बरकत ने अब अपनी आंखों को पूरी तरह से खोला और फिर अगले ही पल उसकी नजर अधीर के चेहरे पर गई जो उसके चेहरे के बिल्कुल करीब था और फिर उसने अपनी नजरों को नीचे की तरफ झुकाया जहां पर उसे अपना सीना पूरी तरह से नजर आ रहा था।
उसका ब्लाउज उसके पेट तक पहुंच चुका था और ब्लाउज की डोरियां अभी भी उसके कंधे पर अटकी हुई थी, उसे तो समझ नहीं आ रहा था कि वो ऐसे कैसे सो गई?
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