गुस्से में लाल पीली हरी नीली बैगनी फिरोजी होती हुई अति बिस्तर पर जाकर चादर ओढ़ कर लेट चुकी थी और अब जश्न अपनी जगह पर बैठा मुस्कुरा रहा था। उसकी बेबी डॉल का गुस्सा देखकर उसे मजा आ रहा था लेकिन अब उसे इंतजार था उसके सोने का और ये घड़ियां उस के लिए बितानी बहुत मुश्किल हो रही थी, लेकिन सब्र का फल बहुत मीठा होता है लेकिन यहां पर सब्र का फल बहुत ज्यादा तीखा होने वाला था।
आखिर थोड़ी देर बाद जश्न को अति की लंबी-लंबी सांसो की आवाज सुनाई दी तो वो अपनी जगह से उठा और बेड की तरफ आया तो अति सच में सो चुकी थी। उसका वो मासूम सा और क्यूट सा चेहरा वापिस गोरा हो चुका था।
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