अधीर की बात सुनकर बरकत को अपने बदन में एक झनझनाहट सी महसूस हुई…. वो तुरंत पीछे की तरफ हट गई और अजीब सी नजरों से अधीर की तरफ देखते हुए बोली "आप ना ये अपनी गंदी-गंदी बातें अपने पास ही रखिए! अगर नशे की हालत में मैं आपके करीब आ गई इसका मतलब ये नहीं कि अब आपको लाइसेंस मिल गया है मेरे पास आने का और इस तरह की फालतू की बातें करने का, ना मुझे इस तरह की बातें पसंद हैं और ना ही मैं इन सब बातों को बर्दाश्त करूंगी और हां अब चुपचाप यहां से बाहर जाइए वरना मैं आपके साथ कहीं नहीं जाने वाली!!”
अधीर हल्का सा मुस्कुराया। उसकी मुस्कुराहट देखकर बरकत चिढ़ते हुए बोली "मुस्कुराने से कुछ नहीं होगा मैंने बोल दिया ना मैं आपके साथ कहीं नहीं जाऊंगी तो मैं सच में आपके साथ कहीं नहीं जाऊंगी… अगर आप चाहते हैं मैं आपके साथ जाऊं तो जाकर बाहर मेरा इंतजार कीजिए!”
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