
शिवा की बात सुनकर गौरी सोच में पड़ गई थी। उसे समझ नहीं आ रहा था कि वो शिवा से क्या ही मांगे? लेकिन फिलहाल शिवा अच्छे मूड में लग रहा था तो गौरी ये मौका अपने हाथों से जाने नहीं दे सकती थी इसलिए वो थोड़ा सा झिझक कर बोली "क्या मुझे फोन मिल सकता है?”
शिवा की आईब्रो ऊपर की तरफ उठ गई, वो तुरंत बोला "दिमाग तो बहुत चलता है तेरा! बड़ी मस्त चीज मांगी है तूने, क्या बात अब मुंबई शहर में आते ही तुझे फोन की भी जरूरत महसूस होने लगी? ऐसी भी क्या बात करनी है तुझे किसी से? बता अगर कुछ ज्यादा ही जरूरी है तो अपने फोन से फोन करवा दूं?”

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