
बाली में
प्रांश पंखुड़ी के साथ बीच एरिया पर डिनर कर रहा था! पंखुड़ी के चेहरे पर मुस्कुराहट थी, वो ये सोच सोच कर खुश हो रही थी कि थैंक गॉड प्रांश उसे बाहर डिनर के लिए तो लेकर आया!
ऐसा नहीं था कि जब से वो लोग बाली आए थे तब से उन लोगों ने कोई एडवेंचर नहीं किया था, प्रांश उसे दिन में कम से कम एक बार तो बाहर लेकर जाता था लेकिन ज्यादा से ज्यादा एक डेढ़ घंटे के लिए! इसके अलावा वो बस रूम में ही रहते थे और वहां पर प्रांश उसके साथ भर भर कर प्यार करता, उन्हें बाहर घूमने का टाइम ही नहीं मिलता था पर आज उनका बाली में लास्ट दिन होने वाला था तो शायद उसे प्रांश सरप्राइज देना चाहता था!
लेकिन अब प्रांश की ये बात सुनकर कि वो रात यहां बिताने वाले हैं पंखुड़ी थोड़ी नर्वस नजर आ रही थी!
उसने अब अपनी नज़रें इधर-उधर घुमाई! वहां दूर-दूर तक अब उसे कोई नजर नहीं आ रहा था, पहले तो वहां बीच पर लोग घूम रहे थे लेकिन अब वहां पर कोई भी नहीं था… मुश्किल से एक दो लोग जो इधर-उधर घूमते हुए शायद वहां की सफाई कर रहे थे, उसके बाद वो लोग भी वहां से जाने वाले थे!
पंखुड़ी प्रांश की तरफ देखते हुए बोली "लेकिन हम यहां पर कैसे रुक सकते हैं जान? यहां पर तो रुकने की कोई फैसिलिटी नजर ही नहीं आ रही, मेरा मतलब है यहां पर तो ना कोई रूम है और ना ही कुछ! दूर-दूर तक बस पानी ही पानी है तो क्या हम रात को पानी में सोने वाले हैं?”

Write a comment ...