The Dark Villa,
व्योक्षा का पूरा वाइट ब्लाउज हल्दी से पीला हो चुका था! KV ने उसे गोल घुमाकर उसकी पीठ को अपने सीने से लगाया हुआ था और अभी भी वो अपने हल्दी भरे हुए हाथ उसके सीने पर चला रहा था और फिर वो धीरे-धीरे उसे लेकर नीचे की तरफ झुकने लगा जहां पर पानी से भरा हुआ बहुत बड़ा बर्तन था!
व्योक्षा हैरानी से उसकी तरफ देखते हुए बोली "लेकिन अगर कोई आ गया तो?”
KV अपना चेहरा ना में हिला कर बोला "कोई नहीं आएगा!” ये बोलते हुए वो उसके चेहरे पर पूरी तरह से झुका और अगले ही पल उसने व्योक्षा को चूमना शुरू कर दिया था और फिर अचानक से ही ऊपर से पानी गिरने लगा!
वहां पर सेंसर लगे हुए थे जिससे अब उन दोनों के वहां लेटते ही वो शॉवर ऑन हो चुके थे! व्योक्षा पूरी तरह पानी से भीग रही थी और KV पहले उसके चेहरे को चूम रहा था और फिर उसकी गर्दन को भी चूमने लगा!
पानी गिरने की वजह से वहां हल्दी हट चुकी थी और अब KV ने हल्का सा ऊपर उठकर एक बार फिर से हल्दी अपने हाथ में ली और उसे व्योक्षा के पेट पर अच्छे से लगा दिया!
व्योक्षा पूरी तरह से सिहर रही थी और KV उसे सिहरते हुए देख रहा था, उसने अब व्योक्षा के कंधों पर झुक कर उसके कंधों को भी शिद्दत से चूमा और फिर चुमते हुए ही नीचे उसके हाथों की तरफ आया!
व्योक्षा का दिल जोरो से धक धक कर रहा था, उसके रोंगटे खड़े हो रहे थे! एक तो पानी की वजह से उसे कंपकंपी सी महसूस हो रही थी और दूसरा जो KV उसकी बॉडी को चूम रहा था उससे उसे अलग ही सेंसेशन फील हो रही थी और अब उसे KV के होंठ अपने पेट पर महसूस हुए!
पहले KV ने उसके पेट पर अच्छे से हल्दी लगाई थी लेकिन पानी ऑन होने की वजह से वो हल्दी तुरंत ही उसके पेट पर से हट भी गई थी और अब वहां KV अपने होठों से उसे चूम रहा था!
व्योक्षा ने अपना हाथ KV के सिर पर रख दिया था, उसकी उंगलियां उसके बालों में उलझ रही थी! जितनी शिद्दत से KV उसके पेट को चूम रहा था उसका सीना बार-बार ऊपर की तरफ उठ रहा था!
उसके एहसास आउट ऑफ कंट्रोल होते जा रहे थे और अब KV अपना हाथ उसकी पीठ की तरफ लेकर गया, वो उसके ब्लाउज की डोरियां से एक बार फिर से खेलने लगा था!
हालांकि वो जानता था कि यहां ऊपर टेरेस पर वो ज्यादा कुछ नहीं कर सकता क्योंकि अभी ना तो रात थी और ना ही वो ज्यादा देर वहां पर बिता सकता था इसलिए वो बस उसकी डोरियों के साथ खेल रहा था, उन्हें खोलने की कोशिश नहीं कर रहा था!
उसके पेट को लगातार चुमने के बाद अब वो एक बार फिर से उसके होठों की तरफ आया और दोबारा उसे किस करने लगा!
इस बार व्योक्षा भी उसे पूरी तरह से रिस्पांस दे रही थी, उसने अब अपना हाथ KV के चेहरे पर रख दिया था! उसे किस करते हुए KV आउट ऑफ कंट्रोल होने लगा था!
वो अपनी उंगलियों को उन डोरियों में और भी ज्यादा उलझाने लगा था और फिर जैसे ही वो उसकी डोरियों को खींचने लगा व्योक्षा अचानक से ही ऊपर की तरफ उठी!
KV एकदम पीछे हट गया था, व्योक्षा ने अपने सीने पर अपना हाथ रखा और गहरी सांस लेते हुए बोली “मुझे डर लग रहा है Little Don, कोई आ जाएगा इसलिए मैं चलती हूं!”
ये बोलकर वो तुरंत अपनी जगह से उठी और अगले ही पल भागते हुए वहां से नीचे चली गई, उसके पूरे लहंगे पर हल्दी लगी हुई थी और वो पूरी तरह से गीली हो चुकी थी!
वहीं KV ने अपने सिर पर अपना हाथ रखा और बोला "यार इसके साथ मैं आउट ऑफ कंट्रोल कैसे हो जाता हूं? मैं कैसे इसका ब्लाउज खोलने वाला था? और वो भी यहां दिन में ऐसे पूरी रोशनी में? ओह गॉड… बट थैंक गॉड ये खुद ही चली गई, वरना पता नहीं क्या हो जाता?”
ये बोलते हुए वो राहत की सांस ले रहा था! उसने अपने आसपास देखा जहां पर काफी सारी हल्दी फैली हुई थी!
अब वो अपनी जगह से उठा और तुरंत नीचे की तरफ आया! अभी वो आखरी सीढ़ी पर ही था कि उसकी नजर सामने की तरफ गई जहां पर व्योक्षा अपना चेहरा झुका कर खड़ी थी और उसके सामने ही कसक खड़ी थी जो हैरानी से उसकी तरफ देख रही थी और अब कसक की नजर पीछे खड़े KV पर गई!
KV की आंखें बड़ी हो गई! व्योक्षा जो कसक के बिल्कुल करीब थी वो अपना चेहरा झुका कर बोली "वो Little Don चाहते थे कि मैं उनके साथ ऊपर टेरेस पर हल्दी सेलिब्रेट करूं तो मैं बस वहीं गई थी Pookie, अब मैं अपने रूम में चलती हूं! मुझे…. मुझे ठंड लग रही है!”
ये बोलते हुए वो हल्का-हल्का कांप रही थी और अब वो तुरंत अपने रूम में चली भी गई थी!
कसक की आंखों में अब हल्की नमी आ गई थी, उसने अपने कदम KV की तरफ बढ़ाने शुरू कर दिए!
वहीं KV के चेहरे पर अब पसीना झलकने लगा था, वो वहां से जाने का सोच रहा था लेकिन उससे पहले ही कसक उसके पास आकर खड़ी हो गई थी!
वो उसकी तरफ देखते हुए बोली "कृतिका के साथ हल्दी सेलिब्रेट करने में तुम्हें प्रॉब्लम थी, वहां तो तुम्हें हल्दी से एलर्जी थी लेकिन यहां? यहां कोई एलर्जी नहीं थी और तुम व्योक्षा के साथ हल्दी सेलिब्रेट करना क्यों चाहते थे? अगर तुम्हें अपनी हल्दी में उसे शामिल करना था तो सबके सामने करते, ये ऊपर टेरेस पर हल्दी? मुझे कुछ समझ नहीं आया KV आखिर चल क्या रहा है? कहीं तुम्हारे दिमाग में कुछ ऐसा तो नहीं चल रहा है जिससे व्योक्षा का दिल टूटेगा?”
KV एक गहरी सांस लेकर बोला "आई डोंट नो! अभी मैं आपको कुछ नहीं बता सकता और हां बाकी सब बातों का मुझे नहीं पता लेकिन इतना ध्यान रखिएगा कि आपका बेटा मैं हूं, आपकी प्रायोरिटी मैं होना चाहिए हूं कोई और नहीं!”
ये बोलकर वो कुछ पल कसक को देखता रहा और फिर वहां से जाने लगा, लेकिन कसक ने तुरंत उसका हाथ पकड़ कर उसे रोक लिया!
KV हैरानी से उसकी तरफ देखने लगा! कसक उसकी तरफ देखते हुए बोली "मेरी प्रायोरिटी हमेशा तुम ही रहोगे KV लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि मेरा व्योक्षा से कोई रिश्ता नहीं, व्योक्षा अगर मुझे तुमसे ज्यादा नहीं तो तुमसे कम भी नहीं! मैं नहीं जानती वो मेरे लिए इतनी खास कैसे हो गई? लेकिन अब मेरे लिए मेरे तीन बच्चे हैं… एक तुम एक अश्क और एक व्योक्षा, अगर तुम तीनों में से किसी को भी तकलीफ पहुंचेगी तो वो तकलीफ मुझे भी पहुंचेगी, इस बात का ध्यान तुम भी रखना!”
उसकी बात पर KV की आंखें बड़ी हो गई थी और अब कसक ने उसका हाथ छोड़ दिया था, ना KV ने कुछ कहा और ना ही अब कसक कुछ बोली!
कुछ पल बाद वो तुरंत वहां से चली गई थी लेकिन उसकी आंखों से आंसू बह रहे थे, उसे किसी अनहोनी का अंदाजा हो रहा था! उसका दिल हद से ज्यादा बेचैन हो रहा था और वो जानती थी कि उसकी बेचैनी कौन दूर कर सकता है? सिर्फ और सिर्फ उसके Mr Xyz इसलिए वो सीधा अपने रूम में आई!
वहीं AV इस वक्त बालकनी में खड़ा फोन पर किसी से बात कर रहा था, जैसे ही दरवाजा खुला उसने तुरंत कॉल डिस्कनेक्ट किया और फोन अपनी पॉकेट में डाल लिया!
कसक अंदर की तरफ आई और आते ही सीधा उसके सीने से लग गई!
AV ने उसे कसकर अपनी बाहों में समेटा और बोला "क्या हुआ? तुम इतनी परेशान क्यों हो रही हो?”
कसक रोते हुए बोली "KV व्योक्षा का दिल पूरी तरह से तोड़ने वाला है, मुझे लगता है व्योक्षा को गलतफहमी है कि KV उससे शादी करने वाला है! तभी तो ना तो वो शादी की किसी रस्म में शामिल थी सिवाय मेहंदी को छोड़कर और मेहंदी में भी वो अपनी मेहंदी किसी को दिखा नहीं रही थी, शायद उसने KV का नाम ही लिखवाया था Mr Xyz! अब तो मुझे कंफर्म हो गया है कि पक्का ऐसा ही है… KV व्योक्षा का दिल पूरी तरह से तोड़ने वाला है क्योंकि उसकी शादी तो कृतिका से होने वाली है ना तो वो व्योक्षा के साथ ये सब कैसे कर सकता है? हां उसे किडनैप करना और उसे जबरदस्ती यहां पर रखना फिर भी किसी हद तक मैं जायज कह सकती हूं क्योंकि जिस तरह के इंसान व्योक्षा के डैड है उनके साथ रहने से तो बढ़िया है व्योक्षा हमारे साथ रहे लेकिन ये सब? ये सब करने की इजाजत KV को किसने दी?”
ये पूछते हुए कसक AV से अलग हुई, AV के चेहरे का रंग उड़ा हुआ था!
कसक हैरानी से उसकी तरफ देख रही थी, वो अब थोड़ा और पीछे की तरफ होते हुए बोली "मुझे ऐसा क्यों लग रहा है Mr Xyz जैसे आप इन सब चीजों के बारे में जानते हैं? क्या आपको इन सब बातों के बारे में पता था?”
उसके सवाल पर AV हैरानी से उसकी तरफ देखता रह गया, वो कुछ बोल नहीं पा रहा था और अब कसक की आंखों से आंसू और भी ज्यादा तेजी से बहने लगे!
अगले ही पल वो तुरंत वहां से दरवाजे की तरफ बढ़ने लगी!
AV ने जल्दी से उसका हाथ पकड़ कर उसे रोका और बोला “1 मिनट! बस 1 मिनट के लिए मेरी बात सुन लो Pookie…
कसक ने तुरंत उससे अपना हाथ छुड़ाया और बोली “रहने दीजिए Mr Xyz, जब अब तक आपने मुझे कुछ नहीं कहा तो अब भी क्यों कह रहे हैं? छोड़िए मुझे! आज घर में शादी है, मुझे बहुत से काम है!”
ये बोलकर उसने एक झटके से अपना हाथ छुड़ाया और तुरंत अपने आंसू पोंछते हुए वहां से चली गई!
AV का चेहरा अब गुस्से से कांप रहा था! वो दांत पीसते हुए बोला "अब तो मुझे तुमसे बात करनी ही पड़ेगी KV, अब बहुत हुआ… मैं सब कुछ देख सकता हूं लेकिन अपनी Pookie को हर्ट नहीं और अगर तुम उसे हर्ट करोगे तो मैं बर्दाश्त नहीं करूंगा! बेशक से तुम पूरी दुनिया में आग लगा दो I Don't Care लेकिन मेरी Pookie? उसकी आंखों में आंसू? No never… ये बोलते हुए उसका चेहरा गुस्से से और भी ज्यादा लाल हो रहा था!
तकरीबन 10 मिनट बाद
AV अपने स्टडी रूम में था और KV का इंतजार कर रहा था, तभी दरवाजा खुला और KV अंदर की तरफ आया!
वो AV की तरफ देखते हुए बोला "आपने मुझे बुलाया डैड?”
AV गुस्से से उसकी तरफ देखते हुए बोला "आखिर चाहते क्या हो तुम?”
KV बिल्कुल नॉर्मल होकर बोला "मैं आपकी बात समझा नहीं!”
AV अब सोफे से उठा और उसके बिल्कुल पास आकर उसे गुस्से भरी नजरों से देखते हुए बोला "कृतिका या व्योक्षा?”
उसके इस सवाल पर KV को अब सब कुछ समझ आ गया था!
शाम का वक्त,
गार्डन एरिया
The Dark Villa
बाहर मंडप कर चुका था और सभी मेहमान भी आ गए थे! KV और कृतिका दोनों अपने रूम में थे और रेडी हो रहे थे, KV का चेहरा इस वक्त एकदम एक्सप्रेशन लैस था लेकिन उसके दिमाग में वो बातें चल रही थी जो अभी थोड़ी देर पहले उसने AV से की थी!
अब वो एक गहरी सांस लेकर खुद को आईने में देखते हुए बोला "आई एम सो सॉरी डैड लेकिन मुझे जो करना है वो तो मैं करके ही रहूंगा, आई नो मॉम हर्ट हो रही है लेकिन कोई KV के साथ खेल जाए और KV उसे अपने साथ खेलने दे ऐसा तो बिल्कुल नहीं हो सकता! मॉम अगर उस लड़की से Attached है तो उसकी तकलीफ अब मॉम को महसूस हो रही है, लेकिन वो लड़की सिर्फ एक हफ्ता पहले हमारे घर में आई है जबकि मेरा और मॉम का रिश्ता पूरे 26 इयर्स का है और ये एक हफ्ता हम दोनों के रिश्ते पर भारी बिल्कुल नहीं पड़ सकता! मैं अपनी मॉम को मना लूंगा और आई नो वो मेरी बात जरूर समझेंगी…
ये बोलकर उसने एक गहरी सांस ली!
वहीं दूसरी तरफ
व्योक्षा अपने रूम में थी और रेडी हो रही थी, इस वक्त दुल्हन के गेटअप में वो बहुत ज्यादा खूबसूरत लग रही थी! कुछ देर पहले ही KV ने उसके लिए एक शादी का जोड़ा भिजवाया था और अब वो खुद से ही अच्छी तरह रेडी हो चुकी थी!
वो खुद हैरान थी कि उसे रेडी करने के लिए कोई मेकअप आर्टिस्ट क्यों नहीं आई? जबकि कृतिका भी मेकअप आर्टिस्ट से रेडी हो रही थी लेकिन उसने फिलहाल कोई शिकायत नहीं की, पर अब जब वो पूरी तरह से रेडी हो चुकी थी तो उसके रूम का दरवाजा खुला और एक सर्वेंट अंदर की तरफ आई!
व्योक्षा जल्दी से बोली "तुम मुझे मंडप में ले जाने के लिए आई हो?”
उस सर्वेंट के चेहरे पर हल्की सी तिरछी मुस्कुराहट आई और अगले ही पल उसने वहां पर एक स्प्रे कर दिया!
व्योक्षा की आंखों के सामने सब कुछ धुंधला छाने लगा और फिर धीरे-धीरे उसकी आंखें बंद हो गई, अब वो सर्वेंट अपने होठों पर तिरछी मुस्कुराहट लिए उसकी तरफ देख रही थी!
वहीं दूसरी तरफ
गार्डन एरिया में
ऑलमोस्ट सभी मेहमान पहुंच चुके थे लेकिन घर के खास लोग ही फिलहाल वहां आसपास कहीं नजर नहीं आ रहे थे!
कसूरी अश्क की तरफ देखते हुए बोली "मैं कब से कसक दी को ढूंढ रही हूं लेकिन मुझे वो कहीं नजर ही नहीं आ रही, मुझे उनसे ज्वेलरी के बारे में पूछना था! पता नहीं कसक दी कहां है?”
अश्क कुछ सोचते हुए बोली "हां मैंने भी काफी देर से मॉम को कहीं नहीं देखा है, आई होप वो यहीं कहीं होगी! कोई जरूरी काम से बाहर ना गई हो क्योंकि अगर आश्रम का कोई जरूरी काम आता है तो वो ये भी नहीं देखती घर पर क्या चल रहा है और क्या नहीं?”
कसूरी ने अब अपने माथे पर अपना हाथ रखा और बोली "मैं ये बात कैसे ही भूल सकती हूं? पक्का वो आश्रम में गई होगी क्योंकि तकरीबन आधे घंटे से मैं उन्हें ढूंढ रही हूं, मैंने उन्हें घर पर भी हर जगह चेक कर लिया लेकिन वो कहीं नहीं है! अपने ही बेटे की शादी छोड़कर वो कैसे कहीं और जा सकती है? कभी-कभी ना सच में कसक दी हद कर देती हैं… मैं उन्हें फोन करके आती हूं!” ये बोलकर वो वहां से साइड चली गई!
अश्क भी अपना चेहरा ना में हिला कर बोली "ये तो आपने बिल्कुल सही कहा कसूरी मासी, मॉम ना कई बार हद ही कर देती है! मैं भी उन्हें कॉल करती हूं… ये बोलते हुए अब वो भी अपने फोन से कसक को फोन मिलाने लगी थी!
लेकिन तभी पंडित जी उसकी तरफ देखते हुए बोले “शादी का मुहूर्त हो गया है, आप दूल्हा और दुल्हन को बुलाइए!”
पंडित जी की बात सुनकर अश्क के चेहरे पर मायूसी झलकने लगी! वो भला कैसे ही दूल्हा दुल्हन को बुलाए? क्योंकि ना तो उसे कहीं पर कसक नजर आ रही थी और ना ही AV, वो दोनों ही वहां से गायब थे!
लेकिन वो पंडित जी को कुछ कहती उससे पहले ही KV वहां पर आया और अश्क की तरफ देखते हुए बोला "मैं तो यहां पर खुद से ही आ गया हूं, तुम एक काम करो जाओ और जाकर कृतिका को ले आओ!”
उसकी बात पर अश्क जल्दी से बोली "लेकिन मॉम यहां नहीं है!”
KV बिना किसी खास एक्सप्रेशंस के बोला "इट्स ओके शायद उन्हें मुझसे भी ज्यादा इंपॉर्टेंट कोई काम होगा तो वो वहां गई होंगी, तुम जाओ और जाकर कृतिका को ले आओ!”
उसकी बात सुनकर अश्क को बहुत बुरा लग रहा था! वो ऐसे कैसे कसक के बिना ही शादी के मंडप में जाकर बैठ सकता था? कृतिका से शादी कर सकता है? पर फिलहाल वो भी कुछ बोल नहीं सकती थी इसलिए वो चुपचाप अंदर की तरफ चली गई, जहां नीचे एक रूम में कृतिका रेडी हो रही थी!
वो दरवाजे पर आई और उसकी नजर कृतिका पर गई जो मिरर के सामने ही बैठी थी!
अश्क आगे आई और उसकी तरफ देखते हुए बोली "चलें?”
कृतिका ने अपना सर हां में हिला दिया और अश्क अब उसका हाथ पकड़ कर उसे बाहर की तरफ ले आई!
वो जैसे ही कृतिका को लेकर मंडप में पहुंची, उसकी नजर KV पर गई!
वो तुरंत कुछ बोलने को हुई लेकिन तभी वहां साइड में खड़े रिवान ने उसका हाथ पकड़ कर उसे रोका और बोला "क्या हुआ? कुछ प्रॉब्लम है क्या?”
अश्क जल्दी से बोली "अरे ये KV भाई ने…
उसकी बात पूरी होती उससे पहले ही पंडित जी ने तुरंत मंत्र पढ़ने शुरू कर दिए थे!
रिवान उसकी तरफ देखते हुए बोला "इट्स ओके पहले शादी हो जाने दो, फिर बाद में बात करते हैं! ऐसे बात करते अच्छे नहीं लगते…
उसकी बात पर अश्क ने अपना चेहरा हां में हिला दिया!
तभी कसूरी वहां पर आई और अश्क की बगल में खड़े होते हुए बोली "ये सब क्या हो रहा है अश्क? क्योंकि मैंने अभी रिलाइज किया कि AV जीजू भी यहां पर नहीं है, वो लोग ऐसे कैसे KV की शादी छोड़कर जा सकते हैं?”
उसकी इस बात का जवाब तो अश्क के पास भी नहीं था!
उसने तुरंत रिवान की तरफ देखा लेकिन रिवान ने भी अपने कंधे ऊपर की तरफ उठा दिया, जैसे उसे भी AV और कसक के बारे में कुछ नहीं पता!
अश्क और कसूरी दोनों के चेहरे पर मायूसी झलक रही थी! वैसे भी फैमिली के बहुत सारे ऐसे लोग थे जो उस शादी में शामिल नहीं हो पाए थे जैसे विशाखा और रहनुमा क्योंकि शादी जल्दबाजी में हो रही थी और वो लोग फिलहाल इंडिया में नहीं थे और अब कसक और AV भी वहां से गायब थे, लेकिन अब वो लोग सिवाय उनके इंतजार के और क्या ही कर सकते थे?
वही पंडित जी KV की तरफ देखते हुए बोले “अब आप लोग शादी के फेरों के लिए खड़े हो जाइए!”
पंडित जी की बात सुनकर KV अपनी जगह से उठा और उसने कृतिका की तरफ अपना हाथ बढ़ा दिया!
कृतिका ने उसके हाथ पर अपना हाथ रखा और KV के साथ खड़ी हो गई!
जैसे-जैसे पंडित जी वचन पढ़ रहे थे, वैसे-वैसे KV कृतिका के साथ फेरे ले रहा था!
सात फेरे लेने के बाद KV कृतिका के साथ वापस नीचे बैठा और पंडित जी ने अब एक बार फिर से मंत्र पढ़ने शुरू कर दिए थे!
तकरीबन 5 मिनट बाद पंडित जी KV की तरफ देखते हुए बोले “अब आप वधू के गले में मंगलसूत्र पहना दीजिए!”
उनकी बात सुनकर KV ने नीचे रखा मंगलसूत्र उठाया और कृतिका के गले में डाल दिया!
पंडित जी ने अब उसे कृतिका की मांग में सिंदूर भरने के लिए कहा तो KV ने अपनी चुटकी में सिंदूर लिया और उसे कृतिका की मांग में सजा दिया, सब लोग उनके ऊपर फूलों की बारिश कर रहे थे!
पंडित जी ने एक आखरी मंत्र पूरा किया और KV और कृतिका की तरफ देखते हुए बोले “आज से आप दोनों पति-पत्नी हुए, आप दोनों की शादी संपन्न हुई! अब आप अपने बड़ों का आशीर्वाद ले सकते हैं…
जैसे ही उन्होंने कहा दो सर्वेंट जो वहां पर खड़े थे, अब उन्होंने पार्टी पाॅपर्स ऑन कर दिए थे जो इलेक्ट्रॉनिक थे और अब वो पूरा मंडप ही पार्टी पाॅपर्स से भर गया था!
KV कृतिका को लेकर अपनी जगह पर खड़ा हुआ! तभी AV और कसक वहां पर आए…
कसक की आंखें इस वक्त गहरी लाल थी जिससे साफ पता चल रहा था कि वो रोई तो बहुत ज्यादा है!
अश्क ने जैसे ही उसे देखा वो जल्दी से उसके करीब आई और उसका हाथ पकड़ कर बोली "आप कहां थी मॉम? आपको पता है मैं आपको कितना मिस कर रही थी, पूरी शादी हो गई और आप अब आ रही है? पर वेट आपकी आंखों में ये रेडनेस किस चीज की है? आप बहुत ज्यादा रोई हो क्या?”
AV ने उसकी तरफ देखते हुए कहा “Let It Be इसके बारे में हम बाद में बात करेंगे! पहले सामने ध्यान दो… ये बोलते हुए उसने KV और कृतिका की तरफ देखा!
अश्क जल्दी से बोली "No Way मेरी मॉम की आंखों में आंसू है और मैं सामने की तरफ देखूं? बिल्कुल भी नहीं… आप मुझे बताइए मॉम आखिर क्या हुआ है?”
तभी पीछे से कृतिका तिरछी मुस्कुराहट के साथ बोली "इसका रीजन मैं तुम्हें बताती हूं!”
जैसे ही उसने कहा अश्क ने पलट कर KV और कृतिका की तरफ देखा, कृतिका के चेहरे पर तिरछे एक्सप्रेशन देखकर वो हैरान हुई!
वो तुरंत बोली "ये तुम कैसे बात कर रही हो?”
कृतिका अब थोड़े एटीट्यूड भरे लहजे में बोली "अपनी तमीज भूल गई हो क्या तुम? अब मैं तुम्हारी भाभी हूं तो जरा तमीज से बात करो, तुम नहीं आप कह कर बात करो!”
उसकी बात पर अश्क चौक गई! उसे प्रॉब्लम ये नहीं थी कि वो कृतिका से आप कहकर बात करे बल्कि उसे कृतिका के बोलने के लहजे से प्रॉब्लम हो रही थी!
तभी वहां पर एक आवाज और गूंजी “इट्स ओके कृतिका! ज्यादा तमीज की एक्सपेक्टशंस की भी नहीं जा सकती और रही बात यहां क्या हो रहा है और तुम्हारी मॉम की आंखों में आंसू क्यों है तो इसका रीजन मैं तुम्हें बताती हूं!”
वो
आवाज सुनकर अब अश्क और भी ज्यादा चौंक गई थी, उसने सामने की तरफ देखा जहां एंट्रेंस से एक औरत अंदर की तरफ आ रही थी!
उस औरत की उम्र लगभग से 45 साल होगी, दिखने में वो औरत काफी यंग लग रही थी और चेहरे पर एटीट्यूड तो हद से ज्यादा!
उसे देखते हुए AV और कसक दोनों के चेहरे पर बेहिसाब गुस्सा था
!
The Dark Villa,
जो औरत अभी अभी वहां पर आई थी, उसे देखते हुए AV और कसक दोनों के चेहरे पर गुस्सा झलक रहा था।
वहीं वो औरत अश्क की तरफ देखते हुए बोली “और कोई शायद तुम्हें उस तरह से ये सब नहीं समझा पाएगा, जिस तरह से मैं समझा सकती हूं!! इसलिए तुम बस मेरी बात सुनो… मैं हूं अनिका, अनिका कोठारी!! तुम्हारे डैड की दीवानी" ये बोलते हुए उसके चेहरे पर बेशर्मी साफ झलक रही थी।
वहीं उसकी बात सुनकर कसक की गुस्से से मुट्ठियां कस गई थी।
वो चिल्ला कर बोली "जुबान संभाल कर!!”
अनिका हंसी और बोली "आज भी तुम्हारे अंदर उतना ही गुस्सा है ना? जितना पहले था!! पहले भी जब मैं AV का नाम लेती थी, तो तुम गुस्से से मुंह बनाती थी!! मुझे घूरकर देखती थी। कभी कभी तो मेरे सामने जुबान भी बहुत चलती थी, लेकिन तुम्हारा ये Mr Xyz तुम्हें हमेशा संभाल लेता था और आज भी देखो… कैसे तुम्हारा हाथ पकड़ कर खड़ा है” ये बोलते हुए अब वो AV की तरफ देख रही थी।
अश्क हैरानी से बोली "ओह रियली? लेकिन इन सब का मेरे भाई की शादी से क्या मतलब है? और कृतिका? इससे आपका क्या रिलेशन है??”
अनिका मुस्कुरा कर बोली "बेटी तो नहीं है ये मेरी, लेकिन बेटी से कम भी नहीं है… मेरे लिए कुछ भी कर सकती है!! और देखो आज!! मेरे साथ जो हुआ था उसने आखिर उसका बदला ले ही लिया! तुम लोगों ने मुझे बर्बाद किया था ना? अब मेरी तरफ से ये तुम लोगों को बर्बाद करेगी… और तुम लोग चाह कर भी इससे अपना पीछा नहीं छुड़ा पाओगे" बोलते हुए वो AV की तरफ ही देख रही थी।
अश्क बेहद गुस्से से बोली "What Rubbish??”
अनिका उसे तिरछी निगाहों से देखते हुए बोली "तुम्हारे बाप ने भरे मंडप में छोड़ा था मुझे और आज इसने तुम्हारे भाई से शादी करके मेरी हसरत पूरी कर दी!! इस घर से रिश्ता जोड़ने की हसरत, तुम्हारा बाप तो मुझे नहीं मिला… लेकिन तुम्हारा भाई अब पूरी जिंदगी पछताएगा, कि उसने एक ऐसी लड़की से शादी की…जो ना उसे प्यार करती है और ना ही उसकी बीवी बनकर उसके साथ रहेगी!! बल्कि वो तो इस घर में तुम लोगों को बर्बाद करने के लिए रहेगी, तुम्हारे साथ रहते हुए उन सब हरकतों का बदला लेगी, जो हरकतें तुमने मेरे साथ की थी!! तुम्हारे बाप ने और तुम्हारी मां ने मेरे साथ की थी!! बहुत परेशान किया था ना मुझे? बहुत तड़पाया था मुझे? अब तुम लोगों को पता चलेगा, कि अनिका कोठारी अपना बदला कैसे लेती है!! अगर इस घर में तूफान नहीं ला दिया तो मैं भी कुछ नहीं!”
“तूफान तो छोड़िए आप हल्की सी हवा भी इस घर में मेरी इजाजत के बिना नहीं ला सकती!” जैसे ही ये आवाज वहां पर गूंजी… अनिका की आंखें बड़ी हो गई।
उसने सामने कृतिका की तरफ देखा जिसके साथ ही KV खड़ा था, लेकिन KV तो बिल्कुल भी कोई मूवमेंट नहीं कर रहा था? उसका सारा ध्यान उसके चेहरे पर था पर ये आवाज वहां से नहीं आई थी!! ये आवाज कहीं और से आई थी।
और अब उसकी नज़रें इधर उधर घूम रही थी जहां सामने से KV व्योक्षा का हाथ पकड़ते हुए आगे की तरफ आ रहा था।
व्योक्षा दुल्हन के जोड़े में थी, उसके गले में मंगलसूत्र था और मांग में सिंदूर भी!! उसे देखकर न सिर्फ अनिका… बल्कि कृतिका की आंखें भी बड़ी हो गई, उसके पैरों तले जमीन खिसक गई थी।
वहीं AV ने भी गहरी सांस ली, कसक के चेहरे पर फिलहाल कोई एक्सप्रेशंस नहीं थे और बाकी सब KV और व्योक्षा को देखकर हैरान थे।
KV अनिका के सामने आकर खड़ा हुआ और बोला "मुझे आप पर बहुत तरस आ रहा है, सालों पहले भी आपकी हसरत सिर्फ हसरत रह गई थी… और आज भी आपकी हसरत हसरत ही रह जाएगी!! वेल आपका एक ख्वाब जरुर पूरा हो गया, आई मीन आप तो इस घर में लगे मंडप में शादी नहीं कर पाई लेकिन… आपकी बेटी की शादी… आई मीन बेटी होकर भी जो आपकी बेटी नहीं है, क्योंकि वो आपके बेटे की गर्लफ्रेंड है!! उसकी शादी मैंने किसी से करवा दी, आप अपना दामाद नहीं देखना चाहेंगी??" ये बोलते हुए उसने कृतिका के साथ खड़े दूल्हे की तरफ देखा।
कृतिका और अनिका दोनों के होश उड़े हुए थे।
वही KV उस पल को याद कर रहा था, जब वो मेंशन से बाहर निकलकर मंडप की तरफ आया था। जब उसने अश्क को कृतिका को लाने के लिए कहा था, तब अश्क कृतिका को लेने चली गई थी और उस वक्त KV ने अपना चेहरा ऊपर की तरफ उठाया हुआ था… सबको उसका चेहरा साफ नजर आ रहा था, लेकिन तब उसके पास एक कॉल आया… जो उसी ने प्लान करवाया था और उसे कॉल को सुनने के लिए वो साइड में चला गया।
उसके बाद जो दूल्हा मंडप में आकर बैठा, उसके सिर पर सहरा था, इसलिए कोई पहचान नहीं पाया, कि सेहरे के पीछे KV है भी या नहीं?
अनिका गुस्से से कांपते हुए बोली "तुमने मेरे साथ खेल खेला??”
KV ने तुरंत अपना चेहरा ना में हिलाया और बोला "बिल्कुल भी नहीं! खेल तो आप खेल रही थी, मैंने तो बस अपनी बारी आने का इंतजार किया!! और फिर ऐसी चाल चली, कि आप कोई चाल चलने लायक रही ही नहीं! वेल गलती आपकी नहीं है, अब आपके पास दिमाग है नहीं तो आप दिमाग से खेलेंगी कैसे?”
अनिका चिल्लाकर बोली "मैं छोडूंगी नहीं तुम्हें!”
वही कृतिका भी तुरंत KV के पास आई और उसका गिरेबान पकड़ते हुए बोली "किस से करवा दी तुमने मेरी शादी??”
जैसे ही उसने कहा, KV ने उसके हाथों को अपने गिरेबान पर से हटाया और सामने दूल्हे की तरफ देखते हुए बोला "अरे यार… अपना चेहरा तो दिखा दो!!”
जैसे ही उसने कहा, उस दूल्हे ने तुरंत अपना चेहरा हटा दिया था। अंदर दूल्हे को देखकर कृतिका का दिल पूरी तरह से जल उठा था। वो रेंडम लड़का था जो दिखने में इतना ज्यादा बदसूरत था, कि कृतिका कभी उसे अपना ड्राइवर तक ना बनाए।
उसने एक बार फिर से KV का गिरेबान पकड़ा और गुस्से से गरजते हुए बोली "तुम खुद को समझते क्या हो? तुम्हें क्या लगता है, कि तुमने मेरी शादी किसी और करवा दी और मैं ये शादी को एक्सेप्ट कर लूंगी? नहीं!! मैं इस शादी को एक्सेप्ट नहीं करूंगी, मैं यहां पर तुम्हें बर्बाद करने के लिए आई थी… और तुम्हें बर्बाद करके ही रहूंगी! तुम्हें अभी इसी वक्त मुझसे शादी करनी होगी!!”
KV ने एक बार फिर से उसके हाथों को अपने गिरेबान से हटाया और इस बार उसे हल्का सा धक्का देकर छुड़ाते हुए बोला "तुम्हें मेरे साथ खड़ी मेरी बीवी नजर नहीं आ रही क्या??”
उसकी बात सुनकर कृतिका ने तुरंत व्योक्षा की तरफ देखा… मांग में सिंदूर, गले में मंगलसूत्र और वरमाला साफ नजर आ रही थी!! उसे देखकर क्लीयरली पता चल रहा था, कि वो दोनों शादी करके ही वहां पर आए हैं।
वो एक बार फिर से KV का गिरेबान पकड़ने लगी, KV तुरंत पीछे की तरफ हटते हुए बोला "यार कितना पास आओगी मेरे? जाओ अपनी इस मां के बेटे… आई मीन अपने बॉयफ्रेंड के पास जाओ, पर oops!! तुम्हारी तो शादी हो चुकी है, वो भी इसके साथ!! तो अब तुम उस बॉयफ्रेंड के पास भी कैसे जा सकती हो? देखो देखो… तुम्हारी बीवी कैसे मुझे टच कर रही है? अपनी बीवी को मुझसे दूर करो" ये बोलते हुए उसने उस दूल्हे की तरफ देखा जिसके साथ कृतिका की शादी हुई थी।
अब वो जल्दी से आगे आया और कृतिका की तरफ देखते हुए बोला "अब तुम मेरी बीवी हो!!”
अगले ही पल कृतिका ने एक जोरदार थप्पड़ उसके गाल पर जड़ दिया और बोली "दफा हो जाओ यहां से, इससे पहले कि मैं तुम्हारी जान ले लूं!!!”
वो लड़का अब मायूसी से KV की तरफ देखने लगा।
वही KV ने व्योक्षा की कमर पर अपना हाथ रखा, व्योक्षा को तो समझ ही नहीं आ रहा था, कि आखिर ये सब हो क्या रहा है??
कुछ वक्त पहले,
वो बेहोशी की हालत में KV की गाड़ी में थी, जैसे ही उसे होश आया उसने KV की तरफ देखा और बोली "मैं यहां क्या कर रही हूं Little Don?? और आपको पता है… कोई था मेरे रूम में जो मुझे बेहोश करने के लिए वहां पर आया था और वो हमारे ही विला की सर्वेंट की यूनिफॉर्म में था”
KV उसकी तरफ देखते हुए बोला "मैं जानता हूं Butterfly!! लगता है तुम्हारे डैड नहीं चाहते, कि ये शादी हो… इसलिए वो तुम्हें किडनैप करवा रहे थे, लेकिन फिलहाल तो मैंने तुम्हें बचा लिया है… पर मुझे लगता है अब हमें मंडप में नहीं जाना चाहिए, हो सकता है उन्होंने वहां पर भी कोई प्लानिंग कर रखी हो? तो क्या तुम मेरे साथ अलग से शादी करोगी? आई मीन अकेले में?”
उसकी बात पर व्योक्षा सोच में पड़ गई थी, लेकिन KV को वो कैसे ही मना कर सकती थी?
उसने तुरंत अपना चेहरा हां में हिला दिया और अगले ही पल KV के चेहरे पर तिरछी मुस्कुराहट आ गई थी।
अब वो व्योक्षा से शादी करके ही वहां पर पहुंचा था!
कृतिका व्योक्षा की तरफ देखते हुए बोली "तुम KV की बीवी नहीं बन सकती!! वैसे तो मैं सिर्फ KV को बर्बाद करने के लिए उसकी बीवी बन रही थी, लेकिन वो मुझे छोड़कर तुम्हारा तो नहीं हो सकता? कोई मुझे ठुकराए ऐसा नहीं हो सकता!!”
KV तुरंत बोला "ये गलतफहमी है तुम्हारी, कि तुम्हें कोई ठुकरा नहीं सकता!! तुम इस लायक हो ही नहीं की KV तुम्हें अपने मुंह लगाए!!”
उसकी बातें सुनते हुए व्योक्षा की आंखों में आंसू आ गए थे। कृतिका तो KV को गुस्से से देख रही थी।
लेकिन अब व्योक्षा ने KV का हाथ पकड़ कर उसे अपनी तरफ घुमाया, पहले तो उसे कुछ समझ नहीं आया, लेकिन अब उसे ऑलमोस्ट सब समझ में आ गया था और ये भी, कि कितने दिनों से KV उसे पागल बना रहा था।
जैसे ही KV उसकी तरफ घुमा, वो कुछ बोलने को हुई, लेकिन अगले ही पल KV ने उसके होठों पर अपनी उंगली रख दी और बोला "तुम्हें जो भी पूछना है बाद में पूछना, पहले मैं यहां आए हुए बिन बुलाए मेहमानों को यहां से दफा कर दूं!!" ये बोलकर उसने सामने खड़े अपने गार्ड्स की तरफ देखा।
अनिका गुस्से से चिल्ला कर बोली "तुम लोगों को क्या लगता है, कि ये खेल यहीं पर खत्म हो गया?? एक बार फिर से तुम लोग बच गए? लेकिन नहीं!! अभी तो ये खेल शुरू हुआ है… और इस बार हार मेरी नहीं होगी”
AV उसकी तरफ देखते हुए बोला "मुझे तो समझ में नहीं आता अनिका, तुम इतनी बेशर्म कैसे हो सकती हो? एक बार मुंह की खाने के बाद तुम वापस यहीं पर आ गई? ये जानते हुए भी, कि पहले तुम बाप से नहीं जीत पाई तो अब बेटे से कैसे ही जीत पाओगी?!! तुम सोच भी कैसे सकती हो, कि तुम KV से जीत सकती हो? AV की औलाद KV से??" ये बोलते हुए उसके चेहरे पर गुरुर साफ नजर आ रहा था।
अनिका दांत पीसते हुए बोली "मुझे तुम्हारा यही गुरुर तोड़ना है!”
KV तुरंत बोला "पूरी जिंदगी लगी रहोगी, लेकिन तोड़ नहीं पाओगी!! ये किसी अनिका कोठारी का एटीट्यूड नहीं, जो चुटकियों में चकनाचूर हो जाए!! ये अहम वोहरा का गुरूर है… तुम जैसे इसे तोड़ने के सिर्फ ख्वाब देख सकते हो, तोड़ नहीं सकते!!” उसकी बात सुनते हुए अनिका और कृतिका दोनों ही गुस्से से कांपते हुए उसकी तरफ देख रही थी।

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