चांदनी और शिवानी दोनों बरकत की तरफ आ ही रही थी कि तभी कोई और बरकत के सामने आकर खड़ा हुआ और बरकत की आंखें बड़ी हो गई…. वहां कोई और नहीं बल्कि नंदिनी थी, जो अपनी गहरी नजरों से बरकत की तरफ देख रही थी और बरकत को अब समझ नहीं आ रहा था कि वो नंदिनी से क्या कहेगी क्योंकि ऐसा तो हो नहीं सकता कि नंदिनी ने वो सब ना देखा हो जो अभी-अभी अधीर ने सबके सामने उसके साथ किया?
Write a comment ...