
रात का वक्त
अरोड़ा मेंशन,
तकरीबन 11:00 बजे
रूहानी बिस्तर पर बैठी थी!
उसने अपने पैरों को आगे की तरफ किया हुआ था और उसके चेहरे पर घूंघट था, शादी में तो उसने घूंघट लिया नहीं था लेकिन पता नहीं कुछ वक्त पहले मुस्कान क्या सोचकर उसके चेहरे पर घूंघट डाल गई और अब ना वो घूंघट हटा पा रही थी और ना ही उसे रख पा रही थी!
उसकी नजर बार-बार दरवाजे की तरफ जा रही थी जहां से उसे अहसास के आने का इंतजार था! अहसास भी उसके साथ ही रूम में आना चाहता था लेकिन मानसी जी ने उसे रोक लिया!

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