
राठी हाउस
व्योक्षा अपनी ब्रेस्ट को हल्का-हल्का प्रेस कर रही थी! उसकी सांसों ने गहरा होना शुरू कर दिया था, पहले तो KV को पूरी तरह से कंफर्म नहीं था कि व्योक्षा वो कर रही है या नहीं जो उसने उसे करने के लिए कहा है? लेकिन जब उसने उसकी सांसों को गहरा होता हुआ महसूस किया तो उसके होठों पर तिरछी मुस्कुराहट आ गई थी क्योंकि उसे वो कंफर्मेशन मिल चुकी थी!

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