
KV ने अपना हल्दी से भरा हुआ हाथ व्योक्षा के गाल पर रख दिया था और अपना हाथ अब वो उसके गाल से उसकी गर्दन की तरफ लेकर आया और उसकी गर्दन पर भी वो हल्दी अच्छे से लगाने लगा!
व्योक्षा की सांसे गहरी होने लगी थी, KV तो उसे हल्का सा देख ले तो वो किसी गुलाब के फूल की तरह खिल जाती थी और यहां तो वो उसके बदन पर बेहद सेडक्टिव वे में हल्दी लगा रहा था! ऐसे में उसकी हालत खराब ना होती तो और क्या ही होता?




















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