
जैसे ही रणधीर ने कहा कि आरुषि की शक्ल उसकी जानेमन से मिलती है अंजलि के चेहरे का रंग उड़ गया था, एक चीज जिसके लिए सुरूर को सबसे ज्यादा टेंशन थी वो यही थी कि रणधीर को आरुषि के बारे में ना पता चल जाए और यहां फिलहाल वही सब हो रहा था।
अंजलि अब जल्दी से बोली "ऐसे कैसे इसकी शक्ल तुम्हारी जानेमन से मिल सकती है? ये तो मेरी बेटी है!”




















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