
गौरी लिफ्ट मे थी कि अचानक से ही लिफ्ट की लाइट चली गई, वहां पर पूरी तरह से अंधेरा हो गया! जो फैन वहां पर चल रहा था वो भी बंद हो चुका था…
गौरी की सांस हलक में अटक गई, आज वो पहली बार अकेली लिफ्ट में जा रही थी और पहली बार में ही कांड हो गया था। उसके हाथ पैर फूलने लगे लेकिन उसने जल्दी से खुद को संभाला और बोली "डरने की जरूरत नहीं है, शिवा है ना… वो अभी मुझे यहां से लेने आ जाएंगे, मैं उन्हें फोन करती हूं!”

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