मॉल में
बुलबुल की नजरे अथर्व पर टिकी हुई थी जैसे वो उसके जवाब का इंतजार कर रही हो!
वही अथर्व के हाथ में वो ब्लैक साड़ी अभी भी थी जिसे ट्राई करने के लिए वो बुलबुल से कह रहा था!
मोनिका अब आगे की तरफ आई और उस साड़ी पर अपना हाथ रख कर बोली "बुलबुल ये साड़ी ट्राई वैसे भी नहीं कर सकती अथर्व क्योंकि मुझे नहीं लगता उसकी फिटिंग और मेरी फिटिंग सेम है! आई मीन उसका फिगर…
अभी वो बोल ही रही थी कि बुलबुल मुंह बनाते हुए बोली "तुमसे तो अच्छा फिगर है मेरा!”
मोनिका की आईब्रो ऊपर की तरफ उठ गई!
अथर्व गहरी मुस्कुराहट के साथ बोला “बुलबुल का साइज भी 34 है, उसे ब्लाउज पहनने में तो कोई प्रॉब्लम नहीं होगी और साड़ी? आई डोंट थिंक सो कि इसमें भी साइज को लेकर कोई प्रॉब्लम होगी!”
अथर्व का जवाब सुनकर मोनिका के होश उड़ गए, वो गुस्से से मुंह बनाते हुए बोली “तुम्हें बुलबुल का एग्जैक्ट साइज कैसे पता अथर्व? क्या तुमने कभी उसके साथ… आई मीन जब रोशनी थी तब तो बेशक से तुम दोनों के बीच कुछ भी हो लेकिन अब तो…
उसकी बात पूरी होती उससे पहले ही अथर्व बुलबुल को अपनी गहरी निगाहों से देखते हुए बोला "छुआ है मैंने बुलबुल को हर तरह से इसीलिए उसका साइज पता है, पर सिर्फ छुआ है ऐसा वैसा कुछ नहीं किया जैसा तुम सोच रही हो बेबी!”
ये बोलते हुए अब अथर्व के एक्सप्रेशंस एकदम से चेंज हो गए थे! बुलबुल के चेहरे पर गुस्सा झलक रहा था लेकिन वो और अथर्व से उम्मीद भी क्या कर सकती थी?
उसने तुरंत आसपास देखा कि कहीं वहां पर ज्यादा लोग तो नहीं है? लेकिन वहां पर स्टाफ की दो लड़कियां और अथर्व बुलबुल और सिर्फ मोनिका ही खड़े थे इसलिए फिलहाल उसने अथर्व को कुछ नहीं कहा और गुस्से से मुंह बनाते हुए बोली "गिरगिट कही के!” ये बोलकर उसने अपना चेहरा दूसरी तरफ घूमा लिया!
अथर्व एक बार फिर से बोला “जाओ और जाकर ये साड़ी पहन कर आओ, मुझे देखना है कि ये साड़ी अगर मेरी होने वाली बीवी पहनेगी तो उस पर कैसी लगेगी?”
बुलबुल ने उसके हाथों से वो साड़ी ली और बोली "मुझ पर तो फटे हुए कपड़े भी अच्छे लगते हैं, लेकिन तुम्हारी इस चुड़ैल पर ये साड़ी एकदम बेकार लगने वाली है! पर मेरा काम तो मुझे करना ही है, अगर तुम चाहते हो मैं ये साड़ी पहनूं तो ओके फाइन मैं जा रही हूं इसे पहनने… ये बोलते हुए उसने एक बार फिर से मुंह बनाया और ट्रायल रूम में चली गई!
मोनिका अथर्व की तरफ देखते हुए बोली "तुम्हें नहीं लगता कि तुम्हें सबके सामने ऐसी बातें नहीं करनी चाहिए अथर्व? आई मीन तुम सबके सामने बुलबुल का साइज कैसे ही…
उसकी बात पूरी होती उससे पहले ही अथर्व पॉकेट से अपना फोन निकालते हुए बोला "एक्सक्यूज मी!” ये बोलकर वो आगे की तरफ चला गया जहां पर बुलबुल ट्रायल रूम में गई हुई थी!
उसकी नज़रें ट्रायल रूम के दरवाजे पर थी जो हल्का सा खुला था, बुलबुल कौन सा वहां सात जन्मों के लिए रहने आई थी जो वो उस दरवाजे को अच्छे से लॉक करती? वैसे भी उसने इन सब चीजों पर कभी ज्यादा ध्यान दिया ही नहीं था! उसे क्या पता था कि वो गिरगिट जिससे पीछा छुड़वाकर वो उस ट्रायल रूम में आई है वो उसके पीछे-पीछे आ जाएगा और अब ट्रायल रूम का दरवाजा हल्का सा खुला और दूसरे ही पल अथर्व अंदर था!
बुलबुल जोरों से चिल्लाई “हाउ डेयर यू?” लेकिन उसका चिल्लाना भी पूरा होता उससे पहले ही अथर्व ने उसके मुंह पर अपना हाथ रख दिया था!
बुलबुल की आंखें बड़ी हो गई, उसका चेहरा एकदम लाल हो चुका था!
बुलबुल ने अपने हाथ में जो साड़ी का पल्लू उठा रखा था वो नीचे की तरफ गिर गया, इस वक्त वो सिर्फ ब्लाउज में थी और नीचे उसने जो अपना प्लाजो पहना हुआ था वो प्लाजो साफ नजर आ रहा था और उस पर अटकी हुई वो साड़ी भी!
अथर्व ने उसके पेट की तरफ देखा और एक बार फिर से उसकी नजर एक्जेक्टली वहां पर गई जहां बुलबुल ने पियर्सिंग करवाई हुई थी!
वो उसकी तरफ देखते हुए बोला "तुम्हें पता है मुझे तुम में सबसे ज्यादा सेक्सी यही चीज लगती है!” ये बोलते हुए उसने अपने दूसरे हाथ की उंगलियां बुलबुल के पेट पर गोल-गोल घूमानी शुरू कर दी!
बुलबुल का दिल जोरो से धड़कने लगा, उसकी सांसों ने गहरा होना शुरू कर दिया था और अब अथर्व ने उसके मुंह पर से अपना हाथ उठा दिया!
बुलबुल धीमी सी आवाज में बोली "मतलब आपने जानबूझकर मुझे ये ट्राई करने के लिए यहां पर भेजा ताकि आप मुझे यहां अंदर आकर परेशान कर सकें? आखिर आप इंसान है या फिर सच में कोई गिरगिट? एक पल में आप अपना रंग बदल लेते हैं, आपको समझना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है! साड़ी तो आपको मोनिका के लिए लेनी है और आपको ये साड़ी ट्राई मुझसे करवानी है! किसी को परेशान करने का आप एक मौका नहीं छोड़ते….
अथर्व उसके चेहरे पर झुकते हुए बोला "तुमसे किसने कहा कि मुझे ये सारी मोनिका के लिए लेनी है?”
बुलबुल हैरानी से बोली "तो और किसकी अम्मा के लिए लेनी है? और भी कहीं पर दो-चार बच्चे पैदा करके छोड़ रखे हैं क्या आपने जिनकी अम्मा के लिए आप ये साड़ी लेने के लिए यहां आए हैं और ट्राई मुझसे करवा रहे हैं? बेशक से आप किसी के लिए कुछ भी खरीदिए लेकिन कम से कम मुझे तो परेशान…
उसकी बात पूरी होती उससे पहले ही अथर्व ने अपनी उंगली उसके होठों पर रख दी, बुलबुल पूरी तरह से खामोश हो गई और अब अथर्व बेहद इंटेंस वॉइस में बोला "बहुत बोलती हो तुम दिलरुबा!”
बुलबुल उसकी तरफ देखती रह गई! अथर्व ने अब नीचे की तरफ झुक कर साड़ी का वो पल्लू अपने हाथ में लिया और बुलबुल की कमर पर लपेटते हुए बोला "ना तो मैं ये साड़ी मोनिका के लिए ले रहा हूं और ना ही अपने ऑलरेडी पैदा कर रखे बच्चों की अम्मा के लिए, अभी तो मैंने बच्चों के बारे में सोचा भी नहीं है दिलरुबा लेकिन सोच रहा हूं कि शादी के बाद बच्चे जरूर करूंगा! पर उसके लिए शादी होना जरूरी है और शादी के लिए तुम जरूरी हो…
जैसे ही उसने कहा बुलबुल एक पल के लिए हल्का सा कांप उठी! वो जल्दी से बोली "क्यों? मेरे बिना आपकी शादी क्यों नहीं हो सकती? शादी तो आप उस चुड़ैल से ही करने वाले हैं ना?”
अभी वो बोल ही रही थी कि अब अथर्व उसके ऊपर और भी ज्यादा झुकने लगा तो बुलबुल पीछे दीवार से लगी जहां पर बहुत बड़ा आईना लगा हुआ था और अब वो ठंडा आईना उसकी पीठ से छू रहा था तो उसके रोंगटे खड़े हो रहे थे!
अथर्व उसकी गर्दन पर अपनी गहरी सांसों को छोड़ते हुए बोला "क्यों? क्या तुम चाहती हो कि मैं उससे शादी ना करूं?”
बुलबुल लड़खड़ाती हुई आवाज में बोली "मैंने ऐसा तो नहीं कहा!”
अथर्व ने अब अपने होठों से हल्का सा उसकी गर्दन को छू लिया और बोला "पर मुझे तो कुछ ऐसा ही लग रहा है!”
बुलबुल नाक सिकोड़ते हुए बोली "आपको तो कुछ भी लगता रहता है, आपका क्या? पर मेरे दिल में ऐसा कुछ नहीं है… बेशक से आप नर्क की किसी महारानी से शादी कीजिए मुझे क्या?”
अथर्व भी गहरी आवाज में बोला "लेकिन मुझे तो ऐसा लग रहा है कि तुम चाहती हो कि मैं तुमसे शादी करूं!”
बुलबुल तुरंत बोली "बिल्कुल भी नहीं…. उफ्फ!!! आह्ह्ह!!” ये बोलते हुए उसने सिसकी भरी क्योंकि अथर्व ने अपने हाथ में पकड़ी हुई साड़ी की प्लेट्स को बुलबुल के प्लाजो में उसके पेट की साइड से अंदर की तरफ डाल दिया था!
उसकी आह्ह्ह सुनकर अथर्व गहरी मुस्कुराहट के साथ बोला "सिर्फ साड़ी की प्लेट्स अंदर ही तो डाली है, चिल्ला तो तुम ऐसे रही हो जैसे मैंने तुम्हारे अंदर कुछ और डाल दिया हो!”
बुलबुल के बदन में कंपकंपी से मच गई थी! वो जल्दी से बोली "दूर हटिए मुझसे, मुझे बहुत अजीब सा लग रहा है!”
अथर्व दोबारा उसकी गर्दन पर अपनी गहरी सांसों को छोड़ते हुए बोला “कैसा लग रहा है?” ये बोलकर अब उसने अपने होठों से उसकी गर्दन को हल्का सा चूम भी लिया!
बुलबुल ने तुरंत अपने दोनों हाथ उसके कंधों पर रख दिए और बोली "बहुत अजीब! इतना अजीब कि मैं आपको बता भी नहीं सकती कितना अजीब लेकिन मुझे बस ये पता है कि मुझे ये सब फील नहीं करना, आह्ह्ह!!”
ये बोलते हुए उसने एक बार फिर से सिसकी भरी क्योंकि अथर्व का हाथ अब उसकी पीठ पर था और वो अपनी उंगलियों से उसके ब्लाउज की डोरियों के साथ खेल रहा था!
बुलबुल की हालत और भी ज्यादा खराब हो रही थी! अथर्व उसकी गर्दन को चूमते हुए एक बार फिर से बोला “क्यों? तुम्हें ये सब कुछ फील नहीं करना दिलरुबा?”
बुलबुल अपने होठों को हल्का सा अंदर की तरफ दबाकर बोली "एक तो आप मुझे दिलरुबा मत कहा कीजिए!”
अथर्व भी उसी इंटेंसिटी के साथ बोला "तो फिर और क्या कहूं दिलरुबा?”
बुलबुल अब और भी ज्यादा परेशान होकर बोली "ओह गॉड मुझे क्या हो रहा है?”
अथर्व ने अचानक ही उसे गोल घुमाया और इस बार बुलबुल का सीना उस ठंडे मिरर से लगा और अथर्व उसकी पीठ पर झुक गया!
वो उसकी पीठ को चूमते हुए बोला "क्या तुम्हें नहीं पता दिलरूबा तुम्हें क्या हो रहा है?”
बुलबुल ने अपनी मुट्ठियों को कसकर बंद कर लिया था, उसे अपने बदन में एक करंट सा दौड़ता हुआ महसूस हो रहा था! सर से लेकर पैरों तक वो बुरी तरह सिहर रही थी… उस ट्रा
यल रूम में अब उसकी गहरी सिसकियां गूंज रही थी और अथर्व के होंठ लगातार उसकी पीठ पर चल रहे थे।
बुलबुल का सीना ठंडे मिरर से लगा हुआ था और अथर्व उसकी पीठ पर झुका हुआ उसकी पीठ को बड़ी ही शिद्दत से चूम रहा था! इस वक्त बुलबुल की हालत बहुत ज्यादा खराब हो रही थी, उसने अपनी जिंदगी में कभी भी इस तरह की चीजों को महसूस नहीं किया था लेकिन अब अथर्व उसके साथ जो कर रहा था वो सच में पागल हुए जा रही थी!
उसकी गहरी सांसों का शोर उस ट्रायल रूम में गूंज रहा था लेकिन फिर अचानक ही बाहर की तरफ से भी जोरों की आवाज आई, मिहिका दरवाजा नॉक करते हुए बोली "अथर्व तुम अंदर हो क्या?”
बुलबुल मिहिका की आवाज सुनकर चौंक गई, पता नहीं इस वक्त उसे इतना ज्यादा डर क्यों लग रहा था? उसे ऐसा लग रहा था जैसे वो किसी का बॉयफ्रेंड किसी का होने वाला पति उससे छीन रही हो! ट्रायल रूम में उसके साथ रोमांस कर रही हो और अगर अब मिहिका को उन दोनों के बारे में पता चल गया तो मिहिका उसे छोड़ेगी नहीं! वैसे तो वो मिहिका को कुछ समझती नहीं थी लेकिन अब उसे मिहिका से भी डर लग रहा था
लेकिन अथर्व? उसे तो जैसे किसी चीज से कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा था! वो अभी भी बुलबुल की पीठ को लगातार चूम रहा था…
अब वो उसे चुमते हुए ही बोला "क्या मैं बता दूं मिहिका को कि मैं तुम्हारे साथ अंदर हूं?”
जैसे ही उसने कहा बुलबुल तुरंत उसकी तरफ घूमी और बोली "प्लीज़ प्लीज़ ऐसा मत करना!”
अथर्व ने अपनी आईब्रो ऊपर की तरफ उठाई और बोला “क्यों?”
बुलबुल के पास उसके सवाल का कोई जवाब नहीं था, वो खुद हैरान थी कि वो अथर्व को क्यों रोक रही है?
अथर्व गहरी मुस्कुराहट के साथ बोला "पर झूठ बोलना तो गुनाह होता है ना दिलरुबा और मैं झूठ कैसे बोल सकता हूं? तुम तो मेरे बारे में जानती हो कि मैं कभी झूठ नहीं बोलता, हां तुम बेशक से झूठी हो लेकिन मैं तो झूठा नहीं हूं तो मैं मिहिका को बता देता हूं सच-सच कि मैं यहां पर तुम्हारे साथ हूं और हम क्या कर रहे हैं?” ये बोलते हुए उसने बुलबुल के सीने की तरफ देखा, बुलबुल हैरानी से उसकी तरफ देख रही थी!
तभी मिहिका ने बाहर से दरवाजा एक बार फिर से खटखटाया और इस बार और भी ज्यादा जोरों से वो गुस्से से बोली "मैं बहुत अच्छी तरह से जानती हूं अथर्व तुम इसी ट्रायल रूम में हो, वो भी बुलबुल के साथ! तुम ऐसा कैसे कर सकते हो? पर मुझे ये भी पता है कि इसमें तुम्हारी कोई गलती नहीं है… पक्का ये लड़की तुम्हें बहाने से अपने साथ लेकर गई होगी!”
बुलबुल ने गुस्से से मुंह बनाया, मिहिका पर अब उसे गुस्सा भी आ रहा था!
अथर्व उसका चेहरा देखते हुए बोला "देखो वो तुम्हें गलत समझ रही है, मैं अभी उसकी गलतफहमी दूर कर देता हूं!” ये बोलकर वो अपने होठों को थोड़ा और ज्यादा खोलने लगा ताकि मिहिका को बता सके लेकिन बुलबुल ने उसके कुछ बोलने से पहले ही उसके होठों पर अपना हाथ रख दिया!
अथर्व की नजरे उस पर गहरी हो गई, बुलबुल धीमी सी आवाज में बोली "प्लीज़ तुम कुछ मत कहना! प्लीज मिहिका को मत बताना कि तुम यहां पर हो, आई मीन मुझे… मुझे अच्छा सा नहीं लग रहा! पता नही क्यों बहुत अजीब सा लग रहा है?”
अथर्व ने उसका हाथ अपने चेहरे से हटाया और बोला “क्यों दिलरुबा?”
बुलबुल गुस्से से बोली "यही तो मुझे समझ में नहीं आ रहा कि मुझे इतना बुरा क्यों लग रहा है? ऐसा क्यों लग रहा है जैसे मैं कुछ गलत कर रही हूं? पर मैं तो कुछ कर ही नहीं रही हूं, जो भी कर रहे हो वो तुम ही कर रहे हो! फिर मुझे क्यों दस्त लग रहे हैं?”
उसकी बात पर अथर्व ने उसे घूर कर देखा, इतने अच्छे मूड को बुलबुल के एक शब्द ने पूरी तरह से स्पॉइल कर दिया था।
बुलबुल अब खुद पर गुस्सा दिखाते हुए बोली "यही प्रॉब्लम है मेरी इसीलिए मैं साला किसी के साथ इमोशनल अटैचमेंट से डरती हूं, पता नहीं फिर मेरे अंदर की कौन सी सीता जाग जाती है जो मैं हर छोटी-छोटी बात को लेकर ओवरथिंक करने लगती हूं? पर मैं इस कड़वी से क्यों डरूं? मुझे इस कड़वी से क्या ही लेना देना? अगर इसे पता चल भी जाएगा तो मुझ पर कौन सा पहाड़ टूट जाएगा? तुम एक काम करो तुम जोरों से चिल्लाओ और बताओ इस चुड़ैल को कि तुम मेरे साथ हो!”
अथर्व ने अपनी आईब्रो ऊपर की तरफ उठाते हुए पूछा “पक्का?”
बुलबुल ने तुरंत अपना चेहरा हां में हिला दिया लेकिन अथर्व कुछ कहता उससे पहले ही दरवाजा एकदम से टूटा और मिहिका अंदर की तरफ आई!
अथर्व ने तुरंत अपनी बाहों को बुलबुल के आसपास लपेटा, जैसे अगर दरवाजा गलती से भी बुलबुल के ऊपर गिर गया तो बुलबुल को कोई खरोंच ना आए!
बुलबुल ने भी डर के मारे अपनी आंखों को कसकर बंद कर लिया था, वो दरवाजा अभी भी चौखट से लगा हुआ था! बेशक से उसकी चिटकनी टूट गई थी लेकिन वो दरवाजा पूरी तरह से टूटा नहीं था इसलिए बुलबुल के ऊपर वो दरवाजा गिरा भी नहीं लेकिन अब मिहिका गुस्से से कांपते हुए सामने खड़ी थी!
पहले तो उसे इस बात का गुस्सा था कि अथर्व और बुलबुल दोनों एक ही ट्रायल रूम में है और अब उसका गुस्सा और भी ज्यादा बढ़ गया था, जब उसने अथर्व की बाहों को बुलबुल के आसपास लिपटे हुए देखा!
वो बुलबुल की तरफ देखते हुए बोली "कितनी बेशर्म हो तुम! अब मुझे समझ में आया कि तुम क्यों शॉपिंग पर हमारे साथ आने के लिए मान गई थी? यही तो चाहती थी तुम कि तुम हम दोनों के साथ शॉपिंग पर आओ और फिर अथर्व को अपनी तरफ अट्रैक्ट करो और अब देखो तुम कैसे अपने काम में लगी हुई हो!”
बुलबुल जो अथर्व को हैरानी से देख रही थी क्योंकि अथर्व की खुद पर लिपटी हुई बाहों को वो अच्छे से महसूस कर सकती थी!
वो अथर्व की तरफ देखते हुए बोली "मैंने कहा था ना ये चुड़ैल बहुत सुनाएगी मुझे! अब आप इसे बताइए कि मैंने आपको यहां पर नहीं बुलाया, आप खुद से यहां पर…
उसकी बात पूरी होती उससे पहले ही मिहिका बोली "रहने दो! अथर्व भला यहां पर क्यों आएगा? उसे तुम में क्या ही इंटरेस्ट? अगर तुम्हें लगता है कि तुम कोई सिंड्रेला हो जिसके आगे पीछे अथर्व घूमेगा तो भूल जाओ! अथर्व कभी किसी लड़की के पीछे नहीं घूमता लेकिन लड़कियां उसके आगे पीछे ऐसे घूमती है जैसे वो कोई शहद की डिब्बी और लड़कियां मधुमक्खियां!”
बुलबुल को मिहिका पर गुस्सा तो ऑलरेडी आ रहा था और अब उसके मुंह से अथर्व की तारीफ सुनकर तो वो गुस्सा और भी ज्यादा बढ़ गया था क्योंकि उसे तो सिर्फ अथर्व पर गुस्सा ही आता था और ऊपर से अथर्व के चेहरे पर तिरछी मुस्कुराहट थी! बुलबुल को खरी खोटी सुनते हुए देख उसे जैसे अलग ही सुकून मिल रहा था…
अब उसने अथर्व को धक्का देकर खुद से अलग किया और मिहिका के सामने आकर खड़ी हुई और गुस्से से बोली "ओह रियली? तुम्हारा ये होने वाला पति तुम्हें शहद का डब्बा नजर आता है?”
मिहिका कुछ कहती उससे पहले ही बुलबुल एक बार फिर से बोली "तो फिर तुम एक काम क्यों नहीं करती? इस शहद के डिब्बे में डूब कर मर क्यों नहीं जाती? पूरी तरह से इस शहद के डब्बे में समा जाओ ना तुम आई बड़ी! शहद का डब्बा अब जहर का डब्बा है… वो जहर का डब्बा जिसे खाने वाला तो मरेगा मरेगा लेकिन अगर गलती से किसी ने इस जहर को हल्का सा सूंघ भी लिया तो भी बंदा कुत्ते की मौत मरेगा!” ये बोलते हुए वो अब गुस्से से अथर्व को देखने लगी थी और अथर्व के चेहरे पर अभी भी तिरछी मुस्कुराहट थी!
बुलबुल गुस्से से मुट्ठियां कसते हुए बोली "एक तो इस बंदे का मुझे समझ में नहीं आता, बिना बात के गुस्सा करता है और बिना बात के हंसता है! आखिर चाहता क्या है ये चुड़ैल आदमी?” ये बोलकर वो पीछे की तरफ हटी और अपने कपड़े ढूंढने लगी!
उसने शॉर्ट कुर्ती और प्लाजो पहना हुआ था, प्लाजो तो अभी भी उसके बदन पर था लेकिन उसे कुर्ती नहीं मिल रही थी और ऊपर से ब्लाउज की डोरियां जिन पर भारी-भारी लटकन लगे हुए थे वो उसे परेशान कर रहे थे!
अब उसने गुस्से से उन लटकन को बुरी तरह से खींचा और दांत पीसते हुए बोली "एक तो मुझे इस ट्रायल रूम में फंसा दिया, इनको साड़ी पहन कर दिखाओ जैसे इनके लिए मॉडलिंग करती हूं मैं! एक मारूंगी चमाट कान के नीचे, साड़ी लहंगे का भूत सर से उतर जाएगा!”
ये बोलकर उसने उस साड़ी पर अपना पैर मारा और अपनी शॉर्ट कुर्ती लेकर वहां से बाहर निकल गई!
अब वो दूसरे ट्रायल रूम में आई और अपने कपड़े पहनने लगी जबकि अथर्व और मिहिका अभी भी पहले वाले ट्रायल रूम में थे!
मिहिका गुस्से से मुंह बनाते हुए बोली "कितना कुछ बोल गई ये लड़की अथर्व, तुमने कुछ कहा क्यों नहीं?”
अथर्व तुरंत बोला "मैं क्यों कुछ कहूं? बात तुम दोनों की हो रही थी तो मेरा बीच में बोलने का क्या मतलब बनता है? अगर तुम्हें इतनी ही शिकायत है इतना ही बुरा लग रहा है तो तुम्हें उसे सुनाना चाहिए था ना, मैंने तुम्हारी जुबान को ताला तो लगवाया नहीं था जो तुम कुछ बोल नहीं सकती! अपनी ये लड़ाइयां खुद से हैंडल करो मिहिका मैं इन सब चीजों में नहीं आने वाला!” ये बोलकर वो बाहर आ गया और मिहिका गुस्से से दांत पीसने लगी!
अब उसे बुलबुल से और भी ज्यादा चिढ़ मच रही थी!
वही अथर्व की नजरे उस ट्रायल रूम पर थी जहां अभी-अभी बुलबुल गई थी! वो गहरी मुस्कुराहट के साथ बोला "पहले भी तुम मेरे छूने भर से तड़पने लगती थी दिलरुबा और अब भी तुम्हारा यही हाल है, मेरा छूना और तुम्हारा पागल होना… उफ्फ!!”
ये बोलकर उसने बड़ी ही अदा से गहरी सांस ली और फिर आगे की तरफ आ गया, शॉपिंग का तो उसका पहले भी कोई मूड नहीं था और अब तो उसका शॉपिंग में बिल्कुल भी मन नहीं लगने वाला था!
मिहिका भी उसके साथ आकर खड़ी हुई और बोली "अब तुम मुझे शॉपिंग करवाओगे अथर्व या नहीं?”
अथर्व ने उसकी बात सुनकर सामने खड़े सेल्समैन की तरफ देखा और बोला "एक काम करो 10 साड़ियां 10 ड्रेस और 10 वेस्टर्न वेयर पैक करके जिंदल मेंशन भेज देना और वो साड़ी भी जो अंदर ट्रायल रूम में गई थी!”
मिहिका जल्दी से बोली "लेकिन मुझे वो साड़ी नहीं चाहिए!”
अथर्व भी तुरंत थोड़े एटीट्यूड से बोला "और वो साड़ी मैं तुम्हारे लिए ले भी नहीं रहा!”
मिहिका हैरान रह गई और अथर्व की नजर तभी बुलबुल पर गई जो अभी-अभी वहां पर आकर खड़ी हुई थी!
अथर्व अब एक बार फिर से बोला "और हां साड़ी का फ्रेश पीस देना, ना कि वो जो अभी ट्रायल रूम में गई थी! आई होप तुम मेरी बात समझ रहे होंगे?” ये बोलकर अब उसने दोबारा सेल्समैन की तरफ देखा!
वही बुलबुल उसकी बातों पर हैरान थी, उसे साड़ी
भी वही चाहिए थी लेकिन वो नहीं जो बुलबुल ने पहनी बल्कि फ्रेश पीस! अब इसका क्या मतलब हुआ?
बुलबुल मॉल में इधर-उधर घूम रही थी! मिहिका अथर्व के साथ थी, वो उसे रिझाने की पूरी कोशिश कर रही थी ताकि अथर्व उसे और भी शॉपिंग करवाए! अभी तो उसने सिर्फ कपड़े लिए थे, ज्वेलरी और बाकी सब लेना तो बाकी था और अब उसे सामने ज्वैलरी स्टोर नजर आया!
वो तुरंत अथर्व का हाथ पकड़ कर बोली "अभी तक तो हमने अपनी इंगेजमेंट के लिए रिंग भी नहीं ली है अथर्व, चलिए ना हम अपने लिए इंगेजमेंट रिंग सेलेक्ट करते हैं! वो देखिए ज्वेलरी शोरूम, वहां पर हमें हमारे लिए रिंग मिल जाएगी!”
अथर्व को इंगेजमेंट के लिए खुद से रिंग लेने की कोई जरूरत नहीं थी, वो फोन पर भी ज्वेलरी के ऑर्डर दे सकता था लेकिन फिलहाल उसकी नज़रें बुलबुल पर गई जो कुछ कदमों की दूरी पर खड़ी थी और इधर-उधर देखते हुए मुंह बना रही थी! उसे भूख लगने लगी थी और सामने ही आइसक्रीम शॉप थी जहां से आइसक्रीम खाने का उसका मन कर रहा था लेकिन उसके पास पैसे नहीं थे जो वो आइसक्रीम खा ले और अथर्व से पैसे मांगने से बेहतर उसके लिए मरना था! वो मर जाती लेकिन अथर्व से पैसे वो बिल्कुल नहीं मांगने वाली थी लेकिन तभी अचानक से उसके दिमाग में एक ख्याल आया!
वो खुद से ही बोली "मैं तो इनकी वेडिंग प्लानर हूं ना तो वेडिंग प्लानर कोई मुफ्त में काम थोड़ी ना करती है, अच्छे खासे पैसे लेती हैं और इस हिसाब से तो मेरे भी लाखों रुपए बनते होंगे पर फिलहाल मुझे लाखों नहीं चाहिए, मुझे तो बस 2-400 चाहिए और वो तो मैं लेकर ही रहूंगी!” ये बोलकर अब वो अथर्व के पास आई!
जैसे ही अथर्व ने उसे अपनी तरफ कदम बढ़ाते हुए देखा उसने मिहिका का हाथ कसकर पकड़ लिया और बड़े ही प्यार से बोला "तुम मुझसे कुछ कहो और मैं तुम्हारा हुकुम पूरा ना करूं ऐसा हो सकता है क्या बेबी? चलो हम दोनों अपने लिए इंगेजमेंट रिंग लेते हैं!” ये बोलकर वो उसके साथ ज्वेलरी शोरूम की तरफ बढ़ गया और बुलबुल उसे जाते देखती रह गई!
जब उसने अथर्व और मिहिका को ज्वेलरी शोरूम के अंदर जाते हुए देखा वो मुंह बनाते हुए बोली "इसके लिए ज्वेलरी क्यों लेना? इसके लिए तो फांसी का एक फंदा लेना चाहिए जिस पर इसे लटका दिया जाए, सारा दिन चपड़ चपड़ करती रहती है! पता नहीं कब इनकी शादी होगी और मुझे आजादी मिलेगी? लेकिन इस कड़वे ने तो मुझे आजादी देने से मना ही कर दिया है! हे भगवान क्यों आपने मेरी जिंदगी में अचानक से इतना रायता फैला दिया? मैं अच्छा खासा नाच नाच कर अपनी जिंदगी मजे से बिता रही थी, ये आपने कौन सा मुजरा शुरू करवा दिया?”
ये बोलकर अब उसने एक बार फिर से अथर्व और मिहिका की तरफ देखा, अब उसे आइसक्रीम की क्रेविंग और भी ज्यादा हो रही थी तो वो ज्यादा कुछ ना सोचते हुए अथर्व और मिहिका के पीछे-पीछे उस ज्वेलरी शोरूम में आई!
जैसे ही अथर्व ने उसे अंदर आते हुए देखा उसके चेहरे की वो तिरछी मुस्कुराहट और भी ज्यादा लंबी हो गई और फिर अगले ही पल उसने सामने रखे हुए ज्वेलरी पीस में से एक नेकलेस उठाया और उसे मिहिका के गले में पहनाने लगा!
बुलबुल ने जब ये देखा तो उसका मुंह खुला का खुला रह गया क्योंकि वो ज्वेलरी पीस देखने में ही बहुत ज्यादा कीमती लग रहा था! अब वो उन दोनों के पास आई और बोली "इंसान से महंगा तो तुम उसे हार पहना रहे हो, देखना कहीं ये चिंदी चोर तुम्हारा हार लेकर भाग ना जाए? शक्ल इसकी 5 रुपए की और हार 5 लाख वाला…
उसकी बात सुनकर मिहिका का चेहरा गुस्से से लाल होने लगा, तभी साथ में खड़ा सेल्समैन बोला "मैडम ये नेकलेस 5 लाख का नहीं बल्कि 50 लाख का है!”
बुलबुल तुरंत बोला “मतलब तुम्हारे हिसाब से इस लड़की का चेहरा तो 5 रुपए का ही है ना? वरना तुम इसकी कीमत भी बढ़ा कर बताते, देखा मैं कभी गलत हो ही नहीं सकती! मैंने कहा ना इसकी शक्ल 5 रुपए की है तो सबको इसकी शक्ल 5 रुपए की लगती है, बताओ मैंने कुछ गलत कहा क्या?”
मिहिका ने गुस्से से अपने जबड़े कस लिए थे, वो दांत पीसते हुए ही बोली "और अपने बारे में क्या ख्याल है तुम्हारा? चलो मेरी कीमत तो 5 रुपए होगी लेकिन तुम्हारी तो वो भी नहीं है, नाच नाच कर पैसे कमाती हो तुम! थैंकफूली तुम्हारी तरह मुझे लोगों के सामने नाचना तो नहीं पड़ता वरना ये तो हर कोई जानता है कि क्लब और बार में क्या ही होता है? रात के 12 बजे तक डांस होता है और फिर तुम बार डांसर क्लब में आने वाले मर्दों को रूम में ले जाती हो और जो कमी डांस करते वक्त रह गई हो वो बिस्तर पर पूरी कर देती हो!”
उसकी बात पर बुलबुल गुस्से से कांपते हुए बोली "हाउ डेयर यू?” ये बोलकर वो उस पर हाथ उठाने लगी लेकिन मिहिका ने उसका हाथ पकड़ कर तुरंत उसे रोक लिया और व्यंग्य से बोली “क्या हुआ? अब सच्चाई इतनी कड़वी क्यों लग रही है? तुम किसी को कुछ कहो तो सामने वाला चुपचाप बर्दाश्त करता रहे और सामने वाले ने सच बोल दिया तो तुम्हारे तन बदन में आग लग गई, अगर सच्चाई ये नहीं है तो बताओ ना कि तुम बार डांसर का काम क्यों करती हो? अच्छी खासी दिखती हो, काम तो तुम कोई भी कर सकती हो लेकिन तुमने बार डांसर बनना सिलेक्ट किया बताओ क्यों? सिर्फ इसीलिए ना क्योंकि तुम्हें भी हर रात अलग-अलग मर्दों की जरूरत महसूस होती है!”
उसकी बात सुनते हुए बुलबुल का तो पता नहीं लेकिन अथर्व का चेहरा गुस्से से कांपने लगा था, उसने अपनी मुट्ठियां कस ली थी! ऐसा नहीं था कि उसे मिहिका पर गुस्सा आ रहा था लेकिन फिर भी वो कुछ कर नहीं रहा था, बात ये थी कि वो बुलबुल के सामने मिहिका को कुछ कहना नहीं चाहता था ताकि बुलबुल को ये ना लगे कि अथर्व उसके लिए पजेसिव बिहेव कर रहा है! उसे इन सब बातों से फर्क पड़ रहा है लेकिन बुलबुल की आंखों में अब नमी तैरने लगी थी।
वो बेहद गुस्से से बोली "कुत्ती कमीनी हो तुम…. तुम्हारे पास मुझे सुनाने के लिए और कुछ नहीं होता तो तुम मेरे प्रोफेशन पर बोलने लगती हो लेकिन तुम्हें जो भोकना है भोंकती रहो, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता! मुझे तुमसे अपने कैरेक्टर का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए, जिसकी चादर खुद पूरी तरह से फटी हुई है वो मुझे मेरे दामन के बारे में क्या ही बताएगी? बदतमीज बंदरिया कहीं की! मर जाओ तुम… इसी नेकलेस से तुम्हारा गला दब जाए!” ये बोलते हुए वो एकदम मासूम बच्ची की तरह लग रही थी जो गुस्सा आने पर कुछ भी बोलती चली जाए और अब वो मुंह बनाते हुए बाहर की तरफ आ गई!
उसकी आंखों में लगभग से आंसू आ गए थे! वो उन आंसुओं को साफ करते हुए बोली "मैं ही पागल हूं जो यहां पर इनके पीछे-पीछे आई, दोनों एक नंबर के गधे हैं!” ये बोलकर वो अब थोड़ा सा भागने लगी थी!
एक बार फिर से उसकी नजर आइसक्रीम पार्लर पर गई और अभी उसने अपने जिन आंसुओं को साफ किया था वो एक बार फिर से बहने लगे, वो अतीत की यादों में खोने लगी थी!
वो लगभग से उस वक्त 5 साल की रही होगी जब एक बार वो एक आइसक्रीम पार्लर के बाहर खड़ी थी और वहीं पर कुछ बच्चे खड़े थे जो आइसक्रीम खा रहे थे! उन्हें आइसक्रीम खाते हुए देख उसके मुंह में भी पानी आ रहा था और उसे आइसक्रीम खानी थी लेकिन उसके पास पैसे नहीं थे!
उसने थोड़ी हिम्मत की और आइसक्रीम पार्लर के अंदर जाकर पार्लर वाले से बोली "प्लीज भैया मुझे एक आइसक्रीम दे दो, मेरा भी आइसक्रीम खाने का मन कर रहा है!”
वो आइसक्रीम वाला जल्दी से बोला “लाओ 50 रुपए!”
बुलबुल मासूमियत से बोली "लेकिन मेरे पास पैसे नहीं है!”
जैसे ही उसने कहा वो पार्लर वाला गुस्से से बोला “तो चल निकल यहां से, पता नहीं कहां-कहां से मुंह उठाकर चले आ जाते हैं? एक तो मां-बाप भी ऐसे हैं! बच्चों को पाल सकते नहीं लेकिन पैदा करके छोड़ देते हैं…
बुलबुल तुरंत बोली “मेरे मां-बाप नहीं है!”
जैसे ही उसने कहा उस पार्लर वाले के एक्सप्रेशंस थोड़े बदलने लगे थे जैसे उसके दिमाग में अब कोई साजिश बुनने लगी हो!
उसने एक बार फिर से बुलबुल के बिल्कुल करीब होते हुए पूछा “क्या सच में तुम्हारे मां-बाप नहीं है?”
बुलबुल ने अपना चेहरा ना में हिला दिया! अगले ही पल वो पार्लर वाला मुस्कुरा कर बोला "तो पहले बताना चाहिए था ना, मैं तुम्हें फ्री में आइसक्रीम दे दूंगा कोई प्रॉब्लम नहीं है! लेकिन यहां सबके सामने नहीं दे सकता वरना सब फ्री में आइसक्रीम मांगेंगे, तुम एक काम करो तुम मेरे साथ पीछे वाले कमरे में चलो!”
उसकी बात पर मासूम सी बुलबुल ने अपना चेहरा हां में हिला दिया और उस पार्लर वाले के साथ पीछे वाले कमरे की तरफ आ गई!
इस वक्त उसने पिंक कलर की फ्रॉक पहनी हुई थी जिस पर मिट्टी के काफी धब्बे लगे हुए थे, उसके घुटनों पर भी थोड़ी मिट्टी लगी हुई थी और बाल थोड़े बिखरे हुए थे! साफ पता चल रहा था कि हां शायद उसका इस दुनिया में कोई नहीं होगा लेकिन फिर भी वो कैसे सरवाइव कर रही है ये भी थोड़ी हैरत की बात थी, पर उस आइसक्रीम वाले ने फिलहाल कुछ नहीं सोचा और बुलबुल के साथ जैसे ही वो पीछे वाले कमरे में आया वो बुलबुल की तरफ देखते हुए बोला "कहीं आइसक्रीम खाने से तुम्हारे कपड़े ना खराब हो जाए इसलिए एक काम करो तुम अपने ये कपड़े उतार दो!”
उसकी बात सुनकर बुल
बुल अब मायूसी भरी आंखों से उस पार्लर वाले को देखने लगी!
आइसक्रीम वाले की बात सुनकर बुलबुल अपनी मासूमियत भरी आंखों से उस आइसक्रीम वाले की तरफ देख रही थी, वो उसे उसकी फ्रॉक उतारने के लिए बोल रहा था! ये कहकर कि आइसक्रीम खाने के चक्कर में कहीं उसकी फ्रॉक गंदी ना हो जाए जबकि उसकी फ्रॉक तो ऑलरेडी गंदी हो चुकी थी, जहां जगह जगह पर मिट्टी के धब्बे लगे हुए थे!
वो मासूमियत से बोली "नहीं अंकल आप मुझे ऐसे ही आइसक्रीम दे दो मैं खा लूंगी, मेरी फ्रॉक गंदी नहीं होगी! मैं अच्छे से ध्यान रखूंगी…
वो आइसक्रीम वाला थोड़े गुस्से से बोला "इतने नखरे मत दिखा, एक तो मैं तुझे मुफ्त में आइसक्रीम दे रहा हूं और ऊपर से तू मेरी बात नहीं मान रही! मैंने कहा ना जल्दी से अपने कपड़े निकाल वरना मैं ही निकाल देता हूं!” ये बोलकर वो नीचे की तरफ झुका और बुलबुल की फ्रॉक को खींचने लगा!
बुलबुल बेशक से छोटी सी मासूम सी बच्ची थी, लेकिन उसे बैड और गुड टच के बारे में बहुत अच्छी तरह से पता था और सिर्फ बुलबुल ही नहीं दुनिया की शायद हर एक लड़की सामने वाले के टच को अच्छी तरह से पहचान सकती है कि वो उसे किस इरादे से टच कर रहा है?
बुलबुल अब अपनी जगह से उठी और बोली "मुझे आपकी कोई आइसक्रीम नहीं खानी, आप अपनी आइसक्रीम अपने पास रखो अंकल मैं चलती हूं!” ये बोलकर वो बाहर की तरफ जाने लगी लेकिन अब वो आइसक्रीम वाला बुलबुल को कैसे ही अपने चंगुल से आजाद होने दे सकता था?
उसने तुरंत बुलबुल को उसके बालों से पकड़ा और गुस्से से बोला "कहां जा रही है मेरी बिटिया रानी? तुम तो बुरा मान गई!”
ये बोलते हुए अब उसने बुलबुल को थोड़ा प्यार से संभाला और उसके बालों को छोड़ दिया!
बुलबुल ने गुस्से से उसकी तरफ देखते हुए कहा “मुझे बिटिया रानी मत कहो, गंदे अंकल हो तुम! तुम्हारे मुंह से ये बिटिया रानी भी मुझे अच्छा नहीं लग रहा!”
वो आइसक्रीम वाला जल्दी से बोला “ज्यादा जुबान मत चला मेरे सामने, अब मैं तुझसे प्यार से पेश आ रहा हूं ना तो तू भी मुझसे आराम से बात कर और जो मैं कहता हूं बिल्कुल वैसा कर! देख अब तक तो मैं तुझे सिर्फ एक आइसक्रीम देने की बात कर रहा था, अब मैं तुझे आइसक्रीम के साथ-साथ थोड़े पैसे भी दूंगा!”
ये बोलते हुए वो अपना हाथ उसके फ्रॉक के अंदर से उसकी पीठ की तरफ ले गया और उसके बदन को सहलाने लगा था!
बुलबुल को कुछ पल तो कुछ समझ में नहीं आया, वो बेचारी मासूम सी बच्ची कहां इतना सब कुछ एक साथ हैंडल कर सकती थी?
लेकिन कुछ पलों में ही उसे एहसास हो गया था कि वो आइसक्रीम वाला उसके साथ क्या करने का सोच रहा है? इसलिए उसने उसे ज़ोर से धक्का दिया और बोली "आप अपने पैसे अपने पास रखो अंकल, मुझे आपके पैसे भी नहीं चाहिए! आप गंदे अंकल हो… मुझे गंदी गंदी तरह से टच कर रहे हो और अब मैं सबको बताऊंगी कि कोई भी आपकी शॉप से आइसक्रीम ना ले, आप बहुत गंदे वाले अंकल हो!”
ये बोलकर वो तुरंत वहां से जाने लगी, लेकिन वो आदमी अभी भी रुकने को तैयार नहीं था! वो गुस्से से कांपते हुए बुलबुल की तरफ बढ़ गया…
इस वक्त बुलबुल का पैर जोरों से लड़खड़ाया और वो सीधा जमीन पर गिरी, गिरते ही उसकी जोरों से चीख निकली!
आइसक्रीम वाला उसे गिरा हुआ देखकर हंसने लगा और अब उसने अपना कुर्ता निकालकर साइड में फेका और बुलबुल की तरफ देखते हुए बोला "अब तो तू कहीं नहीं भाग पाएगी, देख तेरे पैर पर चोट लगी है! कितना खून निकल रहा है और तुझे पता है अभी तो तेरे अंदर से और भी खून निकलेगा!”
ये बोलते हुए उसका चेहरा किसी हैवान से कम नहीं लग रहा था, लेकिन बुलबुल अभी उसकी बातों को समझने के लिए बहुत छोटी थी पर इतना वो समझ गई थी कि वो बहुत गंदी बात बोल रहा है!
उसने तुरंत अपने आसपास देखा, सामने ही उसे एक पत्थर नजर आया जो वहां दरवाजे पर अटकाने के लिए रखा हुआ था!
जैसे-जैसे वो आदमी बुलबुल की तरफ बढ़ रहा था वैसे-वैसे बुलबुल अपना हाथ उस पत्थर की तरफ बढ़ा रही थी और फिर एक झटके से उसने वो पत्थर उठाया और सीधा उस आदमी के चेहरे पर दे मारा तो वो पत्थर उस आदमी की आंख पर लगा और अगले ही पल उसकी आंख से खून बहने लगा, वो दर्द से चिल्लाने लगा था!
उसका चिल्लाना सुनकर आगे दुकान में जितने भी लोग थे वो सब पीछे की तरफ आने लगे, देखते ही देखते वहां पर भीड़ जमने लगी थी! सबकी नज़रें बुलबुल और उस आदमी पर टिकी हुई थी और किसी को भी ये समझने में देर नहीं लगी कि आखिर वहां पर क्या चल रहा था?
बुलबुल उन लोगों की तरफ देख रही थी, पहले तो उसे डर लग रहा था कि कहीं वो लोग उस आदमी को मारने की वजह से उसे पुलिस के हवाले ना कर दे? लेकिन उसे अब उन लोगों की आंखों में गुस्सा नहीं बल्कि अपने लिए तरस नजर आ रहा था!
एक आंटी आगे की तरफ आई और बुलबुल की तरफ देखते हुए बोली "उठो… उठो बच्चा! घबराओ मत, तुम्हें डरने की कोई जरूरत नहीं है हम है ना तुम्हारे साथ!”
बुलबुल डर से बुरी तरह कांप रही थी, वो तुरंत उस औरत के सीने से लग गई थी लेकिन वो क्या जानती थी कि भीड़ में बेशक से उसे सबकी आंखों में अपने लिए तरस नजर आ रहा हो लेकिन अभी उसकी जिंदगी में और भी बहुत सारे चैलेंज लिखे हुए हैं!
वही प्रेजेंट में
बुलबुल उस आइसक्रीम पार्लर की तरफ देख रही थी और वो छोटी लड़की जो इस वक्त उसके सामने आइसक्रीम खा रही थी, उसे देखते हुए उसकी आंखों में खुद-ब-खुद नमी तैरने लगी थी!
तभी अचानक से एक आइसक्रीम उसकी आंखों के सामने आई और उसने तुरंत उस आइसक्रीम को अपने हाथों में पकड़ लिया, इस वक्त वो अपनी अतीत की यादों से ही घिरी हुई थी लेकिन फिर दूसरे ही पल उसकी नज़रें ऊपर की तरफ उठी जहां एक लड़का उसके सामने वो आइसक्रीम लेकर खड़ा था!
बुलबुल उस लड़के को नहीं जानती थी!
वही वो लड़का भी बुलबुल को नहीं जानता था, वो अपनी सिस्टर को शॉपिंग करवाने के लिए आया था! वो लड़का रमन आहूजा था जो कुछ दिन पहले ही इंडिया आया था वो भी अपनी सिस्टर की वेडिंग में और अब फिलहाल उसकी सिस्टर अपनी वेडिंग की शॉपिंग में बिजी थी और खुद रमन की नजरे जब बुलबुल पर आई तो वो खुद को उसके पास आने से रोक नहीं पाया!
वो कब से देख रहा था कि बुलबुल उस लड़की को देख रही है जो आराम से अपनी आइसक्रीम एंजॉय कर रही है, उस लड़की ने तो अपनी पूरी आइसक्रीम फिनिश भी कर ली थी लेकिन बुलबुल की नजरे अभी ना उस लड़की पर से हटी थी और ना ही उसकी आइसक्रीम पर से!
बुलबुल ने अब उस लड़के की तरफ देखते हुए मुंह बनाया और बोली "ये आइसक्रीम मुझे क्यों दी है तुमने? अपनी आइसक्रीम वापस लो, मुझे नहीं चाहिए ये आइसक्रीम!”
वो लड़का मुस्कुराते हुए बोला "जब मैं एक बार खूबसूरत लड़कियों को कुछ दे दूं तो मैं उनसे वो चीज वापस नहीं ले सकता हूं!”
बुलबुल गुस्से से बोली "मेरे साथ फ्लर्ट करने की कोशिश मत करो, ये जो तुम आइसक्रीम के बदले लड़कियों के साथ करने का सोचते हो ना मन तो करता है कि मैं…
उसकी बात पूरी होती उससे पहले ही रमन तुरंत बोला “ओह प्लीज मैडम कूल डाउन! मैं तुम्हारे साथ कुछ भी नहीं कर रहा हूं, इट्स ओके अगर तुम्हें मुझसे ये आइसक्रीम नहीं लेनी तो तुम मुझे वापस दे दो! लेकिन प्लीज मुझ पर इस तरह के एलिगेशंस मत लगाओ, मैंने तो बस तुम्हें उस लड़की को आइसक्रीम खाते हुए देखा तो मुझे फील हुआ कि तुम्हारा भी आइसक्रीम खाने का मन होगा! May be तुम्हारे पास पैसे ना हो बिकॉज मुझे तुम्हारे हाथ में ना कोई फोन नजर आ रहा है और ना ही पैसे इसलिए मैंने तुम्हें ये आइसक्रीम लेकर दे दी, पर अगर तुम्हें नहीं चाहिए तो ठीक है इट्स टोटली फाइन… पर प्लीज मुझ पर इस तरह के इल्जाम मत लगाओ! मेरी इंटेंशंस बुरी नहीं थी, आई स्वेर ऑन माय मॉम और मेरी मॉम इस दुनिया में नहीं है, मैं उनकी झूठी कसम नहीं खा सकता!”
उसकी बातें सुनते हुए बुलबुल को अब बहुत अजीब सा लग रहा था।
रमन ने उसकी तरफ देखते हुए कहा “दो मुझे ये आइसक्रीम, वापस दो!” ये बोलते हुए उसने वो आइसक्रीम बुलबुल के हाथ से लेनी चाही लेकिन बुलबुल ने अपना हाथ पीछे खींच लिया!
रमन चौकते हुए बोला "अब क्या हुआ? अगर तुम्हें ये आइसक्रीम नहीं खानी तो प्लीज ये आइसक्रीम मुझे वापस दे दो, मैं नहीं चाहता कि आइसक्रीम वेस्ट जाए! मैंने बहुत दिल से ली थी, पैसों की फिक्र नहीं है मुझे लेकिन…
उसकी बात पूरी होती उससे पहले ही बुलबुल ने आइसक्रीम खाना शुरू कर दिया, रमन के होठों पर मुस्कुराहट तैर गई लेकिन कोई और था जो इस वक्त जल भुनकर राख हो गया था और वो कोई और नहीं खुद अथर्व था जो सामने की तरफ खड़ा था और रमन और बुलबुल को देख रहा था!
रमन बुलबुल की तरफ देखते हुए बोला "थैंक गॉड तुमने ये आइसक्रीम खाली, वरना मेरा रिकॉर्ड टूट जाता!”
बुलबुल ने हंसते हुए पूछा “खूबसूरत लड़कियों से कोई चीज वापस लेने का रिकॉर्ड?”
रमन ने तुरंत अपना चेहरा हां में हिला दिया और बुलबुल अब और भी ज्यादा जोरों से हंसने लगी थी।
अथर्व बुलबुल की तरफ अपने कदम बढ़ाने लगा, तभी मिहिका उसके पास आई और बोली "कहां जा रहे हो तुम? बुलबुल को किसी और के साथ खुश देखना बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हो क्या?”
उसकी बातों पर अथर्व दांत पीसते हुए बोला "अपनी जुबान को लगाम दो वरना मैं मुंह तोड़ दूंगा तुम्हारा!”
मिहिका जल्दी से बोली "तुमने तो कहा था कि बुलबुल तुम्हें ज्यादा इफेक्ट नहीं करती, मैं उसके साथ बेशक से कुछ भी करूं लेकिन यहां तो वो किसी और के साथ हंस रही है तो तुमसे बर्दाश्त नहीं हो रहा! अगर वो किसी की वजह से रोने लगेगी तो तुम कैसे ही बर्दाश्त करोगे?”
अथर्व ने अब गुस्से से एक गहरी सांस ली और बोला "तो फिर कुछ ऐसा करो कि तुम्हारी ये गलतफहमी दूर हो जाए, मेरी तरफ से खुली
छूट है तुम्हें!”
उसकी बात सुनते हुए मिहिका के चेहरे पर तिरछे एक्सप्रेशंस आ गए थे….
बुलबुल और रमन अपनी बातों में लगे हुए थे, इस वक्त वो दोनों ही आइसक्रीम इंजॉय कर रहे थे और दोनों टेबल पर एक दूसरे के आमने-सामने बैठे थे! रमन बुलबुल के साथ दोस्ती कर चुका था और बुलबुल ने भी उसकी दोस्ती को पूरी तरह से एक्सेप्ट कर लिया था!
रमन बुलबुल की किसी बात पर हंसते हुए बोला "ओह रियली वो लोग तुम्हें इतना परेशान कर रहे हैं? और तुम हो कि अब इन बातों पर हंस रही हो, अगर तुम्हारी जगह मैं होता तो अब तक ना जाने कितनी बार उन लोगों का मुंह तोड़ चुका होता!”
बुलबुल ने अपनी आइसक्रीम को Lick करने के बाद कहा “अरे नहीं नहीं मुंह तो उनका मैं भी तोड़ दूं लेकिन बात ये है कि उनका मुंह तोड़ने लायक भी नहीं है! सबसे ज्यादा खराब तो मुझे उस कड़वे इंसान की फिआंसे का लगता है, आई मीन अगर तुम उसे देख लो ना तो तुम्हें आइसक्रीम खाते-खाते भी उल्टी आ जाए! इतना गंदा चेहरा है उसका… आई मीन मैं खूबसूरत और बदसूरत जैसी चीजों में बिलीव नहीं करती लेकिन बात ये है कि वो मुंह बहुत बनाती है! ऐसा लगता है जैसे किसी बत्तख ने अपनी चोंच को और भी ज्यादा बाहर की तरफ निकाल दिया है, हर वक्त वो कांव कांव करती रहती है जैसे कोई कौवा और चिड़िया की तरह सारा दिन सिर पर मंडराती रहती है! अगर वो तुम्हारे साथ है ना तो तुम्हें ऐसा लगेगा जैसे तुम किसी जंगल में आ गए हो और सबसे खतरनाक जो जानवर उसके अंदर छुपा हुआ है वो है नागिन… बहुत जहरीली है वो और कितनी बार तो उसने मुझे डसने की कोशिश भी की है लेकिन मैं ठहरी बुलबुल, इतनी आसानी से तो उसके जाल में नहीं फसूंगी!”
उसकी बात पर रमन अब और भी ज्यादा हंस रहा था! उसने मिहिका को ना जाने कितने ही नाम दे दिए थे लेकिन तभी मिहिका उनके साथ आकर बैठी और बुलबुल की तरफ देखते हुए बोली "क्या बात है तुमने तो बहुत जल्दी यहां पर नए दोस्त भी बना लिए? हम मॉल में मेरी शादी की शॉपिंग करने के लिए आए थे, तुम्हारा काम था मुझे शॉपिंग में हेल्प करवाना लेकिन तुम तो यहां आराम से बैठी अपनी आइसक्रीम इंजॉय कर रही हो और साथ में लोगों के साथ नजदीकियां बढ़ा रही हो!” ये बोलते हुए अब उसकी आवाज थोड़ी चेंज हो गई थी और वो रमन को गहरी निगाहों से देख रही थी।
रमन भी उसकी बातों का मतलब बहुत अच्छी तरह से समझ रहा था! बुलबुल तुरंत रमन की तरफ देखते हुए बोली "मैंने कहा था ना तुम्हें नागिन, देखो कैसे तुरंत अपना जहर फैलाना शुरू कर दिया!”
मिहिका ने उसे घूरते हुए कहा “तुम मुझे नागिन कह रही हो?”
रमन जल्दी से बोला “नहीं नहीं वो आपको नागिन नहीं बोल रही है, एक्चुअली हम कलर्स के नागिन शो के बारे में बात कर रहे थे! बहुत जल्दी उसका नया सीजन आने वाला है ना बस उसी की बातें चल रही थी, खैर आप ये बताइए आपकी शादी की शॉपिंग हो गई क्या? बुलबुल बता रही थी आपके बारे में कि आपकी चॉइस बहुत अच्छी है!”
उसकी बात पर मिहिका हंसी और बोली "वो तो इस बात से कंफर्म हो जाता है कि मैंने अपना लाइफ पार्टनर अथर्व जिंदल को चुना, जो ना जाने कितनी लड़कियों का ख्वाब है जो एकदम परफेक्ट है!”
बुलबुल बड़बड़ाते हुए बोली "कड़वा करेला कहीं का!”
रमन हंस कर बोला "फिर तो आप मुझे भी अपने लाइफ पार्टनर से मिलवाइए ना, मैं भी उनसे थोड़े टिप्स ले लूंगा कि कैसे एक परफेक्ट लाइफ पार्टनर बना जाता है? क्योंकि मुझे लग रहा है बहुत जल्दी मुझे भी प्यार होने वाला है!” ये बोलते हुए उसकी नज़रें बुलबुल पर गई!
बुलबुल ने उसे घूर कर देखा, रमन हल्का सा मुस्कुराया!
उन दोनों की ये इशारे बाजी मिहिका बहुत अच्छी तरह से देख रही थी और सिर्फ मिहिका ही नहीं अथर्व की नजरे भी उन दोनों पर टिकी हुई थी जो वहां से कुछ कदमों की दूरी पर खड़ा था और स्मोक कर रहा था जबकि मॉल में स्मोक करना अलाउड भी नहीं था लेकिन अथर्व जिंदल को कौन ही रोक सकता था?
मिहिका हंसकर बोली "फिर इसके लिए तो तुम्हें आज रात हमारी इंगेजमेंट पार्टी पर आना होगा रमन, आई मीन वहां पर ही मैं तुम्हें अपने लाइफ पार्टनर अथर्व जिंदल से मिलवा सकती हूं! तुम आओगे ना?”
रमन एक गहरी सांस लेते हुए बोला "वैसे तो मुझे इन सब चीजों में कोई इंटरेस्ट नहीं है, मैं यहां पर अपनी सिस्टर की वेडिंग के लिए आया था लेकिन अब लगता है कि मुझे इन सब चीजों में थोड़ा इंटरेस्ट लेना पड़ेगा तो इसीलिए मैं आज रात तुम दोनों की इंगेजमेंट पार्टी पर जरूर आऊंगा!”
ये बोलकर अब उसने बुलबुल की तरफ देखा और बोला "मैं आ सकता हूं ना?”
बुलबुल मुंह बनाते हुए बोली "मुझे क्या पता? अगर तुम्हारा मन करे तो तुम आ जाना, वरना तुम जानो और तुम्हें अपनी इंगेजमेंट पार्टी में इनवाइट करने वाले लोग जाने! मैं चली मेरी आइसक्रीम फिनिश हो गई है… ये बोलकर उसने नैपकिन से अपने होठों को क्लीन किया और वहां से वॉशरूम की तरफ बढ़ गई क्योंकि उसे वॉशरूम जाना था!
उसे वॉशरूम की तरफ जाते हुए देख अथर्व भी वॉशरूम की तरफ बढ़ चुका था!
वही रमन अब अपनी जगह से उठकर अपनी सिस्टर के पास जा चुका था और मिहिका वही चेयर पर बैठी थी, उसके एक्सप्रेशंस इस वक्त साफ बता रहे थे कि उसके दिमाग में बहुत कुछ चल रहा है!
वहीं दूसरी तरफ
बुलबुल गर्ल्स वॉशरूम एरिया में आई और बड़बड़ाते हुए बोली "है तो ये लड़की सच में नागिन ही!” ये बोलते हुए वो अभी वॉशरूम के अंदर जा ही रही थी कि अचानक से किसी ने पीछे से उसका हाथ कसकर पकड़ा और उसे अपनी तरफ खींच लिया!
बुलबुल की जोरों से चीख निकलने लगी लेकिन तभी अथर्व ने उसके मुंह पर अपना हाथ रखकर उसके मुंह को जोरों से दबा दिया और दूसरे ही पल बुलबुल दीवार से लग चुकी थी!
एक पल के लिए तो उसकी सांस ही रुक गई थी!
वहीं अथर्व अभी भी अपनी गहरी निगाहों से उसे देख रहा था और अब उसने अपना हाथ बुलबुल के होठों से हटाया!
बुलबुल उसकी तरफ देखते हुए बोली "वैसे तो आप जो भी करते हैं अजीब ही करते हैं, आपकी हरकतें किसी को समझ नहीं आ सकती लेकिन अब तो आप दो कदम और आगे बढ़ गए! आपको नहीं लगता आपको यूं गर्ल्स वॉशरूम में नहीं आना चाहिए था?”
उसकी बात पूरी होती उससे पहले ही अब अथर्व ने उसकी दोनों कलाइयों को कसकर पकड़ते हुए ऊपर दीवार से लगा दिया और फिर अपना दूसरा हाथ उसकी कमर पर रखा और उसे एक झटके से अपनी तरफ खींचते हुए बोला "मेरी हरकतें तुम्हें अजीब लगती है और अपनी हरकतों के बारे में कुछ कहना नहीं चाहोगी क्या तुम?”
बुलबुल उसके सीने से लगी हुई थी, उसकी सांसों ने भी गहरा होना शुरू कर दिया था! एक तो गर्ल्स वॉशरूम में उन दोनों के अलावा और कोई था नहीं और ऊपर से उन दोनों की सांसों का शोर माहौल को बहुत ज्यादा इंटेंस बना रहा था!
बुलबुल उसकी बाहों में कसमसाते हुए बोली "ऐसा… ऐसा भी क्या कर दिया मैंने?”
अथर्व बेहद इंटेंस वॉइस में बोला "तुम्हें बहुत अच्छी तरह से पता है दिलरुबा मैं तुम्हारी किस हरकत के बारे में बात कर रहा हूं? बहुत जल्दी लोगों के नजदीक नहीं जाने लगी हो तुम? बहुत जल्दी लोगों के साथ अपनी बातें शेयर नहीं करने लगी हो तुम? बहुत जल्दी लोगों से दोस्ती…
उसकी बात पूरी होती उससे पहले ही बुलबुल बोली "अच्छा तो आपको बुरा लग रहा है?”
जैसे ही उसने कहा अथर्व ने अब उसकी कलाई को कसकर मरोड़ा और उसकी पीठ से लगाते हुए उसके चेहरे पर झुका और बोला "सिर्फ बुरा नहीं दिल जल रहा है मेरा दिलरुबा!”
जैसे ही उसने कहा बुलबुल के रोंगटे खड़े हो गए!
उसे अथर्व से इस तरह के जवाब की उम्मीद नहीं थी!
वही अथर्व की नजरे अब उसके फड़फड़ाते हुए होठों पर थी और फिर दूसरे ही पल उसने अपना हाथ बुलबुल के सिर के पीछे रखा और उसके बालों को कसकर अपनी मुट्ठी में जकड़ते हुए उसके चेहरे को हल्का सा अपनी तरफ किया और फिर दूसरे ही पल उसे बेहताशा चूमना शुरू कर दिया!
बुलबुल दंग रह गई, उसे तो अथर्व को रोकने का भी मौका नहीं मिला! उसके दोनों हाथ अब अथर्व के कंधे और उसके सीने पर थे जहां वो उसे खुद से दूर करने की कोशिश कर रही थी लेकिन अथर्व ने अब उसकी दोनों कलाइयों को कसकर अपने हाथ में जकड़ लिया और फिर उसे किस करते हुए ही पीछे की तरफ धकेलने लगा!
कुछ पलों बाद ही बुलबुल की पीठ एक बार फिर से दीवार से लगी हुई थी और अथर्व उसे बेहद वाइल्डली किस किए जा रहा था और अब तो बुलबुल उसे रोक भी नहीं पा रही थी क्योंकि उसके दोनों हाथ अथर्व के हाथों में थे और अथर्व की किस अब इतनी ज्यादा वाइल्ड हो गई थी कि वो बुलबुल के होठों को बाइट करने लगा था!
बुलबुल दर्द भरी सिसकियां भर रही थी जो उसके अंदर ही दबकर रह रही थी क्योंकि अथर्व उन्हें बाहर निकलने की जगह भी नहीं दे रहा था, वो इस वक्त बुलबुल पर पूरी तरह से हावी था!
बुलबुल के होठों से खून बहने लगा था जो अथर्व के होठों से अंदर की तरफ जा रहा था और अब तकरीबन 5 मिनट बाद अथर्व ने बुलबुल को छोड़ा!
बुलबुल की आंखों में आंसू आ गए थे, वो गुस्से से अथर्व को देख रही थी और अथर्व की गहरी निगाहें भी बुलबुल पर ही थी!
बुलबुल उसकी तरफ देखते हुए बोली “दूसरों को तकलीफ देना तो कोई आपसे सीखे!”
अथर्व ने उसे कमर से पकड़कर अपनी तरफ खींचा और बोला "यूं ही तकलीफ नहीं दी है मैंने तुम्हें, तुमने दिल जलाया था मेरा!”
बुलबुल की आंखें एक पल के लिए बड़ी हो गई थी! वो जल्दी से बोली "मेरे किसी और के करीब जाने से इतना फर्क तो नहीं पड़ना चाहिए आपको, आपकी सिर्फ वेडिंग प्लानर हूं मैं! आपकी दुल्हन नहीं जो मेरे किसी और के करीब जाने
से दिल जल रहा था आपका…
उसके सवाल पर अथर्व ने गुस्से से अपने जबड़े कस लिए थे!




















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