
सुबह का वक्त
ध्रुविका की आंखें खुली और उसने अपनी बगल में लेटे हुए कियान की तरफ देखा जो फिलहाल गहरी नींद में सोया हुआ था। उसे देखकर ध्रुविका के दिमाग में कुछ चलने लगा था, वो कल पूरी तरह से कोशिश कर रही थी कि किसी तरह वो सूर्यवंशी मेंशन से चली जाए लेकिन कियान उसे जाने ही नहीं दे रहा था। कल उसने दरवाजा भी लॉक कर दिया था…

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