जंगल के बीचो-बीच शिवा गुस्से से गौरी की तरफ देख रहा था, जो मिट्टी से लथपथ नीचे जमीन पर गिरी हुई थी और फिलहाल के लिए तो ये भी नहीं पता था कि गौरी जिंदा भी है या नहीं क्योंकि जिस तरह से वो लुढ़कते हुए शिवा के बोनट से नीचे जमीन पर गिरी थी… कुछ कहा नहीं जा सकता था!
वही सामने ही दो आदमी खड़े थे, जो शिवा का इंतजार कर रहे थे!! उनमें से एक शिवा की तरफ देखते हुए बोला "ये कौन है… हमने तुमसे कहा था ना कि यहां पर अकेले आना शिवा!”
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