राठी हाउस,
सुबह के लगभग से 9 बजे व्योक्षा की आंखें खुली! अगले ही पल उसे कुछ अजीब सा लगा, पिछले कई दिनों से वो Dark Villa में रह रही थी तो उसे वहां की आदत हो गई थी! अपने ही रूम को देखकर वो थोड़ा चौक गई थी इसलिए वो हड़बड़ा कर बिस्तर पर उठकर बैठी, लेकिन अगले ही पल जब उसे KV की कही हुई बातें याद आई तो उसका चेहरा मायूस हो गया और आंखों में एक बार फिर से आंसू आ गए!
तभी रूम का दरवाजा खुला, अनुषा उसके लिए चाय लेकर आई थी! वो उसे उठाने ही आ रही थी लेकिन अब व्योक्षा को खुद से जगा हुआ देखकर वो मुस्कुराई और बोली "गुड मॉर्निंग व्योक्षा!”
व्योक्षा ने एक नजर उसकी तरफ देखा और अपनी नज़रें वापस नीचे की तरफ झुका ली!
अनुषा उसके सामने आकर बैठी, उसने अपने हाथ में पकड़ी हुई ट्रे को उसके सामने रखा और बोली "अब ये मत कहना कि तुम्हारा चाय पीने का भी मन नहीं है क्योंकि सुबह उठते ही तुम्हें चाय बिस्तर पर ही चाहिए होती थी, अब दो-चार दिनों में तुम्हारी आदत तो बदल नहीं गई होगी!”
उसकी बात सुनकर व्योक्षा एक बार फिर से Dark Villa के बारे में सोचने लगी थी, वहां जाकर सच में उसकी आदत बदल गई थी क्योंकि वहां पर तो कभी उसने बेड पर चाय पी ही नहीं!
अनुषा ने अब उसके गाल पर अपना हाथ रखा और बोली "मैं जानती हूं इस वक्त तुम्हारा दिल बहुत उदास है व्योक्षा, लेकिन अगर तुम खुद को संभालोगी नहीं खाओगी पियोगी नहीं तो कैसे चलेगा? ऐसे तो तुम बीमार हो जाओगी, क्या तुम बीमार होना चाहती हो?”
उसकी बात पर व्योक्षा ने अपना चेहरा ना में हिलाया! अनुषा हल्का सा मुस्कुरा कर बोली "तुम बहुत ब्रेव हो व्योक्षा!”
व्योक्षा तुरंत बोली "रहने दीजिए! मेरी तारीफ मत कीजिए क्योंकि मैं जानती हूं मैं ब्रेव नहीं बेवकूफ हूं इसीलिए तो लोग आसानी से मुझे पागल बना जाते हैं, मेरा तो दिमाग ही नहीं चलता… काश मेरे पास कुछ ऐसा होता कि मैं अपना दिमाग चला सकती, पर ऐसी कोई दवाई भी तो नहीं आती है जिससे हमारा दिमाग अच्छे से चलने लगे!”
ये बोलते हुए एक बार फिर से उसकी आंखों में आंसू आ गए थे! अनुषा तुरंत बोली "छोड़ो तुम ये सब बातें, तुम्हें पता है मैं तुम्हारे लिए एक सरप्राइज लेकर आई हूं!”
व्योक्षा ने अपना चेहरा ना में हिलाया और बोली "मुझे कोई सरप्राइज नहीं चाहिए!”
अनुषा जल्दी से बोली "ऐसे कैसे तुम्हें कोई सरप्राइज नहीं चाहिए? जब तुम्हें पता चलेगा ना मैं तुम्हारे लिए क्या लाई हूं तो तुम तो तुरंत वो चीज मुझसे मांगोगी, लेकिन पहले तुम्हें अपनी चाय फिनिश करनी पड़ेगी और साथ में ये बिस्किट भी खत्म करने होंगे! तभी वो सरप्राइज तुम्हें मिलेगा…
व्योक्षा हल्का सा मुस्कुरा कर बोली "मैं जानती हूं आप मेरे लिए क्या लाई हो? किंडर जॉय ना लेकिन मेरा किंडर जॉय खाने का भी मन नहीं कर रहा!”
उसकी बात पर अनुषा चौक गई क्योंकि सच में वो व्योक्षा के लिए किंडर जॉय ही लाई थी, लेकिन व्योक्षा किंडर जॉय को मना कर रही थी ये देखकर वो सच में यकीन नहीं कर पा रही थी क्योंकि किंडर जॉय तो ऐसी चीज थी जिसे व्योक्षा कभी मना करती ही नहीं थी! बेशक से वो कितनी नाराज हो कितनी उदास हो, जब कभी मिस्टर राठी को उससे कोई काम होता था तो वो किंडर जॉय के बहाने से ही तो करवाते थे!
व्योक्षा ने चाय की तरफ देखते हुए कहा “मैं चाय पी लेती लेकिन जब मैं Little Don के पास थी तो मेरी चाय पीने की आदत छूट गई, अब मुझे चाय अच्छी नहीं लगेगी इसलिए मुझे ये चाय नहीं पीनी! पर मैं ब्रेकफास्ट करूंगी, पर वो भी अभी नहीं बाद में इसलिए आप ये चाय वापस ले जाइए!”
अनुषा तुरंत बोली "मैं जानती हूं ये भी तुम बहाना बना रही हो कि हां तुम ब्रेकफास्ट करोगी ताकि मैं ये चाय वापस ले जाऊं, लेकिन अब मेरी एक बात तुम काम खोल कर सुन लो व्योक्षा! अगर तुमने ये चाय अभी इसी वक्त फिनिश नहीं की तो मैं तुम्हारे डैड के पास जाऊंगी और उन्हें तुम्हारी शिकायत लगाऊंगी! जब वो तुमसे नाराज हो जाएंगे तुमसे बात नहीं करेंगे तब तुम्हें पता चलेगा कि तुमने ये चाय ना पीकर कितनी बड़ी गलती की है, चुपचाप ये चाय फिनिश करो!”
व्योक्षा जल्दी से बोली "ऐसा मत करना! एक डैड ही तो है मेरे पास, अगर वो भी मुझसे नाराज हो जाएंगे तो फिर मैं क्या करूंगी?”
उसकी बात पर अनुषा को बहुत बुरा लग रहा था, वो उसे उस चीज का लालच दे रही थी जिसके कोई मायने ही नहीं थे! मिस्टर राठी का नाराज होना या फिर उनका खुश होना कहां कोई मायने रखता था? अभी तो वो व्योक्षा से कोई नाराज नहीं थे फिर भी व्योक्षा को पूरी रात बीत चुकी थी, कल शाम की वो घर पर आई हुई थी और अभी सुबह के 9-10 बजे गए थे पर अभी तक उन्होंने एक बार भी व्योक्षा के बारे में नहीं पूछा, उसके पास आना तो दूर की बात!
वहीं दूसरी तरफ
कसक की गाड़ी राठी हाउस के बाहर आकर रुकी और वो तुरंत गाड़ी से बाहर निकली, वो सर्वेंट अभी भी उसके साथ थी और उसके हाथ में एक बैग भी था!
जब वो अंदर की तरफ आने लगी तो गार्ड ने उसे रोका, लेकिन अगले ही पल वहां पर एक आवाज गूंजी “रुको आने दो उन्हें!”
ये आवाज सुनते हुए कसक ने सामने की तरफ देखा जहां पर मिस्टर राठी गार्डन में लगे हुए टेबल पर बैठकर चाय पी रहे थे और उनके सामने सम्राट का असिस्टेंट खड़ा था, जो पर्सनली मिस्टर राठी को इनवाइट करने आया था!
कसक आगे की तरफ आई, मिस्टर राठी ने अब सम्राट के असिस्टेंट की तरफ देखते हुए कहा “डोंट वरी मैं आज रात की पार्टी में जरूर आऊंगा और अगर मिस्टर सिसोदिया चाहते हैं कि मैं अपनी बेटी को लेकर आऊं तो वो भी जरूर आएगी!”
उसकी बात पर असिस्टेंट ने अपना सिर हिलाया और वहां से चला गया, कसक उन दोनों की बात साफ़ सुन सकती थी!
अब वो मिस्टर राठी के बिल्कुल सामने आकर खड़ी हुई, मिस्टर राठी उसकी तरफ देखते हुए बोले “आप यहां पर? आज ये शुभ घड़ी कैसे आई?”
कसक बिना किसी खास एक्सप्रेशंस के बोली "मैं यहां पर व्योक्षा से मिलने आई हूं!”
मिस्टर राठी व्यंग्य से हंस कर बोले “आपके बेटे ने मेरी बेटी का दिल तोड़ा है, सुना है शादी के मंडप में उसे लाकर उसने उससे शादी तोड़ दी! मैंने तो सुना था KV बड़ा दमदार इंसान है, आखिर गैंगस्टर जो है और ऊपर से AV का बेटा लेकिन वो तो बड़ा ही कायर निकला… मतलब मुझसे दुश्मनी निकालने के लिए मुझसे बदला लेने के लिए उसने पहले मेरी बेटी को मंडप से किडनैप किया और फिर उसे अपने साथ शादी का झांसा देकर मंडप तक लेकर गया और फिर उसे वहां भी छोड़ दिया! सच में ऐसी उम्मीद तो नहीं थी गैंगस्टर AV के बेटे गैंगस्टर KV से, उसने तो वोहरा खानदान का नाम ही डूबा दिया!”
जैसे ही उसने कहा कसक की गुस्से से मुट्ठियां कस गई थी, लेकिन अगले ही पल वो तिरछा मुस्कुराई और बोली "आपसे मुझे ये जानने की जरूरत बिल्कुल भी नहीं है कि किसने किसका कितना नाम बनाया और कितना नाम डुबाया! यहां पर अगर आप मेरे परिवार के बारे में छोड़कर अपनी और अपनी बेटी की बात करें तो ज्यादा बेहतर होगा, बड़ा सुना है मैंने व्योक्षा के मुंह से आपके बारे में कि आप अपनी बेटी को कुछ ज्यादा ही प्यार करते हैं! तभी तो मेरा बेटा उसे किडनैप करके लेकर गया और आप बस देखते रह गए… कुछ किया ही नहीं, पूरे 10 दिन आपकी बेटी हमारे घर पर रही लेकिन आपका तो एक फोन कॉल तक नहीं आया! अगर कोई मेरी बेटी को इस तरह से लेकर जाता तो कसम से मेरा पति और मेरा बेटा उसके सीने में हजारों गोलियां उतार देते लेकिन आपसे तो… खैर छोड़िए मैं भी क्या ही बातें कर रही हूं! मैं बस यहां पर व्योक्षा से मिलने आई थी, अगर आप इजाजत दे रहे हैं तो ठीक वरना बिना इजाजत के भी मिल सकती हूं क्योंकि अहम वोहरा की बीवी और कर्म वोहरा की मां कसक वोहरा को किसी की इजाजत की जरूरत नहीं!सी
ये बोलकर उसने अंदर की तरफ देखा, इस वक्त मिस्टर राठी गुस्से से बुरी तरह कांप रहे थे और इससे पहले कि वो कसक को रोकते कसक अंदर की तरफ बढ़ गई थी!
उनका बॉडीगार्ड जो वही साइड में खड़ा था वो तुरंत कसक के पीछे बढ़ने लगा, लेकिन मिस्टर राठी ने अपना हाथ दिखाकर उसे रोक दिया!
कसक अंदर की तरफ आई, अंदर एक सर्वेंट खड़ी थी! वो उसकी तरफ देखते हुए बोली "मुझे व्योक्षा से मिलना है!”
वो सर्वेंट जल्दी से अपना चेहरा झुका कर बोली "आप यहीं पर इंतजार कीजिए, मैं अभी उन्हें बुलाकर लेकर आती हूं!” ये बोलकर वो व्योक्षा के रूम की तरफ बढ़ गई!
वहीं अनुषा और व्योक्षा अभी भी बातें ही कर रहे थे, तभी उस सर्वेंट ने आकर दरवाजे पर खड़े होते हुए कहा “आपसे मिलने बाहर कोई आया है, शायद वो कोई वोहरा फैमिली से है…
जैसे ही उसने कहा व्योक्षा की आंखें बड़ी हो गई, एक पल के लिए उसका दिल जोरो से धड़क उठा था! ये सोचकर कि KV आया है वो तुरंत बिस्तर से उठ गई थी और बाहर की तरफ बढ़ने लगी!
तभी वो सर्वेंट एक बार फिर से बोली "अभी बाहर मालिक से वो बात कर रही थी तो उन्होंने शायद अपना नाम कसक बताया था… AV और KV की बात भी कर रही थी!”
उस सर्वेंट की ये बात सुनकर व्योक्षा के कदम अब एकदम से रुक गए थे, वो खुद पर ही हैरान हो रही थी कि वो KV का नाम सुनते ही बाहर कैसे भाग सकती है? जिस इंसान ने उसका दिल इतनी बुरी तरह से तोड़ा, उसे इतना बड़ा धोखा दिया उसे ऐसे बेवकूफ बनाया! ये जानते हुए भी कि वो उन लोगों में से नहीं है जो इस तरह की बातें समझ पाए, वो उसकी मासूमियत के साथ खेलता रहा… वो उसके लिए इतनी एक्साइटेड कैसे ही हो सकती है?
उसकी आंखों में अब एक बार फिर से आंसू आ गए थे, वो उस सर्वेंट की तरफ देखते हुए बोली “उन्हें कह दीजिए कि मैं उनसे नहीं मिलना चाहती और आइंदा वो कभी यहां पर आए भी ना क्योंकि मैं उनसे कभी नहीं मिलूंगी!”
उसकी बात पूरी होती उससे पहले ही दरवाजे पर कसक आकर खड़ी हुई, वो उसकी तरफ देखते हुए बोली “क्या तुम सच में अपनी Pookie से कभी नहीं मिलोगी?”
उसे अब अपने सामने देखकर व्योक्षा कुछ बोल नहीं पा रही थी!
कसक अंदर की तरफ आई, अनुषा की नजरे भी उस पर ही थी! कसक ने भी अब अनुषा पर नजर डाली तो वो तुरंत वहां से बाहर की तरफ चली गई!
व्योक्षा कसक की तरफ देखते हुए बोली "मुझे आपसे कोई बात नहीं करनी!”
ये बोलकर वो वहां से बाहर जाने लगी, कसक ने तुरंत उसका हाथ पकड़ कर उसे रोक लिया और बोली "ठीक है तुम्हें मुझसे बात नहीं करनी तो मत करना, पर मुझे तो तुमसे बात करनी है! प्लीज मेरी बात सुन लो… जवाब बेशक से मत देना, अपनी बात कह कर मैं पक्का यहां से चली जाऊंगी!”
उसकी ये बात सुनकर अब व्योक्षा खामोश हो गई थी लेकिन उसकी आंखों में आंसू अभी भी थे और कसक ने अब उसे अपने सामने घुमाया!
राठी हाउस
अपनी बात कहने के लिए कसक ने अब व्योक्षा के कंधों पर अपने हाथ रखे और उसे अपनी तरफ घुमाया!
व्योक्षा की आंखों में आंसू अभी भी थे! कसक बिल्कुल उसके सामने थी लेकिन वो उसकी तरफ नहीं देख रही थी, उसने अपनी नजरों को झुकाया हुआ था! उसकी आंखों में इस वक्त मोटे-मोटे आंसू थे जो पलकों पर आकर ठहरे हुए थे…
कसक उसकी तकलीफ को समझ सकती थी! एक वक्त पर उसने भी बहुत गलतियां की थी, उसे भी हर्ट हुआ था लेकिन AV KV की तरह पत्थर दिल नहीं था! उसने कसक को सबक भी सिखाया था तो कुछ इस तरह से कि वो कसक से दूर नहीं हुआ था और यहां तो KV ने व्योक्षा का दिल बुरी तरह से तोड़ दिया था, अगर वो दोनों साथ रह रहे होते तो शायद उन दोनों के बीच बातें होती! बातें होती तो थोड़ी तकरार होती और फिर तकरार दूर करते हुए शायद वो दोनों एक दूसरे के करीब आ जाते लेकिन यहां तो वो दोनों एक दूसरे के साथ भी नहीं रह रहे थे, ऐसे में कसक अब दो चीजें करना चाहती थी!
एक व्योक्षा को अपने साथ लेकर जाना और एक उसे अपनी तरफ से क्लेरिफिकेशन देना कि इन सब चीजों में उसका कोई हाथ नहीं था और सच में उसे कुछ नहीं पता था, अगर उसे पहले पता होता कि व्योक्षा के दिल में इतनी बड़ी गलतफहमी है तो वो उस गलतफहमी को दूर कर देती! हां उसे इतना जरूर अंदाजा था कि KV कुछ तो करने वाला है लेकिन ऐसा कुछ होगा ये उसे सच में नहीं पता था…
ऐसा नहीं था कि AV को भी ये सब नहीं पता था, उसे सब पता था बस वो कसक को कोई टेंशन नहीं देना चाहता था! उसने ऑलरेडी KV को भी ये बात बोली हुई थी कि कसक को किसी भी तरह की ना ही कोई टेंशन होनी चाहिए और ना ही कोई तकलीफ, पर इस चक्कर में व्योक्षा को इतनी बड़ी तकलीफ होगी ये उसने भी नहीं सोचा था!
कसक अब व्योक्षा की तरफ देखते हुए बोली "तुम्हें ऐसा लगता है ना कि मुझे इन सब चीजों के बारे में पता था किंडर जॉय तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, मुझे बेशक से जिसकी मर्जी कसम दे दो! अगर तुम कहती हो तो मैं KV और अश्क की कसम खाने के लिए तैयार हूं लेकिन मुझे सच में इन सब चीजों के बारे में कुछ पता नहीं था, मुझे अनिका और कृतिका के बारे में नहीं पता था! मैं तो नॉर्मली यही सोच रही थी कि कृतिका KV की गर्लफ्रेंड है और ना ही मुझे ये पता था कि तुम्हारे दिल में ये गलतफहमी है कि तुम्हारी शादी KV के साथ हो रही है, कभी-कभी मुझे तुम्हारी बातें अजीब लगती थी लेकिन उनके पीछे ये कारण होगा ये मैंने नहीं सोचा था और तुमने भी तो कभी इन सब बातों का जिक्र ही नहीं किया!”
व्योक्षा उसकी तरफ देखते हुए बोली "बस यही कहना था आपको? अब तो आपने कह दिया ना जो आपको कहना था, अब आप यहां से जा सकती हैं!” ये बोलकर वो पीछे की तरह हट गई!
अब इससे ज्यादा वो अपने आंसुओं को नहीं रोक सकती थी, उसे रोना था और बहुत ज्यादा रोना था लेकिन कसक को वहां से भेज कर!
कसक उसके करीब आई और बोली "रोना आ रहा है ना? और मेरे सामने रोना नहीं चाहती क्योंकि फिर मुझे पता चल जाएगा कि हां तुम तकलीफ में हो, हां तुम्हें बुरा लग रहा है… हां तुम भी अब हम लोगों के बिना नहीं रह सकती तो इतना सब कुछ करने की जरूरत क्या है किंडर जॉय? तुम्हें किसने कहा अपने आंसू छुपाने के लिए? मैं तो तुम्हारी Pookie हूं ना? मुझे तो तुम अपने दिल की हर एक बात कर सकती हो तो मेरे सामने रो क्यों नहीं सकती? एक बार तुम्हें जितना रोना है रो लो, दिल की सारी तकलीफ बाहर निकाल दो उसके बाद दिल हल्का हो जाएगा और हां अगर तुम ये सोच रही हो कि मैं यहां से जाऊंगी तो हां मैं जाऊंगी, लेकिन अकेली नहीं मैं तुम्हें अपने साथ लेकर जाऊंगी!”
व्योक्षा तुरंत अपना चेहरा दूसरी तरफ घूमा कर बोली "लेकिन मुझे आपके साथ कहीं नहीं जाना! वो घर आपका है मेरा नहीं जो मैं वहां पर जाकर रहूंगी, आपका बेटा मुझे किडनैप करके लेकर गया था और अब वो किडनैपिंग खत्म हो गई… अब मैं यहां से कहीं नहीं जाऊंगी, मेरा घर ये है! मेरे डैड यहां रहते हैं, वो आप लोगों की तरह नहीं है! वो मुझे बहुत प्यार करते हैं…
उसकी बात पर कसक को समझ नहीं आ रहा था कि वो क्या ही कहें? ये बात सिर्फ वो ही नहीं बल्कि खुद व्योक्षा भी जानती थी कि मिस्टर राठी उसे कितना ही प्यार करते हैं लेकिन बेचारी अपने दिल को जैसे तैसे समझा रही थी!
कसक अब एक बार फिर से उसके सामने आकर खड़ी हुई और बोली "तुम्हारी नाराजगी तो KV से है ना तो फिर तुम मुझसे अपना चेहरा क्यों घूमा रही हो? मैंने तुम्हें बताया ना कि इन सब चीजों में मेरी कोई गलती नहीं है, मुझे तुम्हारी कसम किंडर जॉय मुझे सच में नहीं पता था कि तुम्हें इस शादी को लेकर इतनी बड़ी गलतफहमी है! अगर पता होता तो मैं ये सब नहीं होने देती…
व्योक्षा उसे देखते हुए बोली "चलो मान लिया आपको नहीं पता था लेकिन अब तो आपको सब पता है ना? तो अब आप क्यों मुझे तकलीफ दे रही है? क्यों आप ये सब बातें कर रही है? जबकि मुझे इन सब चीजों के बारे में कोई बात नहीं करनी, मुझे तो वो सब कुछ याद भी नहीं करना! मुझे नहीं जाना आपके साथ क्योंकि आपके पास वो रहते हैं और मुझे अब उनका चेहरा भी नहीं देखना, बहुत बुरे है वो… मेरा दिल तोड़ते हैं! मुझे बातें कुछ और कही थी और किया कुछ और, किसी और को दिखाने के लिए उन्होंने मुझसे शादी की और कहते हैं उस शादी का कोई मतलब नहीं है! मैं कोई फैंसी ड्रेस कंपटीशन के लिए रेडी हुई थी क्या जो उन्होंने कहा कि हां अब ये मंगलसूत्र उतार दो? मुझे उनसे कोई बात नहीं करनी, उनके पास भी नहीं जाना! उनका चेहरा भी नहीं देखना और आपके साथ वो रहते हैं तो आपसे भी कोई बात नहीं करनी!”
ये बोलते हुए वो सुबक-सुबक कर रो रही थी और उसे यूं रोते हुए देख कसक को और भी ज्यादा तकलीफ हो रही थी!
उसने तुरंत व्योक्षा को अपने सीने से लगाना चाहा लेकिन व्योक्षा पीछे हट गई! वो एक बार फिर से बोली "मैंने आपको कहा ना मुझे आपके साथ कहीं नहीं जाना, आप जाइए यहां से और अगर अब आप यहां से नहीं गई तो मैं खुद यहां से चली जाऊंगी और ऐसी जगह पर जाऊंगी जहां से कभी वापस भी नहीं आ पाऊंगी!”
उसकी बात सुनकर कसक की आंखें बड़ी हो गई! वो गुस्से से बोली "खबरदार अगर तुमने इस तरह की कोई बात की तो, अगर तुम चाहती हो मैं यहां से चली जाऊं तो ठीक है मैं चली जाऊंगी! लेकिन पहले तुम रोना बंद करो, तुम्हारी KV से जितनी नाराजगी है तुम वो सारी नाराजगी दूर करना… कोई तुम्हें कुछ नहीं कहेगा लेकिन एक बात अच्छे से समझ लो व्योक्षा कि मैं सिर्फ KV की मॉम नहीं हूं मैं तुम्हारी Pookie हूं! तुम्हारी भी मां हूं… अगर कभी भी तुम्हें मेरी याद आए और कभी भी तुम्हें ऐसा फील हो कि तुम्हें किसी की गोद में सिर रखकर सोना है, किसी से बात करनी है तो तुम मेरे पास आओगी मुझसे बात करोगी! प्लीज इतना कह दो उसके बाद मैं सच में यहां से चली जाऊंगी…
व्योक्षा अपने आंसू साफ करते हुए बोली "देखूंगी! अगर कभी याद आएगी तो बता दूंगी आपको!”
ये बोलते हुए वो इतनी क्यूट लग रही थी कि कसक के चेहरे पर खुद-ब-खुद मुस्कुराहट आ गई!
कसक अब हंस कर बोली "तुम्हें पता है मैं तुम्हारे लिए कुछ लाई हूं!”
व्योक्षा ने मुंह बनाते हुए कहा “क्या लाई हो?”
कसक ने सामने दरवाजे की तरफ देखा जहां सर्वेंट खड़ी थी, उसके देखते ही वो सर्वेंट आगे आई! उसके हाथ में एक बड़ा सा बैग था और उस बैग में व्योक्षा के कपड़े थे लेकिन साथ में किंडर जॉय का बॉक्स था!
एक पल के लिए उस किंडर जॉय के बॉक्स को देखकर व्योक्षा के चेहरे पर भी मुस्कुराहट तैर गई थी, लेकिन अगले ही पल उसने नाक सिकोड़ लिया और बोली "मुझे नहीं खाना ये किंडर जॉय! अपना किंडर जॉय आप वापस ले जाइए और जाकर अपने उस खडूस बेटे को दीजिए, धोखेबाज कहीं के!”
कसक की मुस्कुराहट लंबी हो गई थी! वो तुरंत बोली "मैं भला उसे क्यों किंडर जॉय का बॉक्स दूंगी? मैं पागल हूं क्या उस जैसे निकम्मे पर इतना बड़ा किंडर जॉय का बॉक्स वेस्ट करूंगी? ये तो मैं तुम्हारे लिए लाई हूं और तुम्हें ही देकर जाऊंगी! कोई बात नहीं अगर तुम्हें नहीं लेना तो, यहां साइड में रख देती हूं अगर मन करे तो खा लेना… अगर ना मन करें तो किसी सर्वेंट को दे देना, अब मैं चलती हूं! अपना ख्याल रखना और हां यहां तो तुम्हारे पास फोन होगा ना? अगर मुझसे बात करने का मन हो तो ये नंबर है मेरा, इस पर मुझे कॉल कर लेना!”
ये बोलते हुए उसने एक छोटा सा कार्ड भी वहां पर रखा जहां वो अपना नंबर लिखकर लेकर आई थी!
अब वो व्योक्षा को देखकर मुस्कुराते हुए वहां से बाहर निकल गई!
व्योक्षा ने अपना चेहरा दूसरी तरफ घुमाया हुआ था और एकदम गुस्से वाला चेहरा बनाया हुआ था तो वो अभी भी बहुत क्यूट लग रही थी!
कसक के जाने के बाद व्योक्षा ने टेबल की तरफ देखा, किंडर जॉय का बॉक्स और उस पर रखे हुए लेटर को देखकर अब उसके होठों पर हल्की सी मुस्कुराहट थी!
वो टेबल के पास आकर उस कार्ड को देखते हुए बोली "लेकिन मुझे तो पता ही नहीं है मेरा फोन है कहां पर? और पता नहीं अब वो जिंदा भी होगा या नहीं? कहीं मर वर गया हो?” ये बोलते हुए वो इतनी सीरियस लग रही थी कि कोई भी इंसान उसकी बात सुनकर सच में सोच में पड़ जाए कि हां फोन भी जिंदा होते होंगे, मरते होंगे और फिर उस कार्ड को साइड में रखकर अब उसने किंडर जॉय का बॉक्स उठा लिया और सीधा बेड पर जाकर बैठ गई!
कसक जो अभी भी दरवाजे पर खड़ी थी, मुस्कुराते हुए उसकी तरफ देख रही थी! वो पहले वहां से चली गई थी लेकिन कुछ देर बाद वापस व्योक्षा को देखने आई थी और अब वो भी सुकून से मुस्कुराते हुए वहां से चली गई!
वही उसके जाने के बाद व्योक्षा ने एक-एक कर पहले सारे किंडर जॉय खोले और उनमें से टॉय वाला साइड में किया और चॉकलेट वाले साइड में कर दिए!
अभी उसने एक किंडर जॉय की चॉकलेट खाई थी कि दरवाजा खुला और उसके डैड अंदर आए! अपने डैड को अपने सामने देखकर व्योक्षा के होठों पर मुस्कुराहट आ गई थी!
वो तुरंत अपनी जगह से उठने लगी लेकिन सामने से मिस्टर राठी अपना हाथ दिखाकर उसे वहीं पर बैठने का इशारा करते हुए बोले "वहीं पर रुको! मैं बस तुमसे ये कहने आया हूं कि आज रात को तुम मेरे साथ एक पार्टी में जाने वाली हो तो रात को उसी हिसाब से रेडी रहना और हां प्लीज पार्टी में बेवकूफों वाली कोई हरकत मत करना, अब तुम बड़ी हो गई हो तो प्लीज उस हिसाब से बिहेव करना सीख लो! अगर जरूरी नहीं होता तो मैं कभी तुम्हें इस पार्टी में लेकर नहीं जाता, लेकिन खराब किस्मत मेरी… ये बोलकर उन्होंने गहरी सांस ली और वहां से चले गए!
व्योक्षा जो अभी कुछ पल पहले मुस्कुरा रही थी अब उसका चेहरा एक बार फिर से मायूस हो चुका था….
The Dark Villa,
कसक की गाड़ी पार्किंग एरिया में आकर रुकी और वो गाड़ी से बाहर निकली! अगले ही पल उसकी नजर सामने खड़ी एक गाड़ी पर गई जो किसी और की नहीं KV की थी!
उसके होठों पर हल्की तिरछी मुस्कुराहट आ गई! वो अंदर की तरफ आई और सीधा अपने रूम में जाने लगी!
तभी पीछे से KV की आवाज गूंजी “मतलब आप उस लड़की के बिना रह नहीं पाई? वो लड़की जो ये घर छोड़कर यहां से चली गई, आप अब उसके पीछे इतना पागल हो गई! उसके बिना इतनी उदास हो गई कि उसके पीछे-पीछे उसके घर तक पहुंच गई?”
उसकी बात सुनकर कसक के होठों की वो तिरछी मुस्कुराहट और भी ज्यादा लंबी हो गई थी क्योंकि वो जानती थी ये होने वाला है, भला बेचैन दिल को कैसे ही करार आएगा? बेचैनी में इधर-उधर की बातें तो होगी ही जिससे पता चलेगा कि हां सामने वाला बेशक से जितना मर्जी कहे कि उसे कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन फर्क तो उसे पड़ता है!
अब वो उसकी तरफ घूमी और हल्का सा मुस्कुरा कर बोली "तुमने उसके साथ क्या किया और क्या नहीं इसके बारे में मैंने तुम्हें कुछ कहा क्या? एक बार भी मैंने तुम्हें किसी चीज को लेकर सुनाया? हां मतलब मुझे गुस्सा आया था और हम दोनों के बीच बात भी हुई थी, लेकिन क्या मैंने तुम्हें टोका या तुम्हारे साथ किसी चीज को लेकर जबरदस्ती की कि नहीं अभी जाओ और जाकर इस घर की बहू को लेकर आओ? तुमने कहा तुम उस शादी को नहीं मानते तो मैंने तुम्हारा फैसला एक्सेप्ट कर लिया, जब मैं तुम्हारी लाइफ में इंटरफेयर नहीं कर रही तो तुम मेरी लाइफ में इंटरफेयर करने वाले कौन होते हो?”
उसकी बात सुनकर KV की आईब्रो ऊपर की तरफ उठ गई, इतना तो वो जानता था कि कसक सबसे ज्यादा प्यार उससे ही करती है! हालांकि AV से ज्यादा प्यार वो किसी को कर नहीं सकती लेकिन KV? KV और उसका प्यार अलग ही लेवल का था! अगर वो AV से ज्यादा नहीं था तो उससे कम भी नहीं था…
कसक अब उसकी तरफ देखते हुए बोली "जब मैं तुम्हें किसी चीज को लेकर तुम्हारे साथ जबरदस्ती नहीं कर रही हूं, तो तुम्हें भी मेरे साथ जबरदस्ती नहीं करनी चाहिए कि मुझे किस से मिलना है और किस से नहीं! जब आज तक मेरे पति ने मुझे किसी चीज को लेकर नहीं रोका तो तुम भी ये चीज करने की कोशिश मत करना और हां अभी तो फिलहाल मैं सिर्फ उसके घर पर उससे मिलकर आई हूं, आज रात को भी मैं उससे जरूर मिलूंगी!”
KV की अब दूसरी आईब्रो भी ऊपर की तरफ उठ गई थी! कसक हल्का सा मुस्कुरा कर बोली "वो क्या है ना आज रात सम्राट सिसोदिया के यहां पार्टी है, उस पार्टी का इनविटेशन तुम्हारे डैड के पास भी आया है और मुझे व्योक्षा के घर जाकर पता चला कि वो भी इस पार्टी में जाने वाली है तो आज रात भी हम दोनों की मुलाकात जरुर होगी! अगर तुम्हें उसे कोई मैसेज देना है तो मुझे बता सकते हो, मैं तुम्हारा मैसेज उसे जरूर दूंगी!”
उसकी बात सुनते हुए KV का चेहरा गुस्से से कांप रहा था, वो तुरंत बोला “खबरदार अगर आप उस पार्टी में गई तो, आपको उस पार्टी में जाने की कोई जरूरत नहीं है!”
उसकी बात सुनते हुए अब कसक उसके करीब आई और उसकी आंखों में आंखें डाल कर बोली "तुम एक बार फिर से एक्जेक्टली वही चीज कर रहे हो जो करने के लिए मैंने तुम्हें मना किया है, मेरी लाइफ में इंटरफेयर मत करो! मुझे क्या करना है और क्या नहीं ये मैं तुमसे बेहतर जानती हूं, तुम दूसरों को अपनी बातों में घूमा सकते हो लेकिन मुझे? मुझे घूमाने की कोशिश मत करो… मॉम हूं तुम्हारी, तुम्हें कुछ कहती नहीं हूं इसका मतलब ये नहीं कि चुपचाप तुम्हारी सुनती भी रहूंगी! सुनती मैं सिर्फ एक ही इंसान की हूं, अगर वो मना करेंगे तो घर से बाहर कदम नहीं रखूंगी… बाकी कोई कुछ भी कहे ये Pookie इतनी भी Pookie नहीं!” ये बोलकर वो मुस्कुराते हुए अपने रूम में चली गई और KV ने गुस्से से अब मुट्ठियां कस ली!
आज से पहले कसक कभी भी उसके साथ इस तरह से पेश नहीं आई थी लेकिन आज? आज तो उसके रंग ढंग ही अलग थे, ऐसा लग रहा था जैसे वो उसकी मॉम है ही नहीं और ऊपर से व्योक्षा सम्राट की पार्टी में जाएगी ये सोच सोच कर उसका दिल अलग ही पागल हुए जा रहा था!
वो सम्राट को बहुत अच्छी तरह से जानता था! एक नंबर का लीचड़ इंसान था वो, उसके सामने कोई लड़की हो और वो उस लड़की को ढंग की नजरों से देखे ऐसा हो ही नहीं सकता… वो तो नजरों ही नजरों में किसी लड़की का रेप तक कर सकता था और उस इंसान की पार्टी में व्योक्षा का जाना KV को गुस्सा तो दिलाएगा ही!
उसने एक गहरी सांस ली और तुरंत स्टडी रूम की तरफ बढ़ गया! वो जानता था कि AV फिलहाल अपने स्टडी रूम में है!
वो वहां आया तो उसकी नजर AV पर गई जो सामने सोफे पर बैठा था, टेबल पर लैपटॉप था और इस वक्त AV कोई मीटिंग अटेंड कर रहा था!
अचानक ही KV अंदर आया और अंदर आते ही उसने वो लैपटॉप एकदम से बंद कर दिया तो AV के चेहरे पर गुस्सा झलकने लगा, लेकिन फिलहाल उसने KV से कुछ नहीं कहा और अब KV एकदम हाइपर होकर बोला "आपने मॉम को सम्राट सिसोदिया की पार्टी में जाने की इजाजत दी? How can you do this?”
उसकी बात पर AV के चेहरे पर तिरछी मुस्कुराहट थी, उसे पहले ही समझ जाना चाहिए था कि उसका एकदम नॉर्मल और कंट्रोल में रहने वाला बेटा बेकाबू कैसे हो रहा है?
वो उसकी तरफ देखते हुए बोला "अगर मैंने तुम्हारी मॉम को कहीं पर जाने की परमिशन दी है तो सोच समझकर ही दी होगी और वो अकेली वहां पर नहीं जा रही हैं, मैं उनके साथ जा रहा हूं तो मुझे नहीं लगता इसमें तुम्हें कोई प्रॉब्लम होनी चाहिए!”
KV गुस्से से बोला "लेकिन मुझे प्रॉब्लम है और मॉम उस पार्टी में नहीं जाएंगी, आई नो मैं आप लोगों को ऑर्डर देने वाला कोई नहीं होता! आप लोगों की अपनी लाइफ है और आप लोग अपने हिसाब से अपने फैसले ले सकते हैं, लेकिन मैं इतना तो एक्सपेक्ट कर ही सकता हूं कि आप मेरी एक बात मान सकते हैं और मैं चाहता हूं कि मॉम इस पार्टी में ना जाए!
AV उसकी बात पर हल्का सा मुस्कुराया और बोला "ओके फाइन अगर तुम चाहते हो कि तुम्हारी मॉम इस पार्टी में ना जाए तो उन्हें इस पार्टी में जाने से रोकने की जिम्मेदारी मेरी, लेकिन फिर इसके बदले मुझे भी तुमसे कुछ चाहिए! आई होप तुम मना नहीं करोगे?”
KV तुरंत बोला "आई नो आप क्या चाहते हैं? यही कि आपकी जगह पर मैं इस पार्टी में जाऊं, ओके फाइन मैं इस पार्टी में जाने के लिए तैयार हूं!”
AV की मुस्कुराहट अब और भी ज्यादा लंबी हो गई! अगले ही पल KV वहां पर चला गया और AV के कानों में अब कसक की कही हुई बातें गूंजने लगी!
अभी 5 मिनट पहले ही उन लोगों ने फोन पर बात की थी “मैं घर पर पहुंचने वाली हूं Mr Xyz और मुझे नहीं पता आप अपने उस खडूस बेटे को इस पार्टी में जाने के लिए कैसे मनाएंगे? लेकिन मुझे KV इस पार्टी में चाहिए ही चाहिए और ये आपको करना पड़ेगा!”
AV बहुत अच्छी तरह से जानता था कि अगर वो KV को सीधा-सीधा इस पार्टी में जाने के लिए कहेगा तो वो कभी नहीं मानने वाला इसलिए वो कुछ सोचते हुए बोला "ओके फाइन अगर तुम चाहती हो कि KV इस पार्टी में जाए तो वो इस पार्टी में चला जाएगा, लेकिन उसके लिए तुम्हें मेरा एक काम करना पड़ेगा!”
कसक ने हैरानी से पूछा “कैसा काम?”
अगले ही पल AV ने उसे बताया कि उसे घर पर आकर KV के सामने क्या कहना है? और जब कसक ने KV के सामने पार्टी में जाने का जिक्र किया तो KV उसे पार्टी में जाने से रोकने के लिए AV के पास ही आएगा और वो उसके सामने यही शर्त रखेगा कि अगर वो चाहता है कि कसक पार्टी में ना जाए तो KV को खुद इस पार्टी में जाना पड़ेगा और फाइनली वो इस पार्टी में जाने वाला था।
AV ने अपना फोन उठाया और एक मैसेज टाइप कर कसक को भेज दिया, कसक जो अभी बेड पर आकर बैठी थी जैसे ही उसे वो मैसेज मिला उसके होठों पर मुस्कराहट तैर गई!
वो कुछ सोचते हुए बोली "जानती हूं अब ये सब कुछ जो भी हो रहा है उसे एक प्लानिंग प्लॉटिंग का नाम ही दिया जाएगा, लेकिन ये मैं तुम दोनों का दिल दुखाने के लिए नहीं बल्कि तुम दोनों को आपस में मिलाने के लिए कर रही हूं और अगर कुछ अच्छा करने के लिए झूठ बोला जाए तो वो झूठ झूठ नहीं होता और अगर मुझे तुम्हें अपने इस घर में लाने के लिए थोड़ा बहुत झूठ बोलना भी पड़े तो सब चलेगा!” ये बोलते हुए वो व्योक्षा के बारे में सोच रही थी!
यूं ही पूरा दिन बीत गया और अब लगभग से रात के 7 बज गए थे! व्योक्षा अपने रूम में थी और इस वक्त वो मिरर के सामने खड़ी तैयार हो रही थी…
फिलहाल उसने साड़ी पहनी हुई थी! हल्के पेस्टल ग्रीन कलर की साड़ी जिस पर एंब्रॉयडरी वर्क था और साथ में मॉडर्न ब्लाउज जिसका बैक बहुत ज्यादा डीप था और कंधों से पूरा स्लीवलेस था, उसके साथ बालों को हल्का कर्ली लुक देते हुए ओपन छोड़ा हुआ था और साथ में झुमके पहने हुए थे! इस वक्त वो बहुत ज्यादा खूबसूरत लग रही थी…
तभी अनुषा वहां पर आई और जैसे ही उसकी नज़रें व्योक्षा पर गई उसका चेहरा एकदम से खिल गया!
व्योक्षा बहुत प्यारी लग रही थी! जब व्योक्षा उसकी तरफ घूमी तो अब उसकी वो मुस्कुराहट गायब हो चुकी थी क्योंकि व्योक्षा प्यारी तो बहुत लग रही थी लेकिन उसका चेहरा एकदम उतरा हुआ था, साफ पता चल रहा था कि वो पार्टी में जाना नहीं चाहती लेकिन अपने डैड की वजह से मजबूर होकर जा रही है!
अनुषा उसके पास आई और बोली "मैं जानती हूं तुम्हारा पार्टी में जाने का मन नहीं है, लेकिन कोई बात नहीं सिर्फ एक-दो घंटे की तो बात है!”
व्योक्षा ने कुछ नहीं कहा, तभी एक सर्वेंट वहां पर और आई और उन दोनों की तरफ देखते हुए बोली "बाहर मालिक आपको बुला रहे हैं!”
व्योक्षा अनुषा की तरफ देखते हुए बोली "मैं चलती हूं!”
अनुषा ने अपना सर हिलाया और व्योक्षा अब बाहर की तरफ आ गई! अब उसके हाथ में एक छोटा सा पर्स था जिसमें उसने अपना फोन रखा हुआ था, उसे अपना फोन मिल गया था और उसमें उसने कसक का नंबर भी सेव कर लिया था….
वो बाहर आकर अपने डैड की गाड़ी की तरफ बढ़ गई, लेकिन अगले भी पल वो गाड़ी वहां से बाहर चली गई!
व्योक्षा के चेहरे पर सवालिया एक्सप्रेशंस आ गए, उसके डैड तो जा चुके थे तो अब वो पार्टी में कैसे जाने वाली थी?
तभी एक दूसरी गाड़ी उसके सामने आकर रुकी और ड्राइवर उसकी तरफ देखते हुए बोला "वो एक्चुअली मालिक को अपने साथ और भी किसी को पार्टी में लेकर जाना था तो उन्होंने कहा है कि आपको मैं पार्टी में लेकर चलूं!”
व्योक्षा के चेहरे पर मायूसी झलक उठी! वो सोच रही थी कि आज वो अपने डैड के साथ पार्टी में जाएगी तो रास्ते में उन्हें बहुत कुछ बताएगी, पिछले दिनों उसके साथ जो कुछ भी हुआ लेकिन उसके डैड तो वहां से जा चुके थे!
वो अपना मायूस चेहरा लिए गाड़ी में बैठी और ड्राइवर ने गाड़ी आगे बढ़ा दी!
वहीं दूसरी तरफ
KV भी रेडी होकर पार्किंग एरिया में आया और आकर अपनी गाड़ी में बैठा, कसक जो बालकनी में खड़ी थी वो तुरंत पीछे की तरफ हट गई!
वो मुस्कुराते हुए बोली "इतने हैंडसम बनकर पार्टी में जा रहे हो, कुछ ना कुछ तो तुम्हारे दिल में भी है वरना आज तक कभी किसी पार्टी में जाने के लिए तुम इतना तैयार नहीं हुए!”
ये बोलते हुए वो अब हंस रही थी!
वही KV की गाड़ी वहां से बाहर जा चुकी थी और अब लगभग से आधे घंटे बाद उसकी गाड़ी सिसोदिया मेंशन के गेट पर आकर रुकी!
उसने गाड़ी पार्किंग में लगाई और फिर खुद गाड़ी से बाहर आया, बाहर आते ही उसकी नज़रें चारों तरफ घूम रही थी!
रिवान भी उस पार्टी में आने वाला था लेकिन वो दूसरी गाड़ी में आने वाला था, पर फिलहाल उसकी नज़रें रिवान को नहीं किसी और को ढूंढ रही थी और तभी उसकी नजर सामने की तरफ गई जहां एक लड़की घुटनों के बल बैठी थी!
पेस्टल ग्रीन कलर की साड़ी! खुले बाल जो आगे की तरफ जा रहे थे इसलिए उस लड़की की कमर और उसकी पीठ साफ नजर आ रही थी, उस लड़की का चेहरा दूसरी तरफ था इसलिए KV को नजर नहीं आ रहा था लेकिन बिना देखे भी वो उस लड़की को अच्छे से पहचान सकता था!
वो लड़की कोई और नहीं व्योक्षा ही थी जो शायद किसी बच्चे से बात कर रही थी इसीलिए वो घुटनों के बल बैठी हुई थी और अब उस लड़के को अपनी गोद में लिए वो ऊपर उठी और उसका चेहरा KV की तरफ घुमा!
दूसरे ही पल उसकी नज़रें KV पर गई और KV तो ऑलरेडी उसे ही देख रहा था…..

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