
जैसे ही Cherry व्योम और धरा का आशीर्वाद लेने के लिए अपना कदम आगे की तरफ बढ़ाने लगी, अचानक ही उसकी आंखों के सामने सब कुछ धुंधला छाने लगा।
दिव्यांश तो चाहता ही नहीं था कि Cherry व्योम और धरा का आशीर्वाद ले, वो हमेशा इस बात पर बहुत ज्यादा चिढ़ता था कि व्योम और धरा के लिए Cherry पहले है और वो बाद में और अब जब व्योम और धरा ने Cherry के लिए उससे रिश्ता तोड़ दिया तो उसे उन दोनों पर और भी ज्यादा गुस्सा आ रहा था और Cherry से और भी ज्यादा चिढ़ मच रही थी इसीलिए वो नहीं चाहता था कि Cherry उनका आशीर्वाद ले और अब वो हैरानी से Cherry की तरफ देख रहा था जो बेहोश होकर धड़ाम से नीचे जमीन पर गिर गई थी।

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