
जैसे ही नाज़नीन ने आवाज लगाकर सिकंदर को रोका सिकंदर के कदम एकदम से रुक गए और अब वो पलट कर नाज़नीन की तरफ देख रहा था।
वही नाज़नीन के हाथों में वो जूस का गिलास अभी भी था जिसमें उसे शक था कि सिकंदर ने पक्का कुछ मिलाया है क्योंकि जिस तरह से वो उसके रूम में आया और फिर बिना कुछ कहे बिना कुछ किए जा रहा था वो बात नाज़नीन को डाइजेस्ट नहीं हो रही थी!




















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