बोलकर वो दोबारा KV के सीने से लग गई!
KV की धड़कनें एक बार फिर काफी ज्यादा फास्ट हो चुकी थी, उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि उसकी धड़कने इतनी ज्यादा तेज क्यों चल रही है? लेकिन फिलहाल वो खुद को नार्मल करने की कोशिश कर रहा था!
उसने अपना हाथ व्योक्षा की पीठ पर रखा और थोड़ी इंटेंस वॉइस में बोला "तो इस बात पर कौन रोता है Butterfly? अगर तुम्हें मैं अच्छा लग रहा हूं तो तुम्हें तो मुझे प्यार करना चाहिए, पर तुम तो रोने लगी! क्या तुम्हारा मुझे प्यार करने का मन नहीं कर रहा?” ये बोलते हुए उसने अब अपना दूसरा हाथ व्योक्षा के चेहरे पर रख दिया था!
व्योक्षा मुस्कुराई और बोली "क्यों नहीं कर रहा? आपको प्यार करने के लिए तो अब मेरा मन बहुत ज्यादा कर रहा है!”
KV एक बार फिर से इंटेंस वॉइस में बोला "तो करो ना! तुम्हें रोका किसने है?”
उसकी बात पर व्योक्षा ने अपना लोअर लिप हल्का सा अंदर की तरफ दबाया और फिर KV को किस करने को हुई, लेकिन अभी वो उसके होठों के पास पहुंची भी नहीं थी कि KV ने उसके होठों पर अपनी उंगली रख दी लेकिन उसकी उंगली नॉर्मल बिल्कुल नहीं थी बल्कि उस पर काफी सारा केक लगा हुआ था और अब KV ने अपनी उंगली पर लगा हुआ सारा केक व्योक्षा के होठों पर रगड़ते हुए अपनी उंगली को साफ कर दिया!
व्योक्षा उसके उस टच से सिहर रही थी, वो अपने होठों को खोलने ही वाली थी कि KV ने अब अपना हाथ उसके सिर के पीछे रखा और फिर उसके चेहरे पर झुकते हुए उसके होठों को चूमना शुरू कर दिया!
व्योक्षा अब अपने होठों को खोल नहीं रही थी इसलिए KV बस उसके होठों को ऊपर से ही किस किए जा रहा था, लेकिन लगातार किए जा रहा था और वो अपने होठों को पूरी तरह से खोल रहा था!
वो सारा केक जो व्योक्षा के होठों पर लगा हुआ था, वो KV अब अपने होठों से हटा चुका था! अब उसने अपना चेहरा पीछे की तरफ किया और बोला "क्या तुम्हें केक का टेस्ट आया?”
व्योक्षा ने अपना चेहरा ना में हिलाया!
KV बेहद सेडक्टिव वॉइस में बोला “तो क्या तुम केक टेस्ट नहीं करना चाहती?”
व्योक्षा ने तुरंत अपना चेहरा हां में हिलाया और बोली "करना चाहती हूं Little Don!”
KV भी हल्का सा मुस्कुरा कर बोला "तो करो ना! इंतजार किसका कर रही हो?”
जैसे ही उसने कहा व्योक्षा वापस केक की तरफ घूमी और फिर उसने अपनी उंगली पर काफी सारा केक लिया और उसे लिक कर लिया!
KV हैरानी से उसकी तरफ देखता रहा, जब उसने व्योक्षा को केक खाने के लिए कहा तो उसका मतलब ये नहीं था कि व्योक्षा खुद से केक खाए! उसका मतलब ये था कि जैसे उसने व्योक्षा के होठों पर केक लगाया वैसे ही वो भी उसके होठों पर केक लगाए और फिर उसे किस करते हुए वो केक खाए लेकिन व्योक्षा तो ठहरी व्योक्षा! अब अगर वही अपना दिमाग इतना ज्यादा चलाने लगे तो बात ही क्या हो? फिर वो KV के जाल में कैसे ही फंसती?
लेकिन KV की नजरे अभी भी व्योक्षा के चेहरे पर थी और जिस तरह से व्योक्षा बार-बार अपनी उंगली पर केक लेकर उसे लिक किए जा रही थी, उसे देखकर अब KV को अपने अंदर कुछ अजीब सा फील हो रहा था!
उसकी बॉडी रिएक्ट कर रही थी, उसका गला उसे सूखता हुआ महसूस हो रहा था जो कभी किसी के लिए नहीं होता था और वो खुद को अब व्योक्षा के करीब आने से रोक नहीं पाया!
व्योक्षा ने जब उसे अपने बिल्कुल नजदीक महसूस किया तो वो अपनी फिंगर लिक करना छोड़कर उसकी तरफ देखते हुए बोली "आई एम सो सॉरी! मैं तो अकेली अकेली केक खाने लगी, आप भी खाएंगे क्या?”
ये बोलते हुए उसने अपनी फिंगर को KV के सामने कर दिया था, KV इंटेंस वॉइस से बोला "हां खाऊंगा और बहुत अच्छे से खाऊंगा!”
ये बोलते हुए उसने अब केक की तरफ देखा और फिर अपने हाथ में केक का काफी सारा टुकड़ा लिया और वापस व्योक्षा की तरफ देखने लगा!
व्योक्षा जल्दी से बोली "शायद आपको भी ये वाला केक बहुत पसंद है लेकिन… ये बोलते बोलते उसकी बोलती एकदम से बंद हो गई क्योंकि KV ने अपना केक से भरा हुआ हाथ सीधा उसकी गर्दन पर रख दिया था और फिर उसे धीरे-धीरे नीचे की तरफ भी ले गया था जिसकी वजह से वो सारा केक ना सिर्फ उसकी गर्दन पर बल्कि उसके क्लीवेज पर भी गिर चुका था!
व्योक्षा के चेहरे के एक्सप्रेशंस बता रहे थे कि KV के छूने से उसका क्या हाल होता है? और अब तो वो गिला गिला केक उसे एक अलग ही फीलिंग दे रहा था और फिर KV ने अपना हाथ साइड में किया और उसकी गर्दन की तरफ देखते हुए बोला "हां मुझे भी ये केक बहुत पसंद है!”
ये बोलकर उसने अपना चेहरा पूरी तरह से व्योक्षा की गर्दन पर झुकाया और फिर उस केक को खाने लगा!
व्योक्षा के हाथ तुरंत KV की पीठ पर कस गए थे, उसने अपनी आंखें बंद कर ली थी और गहरी गहरी सांसे ले रही थी!
KV ने अब अपना हाथ उसकी कमर पर रखा और फिर धीरे-धीरे उसके सीने की तरफ ले गया, वो कपड़ों के ऊपर से ही उसके सीने को हल्का-हल्का दबा रहा था जिससे व्योक्षा की अब सिसकियां भी निकलनी शुरू हो गई थी!
उसे अपने सीने पर थोड़ा-थोड़ा दर्द महसूस हो रहा था और उसके हाथ लगातार KV की पीठ पर कसते चले जा रहे थे!
KV केक खाते हुए ही बोला “कैसा लग रहा है?”
व्योक्षा बड़ी ही मदहोशी भरी आवाज में बोली "थोड़ा दर्द हो रहा है Little Don!”
KV ने भी इंटेंसिटी के साथ पूछा “प्यार से करूं?”
व्योक्षा ने अपना चेहरा हां में हिला दिया और KV उस केक को खाते हुए ही अब उसके सीने को थोड़ा प्यार से दबाने लगा!
व्योक्षा अभी भी सिसकियां भर रही थी और KV तब तक उसके सीने को दबाता रहा जब तक उसने वो सारा केक खा नहीं लिया और अब उसने अपना चेहरा वापस उसके चेहरे के सामने किया और बोला "अपना गिफ्ट देखना चाहोगी?”
व्योक्षा ने उसकी आवाज सुनकर अपनी आंखों को तुरंत खोला, वरना वो तो ना जाने कौन सी दुनिया में खो गई थी?
वो खुश होते हुए बोली "आप मेरे लिए गिफ्ट भी लाए हैं?”
KV ने अपना चेहरा हां में हिलाया और उसने अपना हाथ अपनी पॉकेट में डाला, जहां से अब जब उसने अपना हाथ बाहर निकाला तो उसके हाथ में एक ब्रेसलेट था!
वो डायमंड ब्रेसलेट था जो काफी कीमती भी था और काफी सुंदर भी!
उस ब्रेसलेट को देखते ही व्योक्षा की मुस्कुराहट और भी ज्यादा लंबी हो गई थी!
KV ने अब उसका हाथ थामा और उसके हाथ में वो ब्रेसलेट पहनाते हुए बोला "तुम्हें पसंद आया?”
व्योक्षा की आंखों में एक बार फिर से आंसू आ गए थे, वो हंस कर बोली "पसंद आया? ये मुझे बहुत पसंद आया Little Don…. ये सच में बहुत ज्यादा सुंदर है, थैंक यू थैंक यू सो मच! आपको पता है ये मेरी लाइफ का पहला गिफ्ट है… ये बोलते हुए उसकी खुशी उसकी आवाज में साफ नजर आ रही थी!
अगले ही पल उसने अपना माथा पीटा और बोली "नहीं मतलब किंडर जॉय तो पहले भी बहुत मिले लेकिन वो तो छोटे-छोटे गिफ्ट होते हैं ना Little Don, ये मेरा पहला बड़ा गिफ्ट है और ये इतना प्यारा है कि मेरा मन कर रहा है मैं इसे पहनूं नहीं बल्कि इसे संभाल कर रख लूं कि कही ये खराब ना हो जाए?”
KV चुपचाप उसे देख रहा था, उसकी बातें सुनकर उसे इतना तो कंफर्म हो गया था कि व्योक्षा को शायद प्यार की कमी रही है! वो अजय राठी की बेटी जरूर है लेकिन अजय राठी ने उसके लिए कभी कुछ स्पेशल किया नहीं, ना ही उसका कोई बर्थडे सेलिब्रेट किया और ना ही कभी उसे कोई गिफ्ट दिया पर पता नहीं क्यों उसे ये सब सोचते हुए थोड़ा बुरा लग रहा था? लेकिन जल्दी ही उसने खुद को संभाला और बोला "तुम्हें इसे संभाल कर रखने की कोई जरूरत नहीं है Butterfly क्योंकि अगर ये खराब हो भी गया तो मैं तुम्हें ऐसे और ला दूंगा!”
व्योक्षा मुस्कुराई और बोली "हां वो तो है ही! अब तो आपको पूरी जिंदगी मुझे गिफ्ट देने पड़ेंगे क्योंकि मुझे ये सब कुछ बहुत अच्छा लगता है, जब भी मेरा बर्थडे होगा ना तब आप मुझे ऐसे खूबसूरत से गिफ्ट देना और हां हमारी मैरिज एनिवर्सरी पर और जब मैं आपके बच्चों की मां बनूंगी तब तो आप मुझे बहुत बहुत सारे गिफ्ट देना!”
ये बोलते हुए वो काफी ज्यादा एक्साइटेड लग रही थी और उसकी लास्ट बात सुनकर KV को हंसी आ रही थी!
उसे हंसते हुए देख व्योक्षा ने मुंह बनाया और बोली "आप ऐसे हंस क्यों रहे हो? मैंने कुछ गलत कहा क्या? मैंने कौन सा कोई जोक मारा है जो आप हंस रहे हो?”
KV ने अब उसके गाल को अपनी उंगलियों से खींचा और बड़े ही प्यार से कहा “तुम बहुत क्यूट हो!”
व्योक्षा तुरंत उसके सीने से लग गई और बोली "और आप बहुत प्यारे हो!” ये बोलते हुए वो अब उसकी गर्दन को चूम रही थी!
KV हैरान था कि उसने ऐसे कैसे व्योक्षा का गाल खींचा? जबकि ये हरकत वो कभी किसी के साथ नहीं करता, सिर्फ जुनून कसक और अश्क के साथ ही उसकी ये हरकत होती थी और फिर दूसरे ही पल उसे व्योक्षा के होंठ अपनी गर्दन पर चलते हुए महसूस हुए तो उसकी हार्टबीट ने एक बार फिर से फास्ट होना शुरू कर दिया और उसके हाथ खुद ब खुद व्योक्षा के बदन पर कसने लगे!
वो कब अपना हाथ उसकी पीठ पर ले गया और फिर उसकी जिप को खोलने लगा उसे पता ही नहींचला!
रिसोर्ट में
व्योक्षा KV के सीने से लगी हुई थी और KV के हाथ व्योक्षा के बदन को सहला रहे थे!
वही व्योक्षा उसकी गर्दन पर लगातार चूम रही थी जिसकी वजह से KV की हार्टबीट काफी ज्यादा तेज हो रही थी, इस वक्त उसे भी कुछ अजीब सा फील हो रहा था जैसे कोई चीज उसकी लिमिट से बाहर हो रही हो! वो खुद को रोकना चाहता था लेकिन रोक नहीं पा रहा था और अब उसका हाथ खुद ब खुद व्योक्षा की पीठ की तरफ जाने लगा!
उसने उसकी जिप को नीचे की तरफ सरकाना शुरू किया, लेकिन इससे पहले कि वो उसकी जिप को पूरी तरह से खोलता अचानक ही उसकी पॉकेट में रखा हुआ उसका फोन बजने लगा!
KV हैरान रह गया क्योंकि इतनी देर रात कोई भी उसे कॉल नहीं करता था!
वही व्योक्षा अब पीछे की तरफ हट गई थी और चुपचाप KV की तरफ देख रही थी!
KV उसे देखते हुए थोड़ा अनकंफर्टेबल सा होकर बोला "1 मिनट!” ये बोलते हुए उसने अपनी पॉकेट से फोन निकाल लिया था…
सामने कृतिका का कॉल आ रहा था!
व्योक्षा आगे की तरफ झुकने लगी ताकि देख सके कि किसका कॉल आया है? लेकिन KV ने तुरंत कॉल रिसीव किया और फोन अपने कान से लगा लिया!
अगर वो कृतिका का कॉल रिसीव नहीं करता तो वो उसे दोबारा कॉल करती, ऐसे में व्योक्षा को शक हो जाता इसलिए पहली बार में ही KV ने उसका कॉल रिसीव कर लिया था!
अब सामने से कृतिका की आवाज आई “कहां हो तुम?”
KV थोड़ा नॉर्मल होकर बोला “क्यों? क्या हुआ? तुम बताओ तुम्हें कोई काम था क्या?”
कृतिका एक गहरी सांस लेकर बोली "नहीं काम तो कोई नहीं है लेकिन तुम्हारी गाड़ी यहां पर लोटस रिजॉर्ट में खड़ी है तो मैंने सोचा तुम भी यहां पर आए हुए हो, तो मुझे बताओ तुम कहां हो? मैं तुम्हारे पास आती हूं… एक्चुअली मैं यहां पर अपनी फ्रेंड्स के साथ आई थी और अब घर पर ही जा रही थी लेकिन तुम्हारी गाड़ी देखी तो तुम्हें कॉल कर दिया!”
उसकी बात सुनकर KV की आंखें बड़ी हो चुकी थी, वो ये भी नहीं बोल सकता था कि वो यहां पर नहीं है क्योंकि जिस गाड़ी में वो आया था वो गाड़ी उसकी फेवरेट थी और KV हमेशा उस गाड़ी में रहता था! वो उस गाड़ी को कभी किसी को नहीं देता था… अगर उसे पहले पता होता कि कृतिका यहीं पर आई हुई है तो यहां पर आता ही नहीं!
उसने अपने माथे पर अपनी उंगलियां रखी हुई थी! व्योक्षा उसकी तरफ देखते हुए कुछ बोलने को हुई लेकिन KV उसके कुछ बोलने से पहले ही फोन पर बोला "तुम जहां पर हो वहीं पर रहो, मैं बस 2 मिनट में आता हूं!”
उसकी बात सुनकर कृतिका तो मुस्कुरा रही थी लेकिन व्योक्षा के चेहरे का रंग उड़ गया था क्योंकि उसे KV के साथ वक्त बिताना था, अभी तक उसका बर्थडे ओवर नहीं हुआ था और अभी तो उन दोनों के बीच क्यूट क्यूट मोमेंट शुरू हुए थे जहां पर KV उसे प्यार कर रहा था! ऐसे में अगर वो उसे छोड़कर जाता तो उसे ओबवियसली बुरा तो लगता ही…
वो बस चुपचाप अभी भी KV की तरफ देखे जा रही थी और KV ने अब कॉल डिस्कनेक्ट कर फोन अपनी पॉकेट में डाल लिया था!
व्योक्षा उसे देखते हुए बोली "आप कहीं जा रहे हो क्या Little Don?” ये बोलते हुए उसकी आवाज में उसकी मायूसी साफ झलक रही थी!
पता नहीं क्यों लेकिन KV को अभी भी अजीब लग रहा था, उसने व्योक्षा के गाल पर अपना हाथ रखा और बोला "हां मुझे जाना पड़ेगा लेकिन तुम फिक्र मत करो, अब मैं तुमसे घर पर मिलूंगा! मैं ड्राइवर को बोल दूंगा वो तुम्हें यहां से घर छोड़ देगा और जब तक तुम घर जाओगी तब तक मेरा काम भी हो जाएगा, उसके बाद मैं सीधा तुम्हारे पास ही आऊंगा! तुम ऐसे मायूस मत हो…
उसकी बात पर अब व्योक्षा मुस्कुराई और बोली "नहीं मैं मायूस नहीं हो रही हूं, बस मुझे आपकी बहुत याद आएगी Little Don बट It's Ok… आपका काम भी तो इंपॉर्टेंट है तो मैं उसके लिए आपको नहीं रोकूंगी पर आप प्लीज जल्दी आइएगा! मैं आपका इंतजार करूंगी और जब तक आप आएंगे नहीं तब तक मुझे नींद भी नहीं आएगी और इतना सब कुछ जो आपने मेरे लिए किया उसके लिए बहुत-बहुत थैंक यू Little Don, आप वैसे तो मेरे किडनैपर हो लेकिन अब आप मेरे लिए किसी एंजेल से कम नहीं जिसने मेरी लाइफ खुशियों से भर दी! मेरी लाइफ में आने के लिए थैंक यू…
ये बोलते हुए उसने KV का चेहरा पूरी तरह से अपने हाथों में थामा और फिर पंजो के बल ऊपर की तरफ उठते हुए उसके माथे को चूम लिया!
एक पल के लिए जैसे KV की धड़कन रुक गई, वो चुपचाप व्योक्षा की तरफ देखे जा रहा था!
अब व्योक्षा पीछे की तरफ हटी और हल्का सा मुस्कुरा कर बोली "अब आप यहां से जा सकते हैं, लेकिन प्लीज ड्राइवर को बोल दीजिएगा… मेरे पास तो फोन भी नहीं है मैं आपको फोन भी नहीं कर पाऊंगी!”
KV ने अब एक बार फिर से उसके गाल को छुआ और फिर वहां से चला गया, उसे खुद को थोड़ा बुरा लग रहा था लेकिन उसने अपनी फिलिंग्स को अपने दिमाग पर ओवर पावर नहीं होने दिया और एकदम एक्सप्रेशन लैस चेहरा लिए अब वो पार्किंग एरिया की तरफ आया जहां पर सामने ही कृतिका खड़ी थी!
उसे देखकर कृतिका मुस्कुराई और फिर सीधा जाकर उसके सीने से लग गई, लेकिन अगले ही पल उसे कुछ अजीब लगा और वो पीछे की तरफ हटते हुए बोली "गर्ल्स परफ्यूम? ये तुम्हारे अंदर से गर्ल्स परफ्यूम की खुशबू कैसे आ रही है?”
उसके सवाल पर KV के चेहरे का रंग उड़ चुका था, कृतिका एक बार फिर से स्निफ करते हुए बोली "शायद ये गर्ल परफ्यूम नहीं Unisex परफ्यूम है, आई एम सो सॉरी मुझसे ही गलती हो गई!”
KV ने एक गहरी सांस ली थी!
कृतिका उसकी तरफ देखते हुए बोली "क्या हुआ? तुम्हारे चेहरे का रंग क्यों उड़ा हुआ है?”
KV ने अपना चेहरा ना में हिलाया और बोला "कुछ नहीं! वो एक्चुअली मैं यहां पर एक मीटिंग के लिए आया था…
कृतिका जल्दी से बोली "फिर तो मैंने तुम्हें डिस्टर्ब कर दिया ना?”
KV तुरंत बोला “नहीं ऐसा कुछ नहीं है! तुम चलो… आई मीन मेरे साथ चलो, मैं भी बस घर के लिए निकल रहा था!”
कृतिका ने पीछे कार ड्राइवर की तरफ देखा जिसके साथ वो आई थी!
KV उस ड्राइवर की तरफ देखते हुए बोला "तुम एक काम करो गाड़ी लेकर जाओ यहां से, मैं कृतिका को अपने साथ ही लेकर जा रहा हूं!”
उसकी बात पर ड्राइवर गाड़ी में बैठा और वहां से निकल गया!
अब कृतिका भी KV की गाड़ी में बैठी लेकिन KV अभी गाड़ी में नहीं बैठा था, उसने अपने फोन से उस ड्राइवर को मैसेज किया जो अभी-अभी यहां से निकला था और अब मैसेज में उसने उस ड्राइवर को बोल दिया था कि वो यहां पर 5 मिनट बाद वापस आए और फिर व्योक्षा को यहां से फार्म हाउस यानी कि KV का प्राइवेट विला… वहां ले जाए!
KV को खुद समझ नहीं आ रहा था कि वो ड्राइवर को व्योक्षा को प्राइवेट विला में क्यों लेकर जाने का बोल रहा है? लेकिन फिलहाल तो उसने मैसेज कर दिया था!
इससे पहले वो कुछ और करता अंदर से कृतिका बोली "क्या हुआ? तुम बिजी हो क्या?”
KV ने तुरंत अपना फोन पॉकेट में डाला और बोला "नहीं!” ये बोलकर वो गाड़ी में बैठा और अगले ही पल उसने गाड़ी स्टार्ट कर दी!
कृतिका ने अपना हाथ KV के हाथ पर रखा,
KV ने चेहरा घुमाते हुए उसकी तरफ देखा!
कृतिका मुस्कुराई और उसके थोड़ा सा करीब हो गई, KV अपना हाथ ऊपर की तरफ उठाने लगा लेकिन दूसरे ही पल कृतिका ने उसकी उंगलियों से अपनी उंगलियां उलझा ली!
वहीं दूसरी तरफ,
ड्राइवर वापस रिसोर्ट में पहुंच चुका था और अब व्योक्षा भी आकर पार्किंग एरिया में खड़ी हो गई थी, जैसे ही वो ड्राइवर उसके सामने आया व्योक्षा गाड़ी में बैठी और फिर ड्राइवर उसे लेकर प्राइवेट विला की तरफ निकल गया!
आधे घंटे बाद जब उनकी गाड़ी प्राइवेट विला पहुंची, उसने तुरंत ड्राइवर से सवाल किया “आप मुझे यहां क्यों लेकर आए हैं?”
वो ड्राइवर गाड़ी से बाहर निकलते हुए बोला "बॉस के दिए आर्डर थे!”
ये बोलकर वो बाहर आया और उसने व्योक्षा की साइड का दरवाजा खोला और अब व्योक्षा गाड़ी से बाहर निकल कर अंदर आ गई!
अंदर जाकर वो सीधा KV के रूम में ही आई, उसे अपनी ड्रेस उतारनी थी और चेंज करना था लेकिन उसे यहां पर अब अपने कपड़े कहीं मिल नहीं रहे थे इसलिए उसने क्लोजेट में से KV की शर्ट ली और उसे लेकर वॉशरूम में चली गई!
वहीं दूसरी तरफ
KV और कृतिका The Dark Villa पहुंचे, उसके साथ ही KV अंदर की तरफ आया!
कृतिका उसके सीने से लगी और बोली "आज मैं बहुत ज्यादा थक गई हूं, मन तो कर रहा था कि तुम्हारे साथ थोड़ा टाइम स्पेंड करूं लेकिन फिलहाल मैं अपने रूम में जा रही हूं ताकि अच्छे से सो सकूं… गुड नाइट!”
ये बोलकर उसने उसकी गर्दन पर किस किया और फिर वहां से चली गई!
उसके जाते ही KV तुरंत बाहर की तरफ आया और फिर अपनी गाड़ी में बैठकर Vohra Villa के लिए निकल गया!
इस वक्त वो हद से ज्यादा स्पीड में गाड़ी ड्राइव कर रहा था और जहां उसे वहां पहुंचने में आधा घंटा लगने वाला था, वो 15 मिनट में ही वहां पहुंचा और फिर तेज कदमों से अंदर की तरफ आया!
अंदर आते हुए उसकी धड़कने बहुत ज्यादा फास्ट चल रही थी और फिर दरवाजे पर ही उसके कदम एकदम से रुक गए!
उसकी नजर सामने की तरफ गई जहां व्योक्षा बेड पर पेट के बल लेटी हुई थी, उसने अपने पैरों को ऊपर की तरफ उठाया हुआ था और उन्हें बार-बार हिलाए जा रही थी!
उसके पैरों में पहनी हुई पायल नीचे की तरफ सरकी हुई थी, इस वक्त उसने ब्लैक कॉटन शर्ट पहनी हुई थी और उसने अपने हाथ में एक हार्ट शेप का कुशन लिया हुआ था जिससे वो ना जाने क्या-क्या बातें कर रही थी….
पर KV का ध्यान उन बातों पर तो था ही नहीं, वो तो व्योक्षा के गोरे पैरों की तरफ देख रहा था और उसकी बैक की तरफ जो हल्की सी ऊपर की तरफ उभरी हुई थी!
उसे देखते हुए KV को अपनी बॉडी में चेंजेस होते हुए फील हो रहे थे!
जैसे ही KV अंदर की तरफ आया दरवाजे पर जाकर उसके कदम रुक गए, उसकी नज़रें सामने व्योक्षा के ऊपर थी जो बिस्तर पर पेट के बल लेटी हुई थी और उसने अपने पैरों को हल्का सा मोड़ा हुआ था!
उसके हाथ में हार्ट शेप कुशन था जिससे वो बातें किए जा रही थी, लेकिन उन बातों पर KV का ध्यान नहीं था क्योंकि KV का ध्यान तो व्योक्षा के गोरे पैरों पर था!
उसे देखते हुए KV को अपना गला सूखता हुआ महसूस हो रहा था, ना जाने कितनी ही देर वो यूं ही खड़ा रहा और फिर अचानक ही व्योक्षा को अपनी पीठ पर कुछ उंगलियां चलती हुई महसूस हुई!
उसने तुरंत अपना चेहरा घूमाकर ऊपर की तरफ देखा जहां KV उस पर झुका हुआ था और उसे अपनी इंटेंस नजरों से देख रहा था!
व्योक्षा काफी टाइम से KV का इंतजार कर रही थी और अब तो उसे ऐसा लगने लगा था जैसे KV वहां पर आएगा ही नहीं, लेकिन उसे वहां पर देखकर अब व्योक्षा का चेहरा पूरी तरह से खिल गया था!
वो तुरंत अपनी जगह पर हल्की सी ऊपर की तरफ उठी और फिर मुस्कुराते हुए बोली "आप आ गए? आपको पता है मुझे नींद आने लगी थी लेकिन मैं सोना नहीं चाहती थी! मुझे आपका इंतजार करना था इसलिए मैंने इस हार्ट शेप कुशन से बातें करना शुरू कर दिया….
ये बोलते हुए उसने वो कुशन KV को दिखाया लेकिन अब वो कुशन बेड पर नीचे गिर गया और फिर व्योक्षा का सर भी पीछे तकिए पर लगा!
KV उसके ऊपर झुक चुका था और अगले ही पल उसने व्योक्षा के गाल पर अपना हाथ रखकर उसे किस करना शुरू कर दिया था!
व्योक्षा तो हैरान रह गई, बेसब्र तो वो भी KV के लिए बहुत थी लेकिन जितना बेसब्र KV लग रहा था उसकी तो कोई हद ही नहीं थी!
वो उसकी तरफ देखती रह गई और KV उसे और भी ज्यादा डिप्ली किस करने लगा और अब व्योक्षा ने भी अपनी आंखों को बंद कर लिया था! वो भी KV के सिर पर अपने हाथ रखते हुए उसके बालों में अपनी उंगलियां उलझा चुकी थी और उसे पैशनेटली किस कर रही थी!
कुछ देर बाद KV ने उसके होठों को छोड़ा और उसके चेहरे को देखने लगा, इस वक्त KV का खुद का चेहरा एकदम लाल नजर आ रहा था! उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वो क्या कर रहा है और क्या नहीं? लेकिन वो खुद को रोक नहीं पा रहा था और अब वो व्योक्षा की गर्दन पर झुका और उसे वहां पर भी शिद्दत से चूमने लगा!
व्योक्षा उसकी तरफ देखते हुए बोला "क्या हुआ Little Don? आप ऐसे परेशान से क्यों नजर आ रहे है?”
KV ने उसके होठों पर अपनी उंगली रख दी जैसे उसे कहना चाहता हो कि वो बस कुछ भी ना कहे, सिर्फ उसे फील करें और व्योक्षा ने भी अब कुछ नहीं कहा!
धीरे-धीरे उसे अपनी शर्ट के बटन खुलते हुए महसूस हुए और फिर KV उसके नाजुक से अंगों पर झुकते हुए उन्हें बेपनाह चूमने लगा!
जैसे ही उसने उसके बिल्कुल सॉफ्ट पार्ट्स को अपने होठों में भरते हुए खींचा तो व्योक्षा दर्द से आह भरते हुए बोली "आराम से कीजिए Little Don बहुत दर्द होता है!”
KV उसके चेहरे पर आया और उसके होठों के करीब अपने होठों को करते हुए बेहद इंटेंस वॉइस में बोला "मेरे लिए थोड़ा सा दर्द बर्दाश्त कर लो Butterfly, आई नो बहुत सॉफ्ट हो तुम लेकिन क्या मेरे लिए नहीं कर पाओगी?”
उसकी बात पर व्योक्षा ने उसके चेहरे को चूमना शुरू कर दिया और उसका वही प्यार उसका जवाब भी था!
KV कुछ पल बाद वापस उसके सीने पर झुका और एक बार फिर से उसने व्योक्षा को चूमना शुरू कर दिया, इस बार भी व्योक्षा को दर्द हो रहा था लेकिन क्या ही मजाल जो वो अपना दर्द बयां कर जाए? वो बस हल्की-हल्की सिसकियां भर रही थी, इसके अलावा उसने खुद को पूरी तरह से KV को सौंप रखा था और अब KV उसके पेट पर झुका….
अभी वो उसके पेट को चूमने ही वाला था कि एक बार फिर से उसका फोन बजने लगा, इस बार KV को इतना ज्यादा गुस्सा आया कि उसका मन कर रहा था कि जिसने भी उसे कॉल किया है वो उसका मुंह तोड़ दे और इस बार फिर से कृतिका का कॉल था!
KV के चेहरे पर भी इरिटेशन साफ नजर आ रही थी!
व्योक्षा उसकी तरफ देखते हुए बोली “आप परेशान मत होइए Little Don, आप पहले अपनी कॉल रिसीव कर लीजिए! ये सब आप बाद में कर लीजिएगा… मैं तो आपकी ही हूं, अब तो आपको पूरी जिंदगी मुझे प्यार करना है!”
उसकी बात पर KV ने अपना चेहरा हां में हिलाया और कॉल रिसीव करते हुए बालकनी की तरफ चला गया!
व्योक्षा को वैसे तो KV की कोई बात बुरी नहीं लगती थी, लेकिन अब जिस तरह से वो बात करने के लिए बालकनी की तरफ गया था उसे अच्छा नहीं लग रहा था! वो व्योक्षा के सामने भी तो बात कर सकता था… वो कौन सा नहीं जानती थी कि KV गैंगस्टर है और गैंगस्टर किस तरह के काम करते हैं? मतलब बेशक से उसे ज्यादा नहीं पता था लेकिन नॉर्मल चीजें जो आम लोगों को पता होती है वो तो उसे पता ही था और उसे तो इन सब चीजों से कोई लेना-देना भी नहीं था! आज तक कभी उसने अपने डैड से भी कोई सवाल नहीं किया था कि वो क्या करते हैं और क्या नहीं?
वहीं दूसरी तरफ
कृतिका KV से बात करते हुए बोली "तुम कहां हो KV? तुम मुझे घर पर ड्रॉप करके कहीं और चले गए क्या? एक्चुअली मेरा चार्जर खराब हो गया था तो मैं तुमसे चार्जर लेने के लिए तुम्हारे रूम में आई लेकिन तुम वहां पर थे ही नहीं और फिर एक सर्वेंट ने बताया कि तुम तो मुझे घर छोड़ते ही वापस चले गए थे, ऐसा भी क्या इंपॉर्टेंट काम था जो तुम ऐसे चले गए? आई मीन मुझे तुम्हारे काम से कोई प्रॉब्लम नहीं है लेकिन कल से हमारी शादी की रस्में शुरू होने वाली है तो मैं बस ये चाहती थी कि तुम पूरी तरह से हमारी शादी पर फोकस रहो, आई नो तुम्हारे लिए तुम्हारे काम से बढ़कर कुछ नहीं लेकिन प्लीज ये तीन दिन मुझे दे दो!”
उसकी बात पर KV बोलना तो चाहता था लेकिन सामने ही व्योक्षा थी जो इंतजार कर रही थी कि कब KV अंदर आए? अब KV उसके सामने क्या ही बात कर सकता था?
वो वापस बाहर की तरफ घुमा और एकदम एक्सप्रेशनलैस होकर बोला "अगर मुझे कोई इंपॉर्टेंट काम है तभी मैं बाहर आया हूं वरना मैं आराम से सोने ही वाला था, बट डोंट वरी मेरा पूरा फोकस तुम पर ही है! बेशक से KV के लिए उसका काम बहुत ज्यादा इंपोर्टेंट है लेकिन उसकी शादी? उसकी शादी उसके लिए उसके काम से भी ज्यादा इंपोर्टेंट है सो डोंट वरी उसमें किसी तरह की कोई प्रॉब्लम नहीं आने वाली!”
उसकी बात पर कृतिका मुस्कुराई, KV अब कॉल डिस्कनेक्ट करते हुए बोला "अब मैं तुमसे कल बात करता हूं!”
सामने से कृतिका ने मुस्कुराते हुए कहा “I Love You!”
KV उसकी इस बात पर एक बार फिर से परेशानी में पड़ गया था, पीछे बेड पर लेटी हुई व्योक्षा उसकी बातें सुन रही होगी ये सोचकर वो कैसे ही कृतिका को उसके आई लव यू का जवाब दे सकता था? इसलिए उसने तुरंत अपना दिमाग चलाया और थोड़ा परेशान होते हुए बोला "हेलो हेलो! मुझे तुम्हारी आवाज नहीं आ रही, ओके फाइन मुझे लगता है अब मैं तुमसे कल ही बात कर पाऊंगा… ये बोलकर उसने कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया था!
अब एक गहरी सांस लेकर वो वापस रूम में आया, आते ही उसकी नजर व्योक्षा पर गई जो अपनी आंखें बंद कर गहरी नींद में जा चुकी थी!
KV का इंतजार करते हुए ही वो सो गई थी और उसे सोते हुए देख KV और भी ज्यादा इरिटेट हो रहा था और उसे सारा गुस्सा कृतिका पर ही आ रहा था, ना वो उसे कॉल करती और ना वो उन सब चीजों को बीच में छोड़ता जो वो व्योक्षा के साथ कर रहा था पर अब वो खुद से ही बोला "मैं इतना डेसपरेट क्यों हो रहा हूं? Why I am behaving like this? Oh god I need to control myself, आज तक मैं किसी के लिए इतना बेचैन नहीं हुआ हूं और आइंदा भी नहीं हो सकता हूं! कभी भी नहीं… ये बोलकर उसने एक गहरी सांस ली और फिर वापस बालकनी की तरफ चला गया!
अब उसने वहां पर रखी हुई सिगरेट की बॉक्स उठाई और उसमें से सिगरेट निकालकर पीने लगा!
वही व्योक्षा आराम से सोई हुई थी लेकिन उसने पहले सिर्फ एक शर्ट पहनी हुई थी और अब वो भी उसके बदन पर से लगभग उतर चुकी थी और रूम में AC चल रहा था तो उसे ठंड लग रही थी!
वो अपने आप में सिमटने लगी थी, KV लगभग से तीन-चार सिगरेट वही बालकनी में खड़ा-खड़ा पी चुका था और अब वो वापस व्योक्षा की तरफ देखने लगा!
उसे ठंड में कांपते हुए देख वो अंदर की तरफ आया और फिर उसने अगले ही कल ब्लैंकेट व्योक्षा के ऊपर डाल दिया, लेकिन जैसे ही वो उस ब्लैंकेट को व्योक्षा के ऊपर डालकर वापस बालकनी में जाने लगा उसके चेहरे पर गुस्सा एक बार फिर से झलकने लगा!
वो खुद से ही बोला "ओह गॉड मुझे क्यों इतना फर्क पड़ रहा है?” ये बोलकर उसने ब्लैंकेट तुरंत व्योक्षा के ऊपर से उतार दिया और फिर यूं ही बालकनी में चला गया!
व्योक्षा को अभी तो गर्माहट मिली भी नहीं थी कि अब एक बार फिर से उसे ठंड लगने लगी थी, वो दोबारा कांपने लगी थी!
KV तकरीबन 10 मिनट यूं ही उसे ठंड से कांपते हुए देखता रहा, व्योक्षा की नींद भी इतनी ज्यादा गहरी थी कि उसने अपनी आंखें नहीं खोली और अब हार कर KV अंदर आया और आते ही उसने अपने कपड़े उतार कर साइड में फेंक दिए और व्योक्षा के बिल्कुल करीब होकर लेट गया!
उसने अब ब्लैंकेट व्योक्षा के ऊपर डाला लेकिन सिर्फ पैरों की तरफ, बाकी तो व्योक्षा का पूरा बदन KV के बदन से ही लिपटा हुआ था और अब जो उसे गर्माहट मिल रही थी वो तो उसे ब्लैंकेट भी नहीं दे सकता था!
वही KV कुछ पल तो व्योक्षा की तरफ देखता रहा और फिर उसने उसे पूरी तरह से अपनी बाहों में भर लिया!
जब वो सिगरेट पी रहा था तो उसका दिमाग गर्म हो रहा था, लेकिन अब जैसे सब कुछ शांत हो गया था! उसकी आंखें भी बंद हो गई थी और वो कुछ ही देर में गहरी नींद में भी चला गया था… वरना उसे नहीं लग रहा था कि वो आज की रात सो पाएगा और अब सुबह का वक्त व्योक्षा की आंखें खुली!
नींद से उठते ही उसकी नजर KV पर गई जो उसके बगल में लेटा हुआ था! उसे देखते हुए व्योक्षा पहले तो मुस्कुराई और फिर कल रात के बारे में याद करने लगी!
KV बालकनी में बात करने गया था और वो उसका इंतजार कर रही थी, लेकिन कब उसकी आंख लग गई उसे पता नहीं चला और अब उसने अपना माथा पीट लिया!
कितनी मुश्किल से तो KV उसके पास आया और उसे प्यार कर रहा था और उसने ही बेवकूफी कर दी, पर अब अपनी गलती को सुधारते हुए वो KV के करीब हुई और खुद से उसकी गर्दन को चूमने लगी!
उसके नाजुक से होंठ जब KV की गर्दन पर चल रहे थे तो KV की नींद खुलने लगी थी और एक बार फिर से उसका बदन व्योक्षा की हरकतों पर रिस्पांस करने लगा था!

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