
आइस क्रीम पार्लर
गौरी के होंठ पूरी तरह से खुले हुए थे और उन होठों के बीच शिवा की गन गोल-गोल घूम रही थी। गौरी की आंखें एकदम बड़ी हो चुकी थी और उसकी सांस तक हलक में अटकी हुई थी। शिवा ने अब एक झटके से उसके होठों से वो गन निकाली तो टप की आवाज आई और अगले ही पल अब शिवा ने वो गन सीधा शेखर के माथे पर तान दी थी!

Write a comment ...